'मुजफ्फरनगर दंगे में कार्रवाई नहीं करने का खामियाजा भुगतेगी सपा'
आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा मुजफ्फरनगर दंगे में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का खामियाजा विधानसभा चुनाव में भुगतेगी। दंगा पीड़़ित इंसाफ के लिए दर-दर भटक रहे हैं।
मुसलमान सरकारी नौकरियों में कम जेलों में ज्यादा हैं। आने वाले विधानसभा चुनाव में मुसलमान इसका जवाब देगा। वह गुरुवार को जीआईसी के मैदान पर आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। कहा कि प्रदेश का मुसलमान मुजफ्फरनगर दंगे को भूला नहीं है।
इस दंगे में एक लाख मुसलमान बेघर हो गए। 18 मुसलमानों की लाशें आज तक नहीं मिली। इंसाफ के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाली सात महिलाओं को डराया धमकाया जा रहा है। दंगे में पांच सौ एफआईआर हुए। लेकिन साढ़े तीन सौ ही चार्टशीट दाखिल की गई। दंगा पीड़ितों की आंसुओं की कीमत पांच लाख लगाई गई।
'सपा सरकार के कार्यकाल में मुसलमान सरकारी नौकरियों में कम'
नेताजी नाराज न हो जाएं इस डर से सपा के मुस्लिम विधायक मुजफ्फरनगर नहीं गए। विधानसभा में आवाज तक नहीं उठाई। कहा कि चुनाव में आरक्षण देने का वादा करने वाली सपा सरकार के कार्यकाल में मुसलमान सरकारी नौकरियों में कम हैं।
जबकि जेलों में तीस फीसदी मुसलमान बंद हैं। मुजफ्फरनगर, दादरी कांड का खामियाजा सपा सरकार को भुगतना पड़ेगा। अगर एआईएमआईएम के पंद्रह विधायक भी विधानसभा में पहुंच गए तो सरकार को चैन से बैठने नहीं देंगे।
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली, आदिल अल्वी, शमीम तुर्क, कलीम जामई, बाबू आलम, हाजी असलम, हाजी शहाबुद्द्ीन, डा. आशमा असलम, शादाब चौहान, संजीव मेहरोत्रा पिक्कू, हकीम अबदुस्सलाम, जुबैर मसूद मौजूद रहे।