Sitrang Cyclone: सावधान! आ रहा सितरंग तूफान, ओडिशा व बंगाल सरकार ने शुरू की तैयारी
मौसम विभाग ने शुक्रवार को बताया कि अगले सप्ताह ओडिशा में भारी वर्षा हो सकती है। सितरंग तूफान के असर से यह संभावना बनी है। यह चक्रवात ओडिशा के करीब से होते पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश की ओर मुड़ सकता है।
विस्तार
बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान सितरंग (Sitrang Cyclone) अगले कुछ दिनों में दस्तक दे सकता है। ओडिशा व बंगाल सरकार ने तूफान के खतरे को देखते हुए तटवर्ती क्षेत्रों से लोगों को हटाने का काम शुरू कर दिया है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को बताया कि अगले सप्ताह ओडिशा में भारी वर्षा हो सकती है। सितरंग तूफान के असर से यह संभावना बनी है। यह चक्रवात ओडिशा के करीब से होते पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश की ओर मुड़ सकता है। तूफानों को नाम देने की परंपरा के अनुसार इस बार थाईलैंड की बारी थी और उसने इसका नाम सितरंग सुझाया है। संभावित खतरे को देखते हुए बंगाल व ओडिशा सरकार ने कई जिलों के निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित जगह भेजने का काम शुरू कर दिया है।
एनसीएमसी ने की तैयारियों की समीक्षा
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने शुक्रवार को बंगाल की खाड़ी के ऊपर संभावित चक्रवाती तूफान के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की तैयारियों की समीक्षा की, जिसके 25 अक्टूबर को आने की संभावना है। बैठक में कैबिनेट सचिव ने कहा कि समुद्र में मछुआरों को वापस बुलाया जाना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि तूफान से पहले जोखिम वाले क्षेत्रों के लोगों को अच्छी तरह से निकाला जाए। राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर संभावित चक्रवाती तूफान के लिए केंद्रीय मंत्रालयों, एजेंसियों और राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सरकारों की तैयारियों की समीक्षा की।
बयान में कहा गया है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक ने एनसीएमसी को बंगाल की खाड़ी में मौसम प्रणाली की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी, जिसके उत्तर की ओर बढ़ने और 24 अक्टूबर को एक चक्रवाती तूफान में तेज होने की संभावना है। इसके बाद इसके उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और 25 अक्टूबर को ओडिशा तट को पार करते हुए पश्चिम बंगाल बांग्लादेश के तटों तक पहुंचने की संभावना है। इसके 25 अक्टूबर की मध्यरात्रि के आसपास बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के तटों को पार करने की संभावना है।
आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के मुख्य सचिवों ने समिति को चक्रवाती तूफान के संभावित रास्ते में आबादी की सुरक्षा के लिए किए जा रहे शुरुआती उपायों और स्थानीय प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपायों से अवगत कराया।
सोमवार को चक्रवाती तूफान आने की संभावना
आईएमडी के अनुसार मौसमी सिस्टम फिलहाल उत्तरी अंडमान सागर और आसपास के क्षेत्रों में कम दबाव के क्षेत्र के रूप में स्थित है। यह सोमवार को एक चक्रवाती तूफान में बदलने से पहले शनिवार को एक दबाव क्षेत्र में और रविवार को एक गहरे दबाव क्षेत्र में तब्दील हो सकता है। इसके बाद यह उत्तर और उत्तर-पूर्व दिशा में पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश की ओर बढ़ेगा।
ओडिशा की राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला मलिक ने कहा कि सभी जिलों और तटीय क्षेत्र के अधिकारियों को किसी भी स्थिति से निपटने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सोमवार को राज्य के तट के समानांतर पार करने पर भारी वर्षा होने की संभावना है। दमकल विभाग, ओडीआरएएफ और एनडीआरएफ के कर्मी किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार हैं।
उधर, पश्चिम बंगाल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सरकार ने पूर्व मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना और सुंदरबन के निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।संबंधित जिलों के सभी जिला कलेक्टरों व पुलिस अधीक्षकों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं। उन्हें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।