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Odisha: तनाव के बीच मलकानगिरी जिला कलेक्टर कार्यालय में शांति बैठक; विभिन्न दलों के नेता बोले- दखल दे सरकार
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भुवनेश्वर।
Published by: निर्मल कांत
Updated Wed, 10 Dec 2025 09:12 AM IST
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रणेंद्र प्रताप स्वैन, सीएस राजने एक्का
- फोटो : एक्स/एएनआई/वीडियो ग्रैब
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ओडिशा के मलकानगिरी जिले में पोटेरू नदी में एक महिला का सिर कटा शव मिलने के बाद दो गांवों में तनाव बना हुआ है। इंटरनेट सेवाओं पर लगी पाबंदी आगे बढ़ाई गई है। इस बीच भाजपा नेता मनस दत्ता ने कहा, बांग्लादेशी घुसपैठिए और रोहिंग्या हमारे देश और राज्य के लिए बड़ी चुनौती हैं। आधी आपराधिक घटनाएं इन्हीं लोगों की ओर से की जाती हैं। मलकानगिरी में जो घटना हुई है, वह सरकार के ध्यान में है।
वहीं, बीजद विधायक रणेंद्र प्रताप स्वैन ने कहा, यह बहुत गंभीर मामला है। पूरा मलकानगिरी जिला अस्थिर है। उस इलाके में धार्मिक तनाव और जातीय सफाया जैसा माहौल चल रहा है। पूरा प्रशासन ऐसे बैठा है जैसे उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं। विधानसभा का सत्र चल रहा है और सरकार से कहा जा रहा है कि वह सदन में बयान दे, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा। मैं चाहता हूं कि मुख्यमंत्री इस पर बयान दें।
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कांग्रेस विधायक सीएस राजेन एक्का ने कहा, ओडिशा में बेहद दुख घटना हुई है, जहां एक आदिवीसी महिली की बेरहमी से हत्या कर दी गई। सरकार को मलकानगिरी में हुई इस घटना का तत्काल संज्ञान लेना चाहिए। लेकिन जब सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो स्थिति हिंसक सांप्रदायिक दंगे में तब्दील हो गई। जब इतने सारे लोग विस्थापित और प्रभावित हो रहे हैं, तो सरकार को शांत नहीं बैठना चाहिए। मैं सरकार, मुख्यमंत्री औ डबल इंजन वाली सरकार से अपील करता हूं कि वे तत्काल कार्रवाई करें, दोषियों को सजा दें और स्थिति को सामान्य करें।
मलकानगिरी जिला कलेक्टर कार्यालय परिसर में एमवी/26 और रेखालगुडा गावों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद जिला कलेक्टर सोमेश कुमार उपाध्याय ने कहा, शांति समिति की बैठक में दोनों समुदायों के 30 से 35 प्रतिनिधि मौजूद थे। उन्होंने सर्वसम्मति से कहा कि उन्हें मलकानगिरी की शांत पहचान को बहाल करने की जरूरत है। आदिवासी समुदाय ने हत्या को लेकर उकसावे के माहौल की आलोचना की। उन्होंने गांव में हुई दोनों घटनाओं की निंदा की और बंगाली समुदाय से माफी भी मांगी। दोनों समुदायों के बीच समझ और भरोसा बढ़ा है।
ये भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- फर्जीवाड़े के बाद भी खाताधारकों को क्यों दिया जाए सुनवाई का मौका? जानें पूरा मामला
मलकानगिरी जिला कलेक्टर कार्यालय में हुई शांति बैठक पर मलकानगिरी के एसपी विनोद पाटिल ने कहा, दोनों समितियों ने शांति बनाए रखने पर सहमति जताई है। दोनों ही पक्ष नहीं चाहते हैं कि यह स्थिति और बढ़े।
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कांग्रेस विधायक सीएस राजेन एक्का ने कहा, ओडिशा में बेहद दुख घटना हुई है, जहां एक आदिवीसी महिली की बेरहमी से हत्या कर दी गई। सरकार को मलकानगिरी में हुई इस घटना का तत्काल संज्ञान लेना चाहिए। लेकिन जब सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो स्थिति हिंसक सांप्रदायिक दंगे में तब्दील हो गई। जब इतने सारे लोग विस्थापित और प्रभावित हो रहे हैं, तो सरकार को शांत नहीं बैठना चाहिए। मैं सरकार, मुख्यमंत्री औ डबल इंजन वाली सरकार से अपील करता हूं कि वे तत्काल कार्रवाई करें, दोषियों को सजा दें और स्थिति को सामान्य करें।
मलकानगिरी जिला कलेक्टर कार्यालय परिसर में एमवी/26 और रेखालगुडा गावों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद जिला कलेक्टर सोमेश कुमार उपाध्याय ने कहा, शांति समिति की बैठक में दोनों समुदायों के 30 से 35 प्रतिनिधि मौजूद थे। उन्होंने सर्वसम्मति से कहा कि उन्हें मलकानगिरी की शांत पहचान को बहाल करने की जरूरत है। आदिवासी समुदाय ने हत्या को लेकर उकसावे के माहौल की आलोचना की। उन्होंने गांव में हुई दोनों घटनाओं की निंदा की और बंगाली समुदाय से माफी भी मांगी। दोनों समुदायों के बीच समझ और भरोसा बढ़ा है।
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मलकानगिरी जिला कलेक्टर कार्यालय में हुई शांति बैठक पर मलकानगिरी के एसपी विनोद पाटिल ने कहा, दोनों समितियों ने शांति बनाए रखने पर सहमति जताई है। दोनों ही पक्ष नहीं चाहते हैं कि यह स्थिति और बढ़े।
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