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Ops Sindoor: 'भारत की जीत छिपाने की कोशिश हुई', ऑपरेशन सिंदूर पर खुलकर बोले रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लों
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: हिमांशु चंदेल
Updated Sat, 13 Sep 2025 04:01 PM IST
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सार
ऑपरेशन सिंदूर पर रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल कंवल जीत सिंह ढिल्लों ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई के दौरान भारत की जीत को दबाने और छिपाने की कोशिश हुई। ढिल्लों के अनुसार भारत ने पाकिस्तानी एयरबेस पर सटीक हमले किए, जिनका जवाब पाकिस्तानी वायुसेना नहीं दे सकी। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने युद्ध के बाद अमेरिका और सऊदी अरब से मध्यस्थता की गुहार लगाई। ढिल्लों ने साफ कहा कि असलियत में जीत भारत की ही हुई।

के जे एस ढिल्लों
- फोटो : ANI
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विस्तार
पाकिस्तान की सेना और उसकी नाकामियों पर रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल कंवल जीत सिंह ढिल्लों ने कड़ा हमला बोला है। एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के मौजूदा सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर वह अकेले सेनाध्यक्ष हैं जो युद्ध के दौरान बंकर में छिप गए। ढिल्लों ने यह भी कहा कि पाकिस्तान सेना दुनिया की इकलौती ऐसी सेना है जिसने कभी कोई युद्ध नहीं जीता।
ढिल्लों ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पाकिस्तान ही वह देश है जिसने सबसे बड़ी हार का सामना किया। 1971 में भारत के खिलाफ युद्ध में पाकिस्तान के 93,000 सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान सेना की नाकामी का सबसे बड़ा उदाहरण है, जिस पर आज भी वह पर्दा डालने की कोशिश करती है।
नैरेटिव सेट करने का खेल
ढिल्लों ने इंटरव्यू में बताया कि जब भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष चल रहा था, उस दौरान हथियार बेचने वाली लॉबी दुनिया भर में नैरेटिव बना रही थी। यह तय किया जा रहा था कि किस देश ने कितने विमान खोए। उन्होंने कहा कि अगर भारत को विजेता घोषित किया जाता, तो इसका मतलब होता कि भारतीय, रूसी और फ्रांसीसी हथियार चीनी, तुर्की और पश्चिमी ब्लॉक से बेहतर हैं। यही कारण है कि युद्ध का असली सच छिपाने की कोशिश की गई।
ये भी पढ़ें- 'मैं आपके साथ, भारत सरकार आपके साथ', मणिपुर में PM मोदी ने लोगों से की शांति के मार्ग पर चलने की अपील
ऑपरेशन सिंदूर का खुलासा
ढिल्लों ने पाकिस्तान द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने दावा किया कि इस ऑपरेशन में उसके 138 सैनिकों और अधिकारियों को शहीद घोषित किया गया। लेकिन असल में यह आंकड़ा कहीं ज्यादा होगा। उन्होंने कहा कि असली हताहतों की संख्या ही यह तय करती है कि युद्ध किसने जीता और किसने हारा।
10 मई का बड़ा हमला और भारत की जीत
ढिल्लों ने विस्तार से बताया कि 10 मई को भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस पर सटीक हमला किया था। उनकी बातों में खास यह था कि पाकिस्तान की एयर डिफेंस कोई भी भारतीय मिसाइल इंटरसेप्ट नहीं कर पाई। न ही पाकिस्तान एयरफोर्स का एक भी विमान भारतीय हमले को रोकने के लिए उड़ान भर सका। ढिल्लों के अनुसार, पाकिस्तान का डीजीएमओ उसी दिन भारतीय डीजीएमओ को फोन कर युद्धविराम की भीख मांग रहा था।
ये भी पढ़ें- जम्मू संभाग के 378 से ज्यादा स्कूलों पर ताले, 4000 छात्र हुए प्रभावित, 15 सितंबर से खुलेंगे सरकारी स्कूल
नए भारत की ताकत और दुनिया की प्रतिक्रिया
ढिल्लों ने यह भी कहा कि अब भारत बदल चुका है। अब भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्द ही तीसरे स्थान पर होगा। उन्होंने कहा कि अब भारत की सैन्य ताकत इतनी मजबूत हो चुकी है कि जब भी भारत कोई कदम उठाता है, तो दुनिया सवाल नहीं करती। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए एबटाबाद में कार्रवाई की थी, उसी तरह अब भारत भी आतंकवादियों को निशाना बनाता है और कोई सवाल नहीं उठाता।

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नैरेटिव सेट करने का खेल
ढिल्लों ने इंटरव्यू में बताया कि जब भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष चल रहा था, उस दौरान हथियार बेचने वाली लॉबी दुनिया भर में नैरेटिव बना रही थी। यह तय किया जा रहा था कि किस देश ने कितने विमान खोए। उन्होंने कहा कि अगर भारत को विजेता घोषित किया जाता, तो इसका मतलब होता कि भारतीय, रूसी और फ्रांसीसी हथियार चीनी, तुर्की और पश्चिमी ब्लॉक से बेहतर हैं। यही कारण है कि युद्ध का असली सच छिपाने की कोशिश की गई।
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ढिल्लों ने पाकिस्तान द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने दावा किया कि इस ऑपरेशन में उसके 138 सैनिकों और अधिकारियों को शहीद घोषित किया गया। लेकिन असल में यह आंकड़ा कहीं ज्यादा होगा। उन्होंने कहा कि असली हताहतों की संख्या ही यह तय करती है कि युद्ध किसने जीता और किसने हारा।
10 मई का बड़ा हमला और भारत की जीत
ढिल्लों ने विस्तार से बताया कि 10 मई को भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस पर सटीक हमला किया था। उनकी बातों में खास यह था कि पाकिस्तान की एयर डिफेंस कोई भी भारतीय मिसाइल इंटरसेप्ट नहीं कर पाई। न ही पाकिस्तान एयरफोर्स का एक भी विमान भारतीय हमले को रोकने के लिए उड़ान भर सका। ढिल्लों के अनुसार, पाकिस्तान का डीजीएमओ उसी दिन भारतीय डीजीएमओ को फोन कर युद्धविराम की भीख मांग रहा था।
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ढिल्लों ने यह भी कहा कि अब भारत बदल चुका है। अब भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्द ही तीसरे स्थान पर होगा। उन्होंने कहा कि अब भारत की सैन्य ताकत इतनी मजबूत हो चुकी है कि जब भी भारत कोई कदम उठाता है, तो दुनिया सवाल नहीं करती। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए एबटाबाद में कार्रवाई की थी, उसी तरह अब भारत भी आतंकवादियों को निशाना बनाता है और कोई सवाल नहीं उठाता।