Satya Pal Malik: विपक्षी चाणक्य की भूमिका में सत्यपाल मलिक, भाजपा के खिलाफ राजनीतिक दलों को दिया ऐसा मंत्र
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विस्तार
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक अपने बयानों से केंद्र सरकार के लिए नित्य नई मुसीबत खड़ी कर रहे हैं। पहले उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले को लेकर बड़ा खुलासा किया था। अब वे भाजपा के खिलाफ 'विपक्षी चाणक्य' की भूमिका में नजर आ रहे हैं। राजस्थान में अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान सत्यपाल मलिक ने आगे की रणनीति के बारे में बता दिया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को टक्कर देने के लिए विपक्षी दलों को एक मंत्र भी दे दिया है। पूर्व राज्यपाल ने कहा, मैंने दिल्ली में सभी राजनीतिक दलों से बात की है। वे इस बात पर राजी हैं कि एक उम्मीदवार के बदले एक उम्मीदवार खड़ा करेंगे। अगर ऐसा संभव हो गया तो ये लोग (भाजपा) दिल्ली में बचेंगे नहीं।
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सत्यपाल मलिक ने मंगलवार को राजस्थान के सीकर में अपना आगे का कार्यक्रम घोषित कर दिया। उन्होंने कहा, वे हर माह दस पब्लिक मीटिंग करेंगे। खास बात है कि मलिक ने यह भी कहा है, वे न तो चुनाव लड़ेंगे और न ही कोई पार्टी ज्वाइन करेंगे। मौजूदा समय में विपक्षी दलों के बीच एकता को जो बातें चल रही हैं, मलिक ने उन्हें पुख्ता कर दिया है। उन्होंने कहा, अब आप ऐसी स्थिति पैदा करो कि लोग आपसे मांगें, न कि सरकार से आप मांगो। ये तभी संभव हो सकेगा, जब दिल्ली में सरकार को बदला जाएगा। इसके लिए सभी ने एकता दिखाई है। अभी काफी कुछ बाकी है। लोगों को जात-पात छोड़कर एक मंच पर आगे आना होगा। अगर एक समान मकसद के लिए सभी दल एकत्रित हो जाते हैं तो दिल्ली में भाजपा को कोई बचा नहीं सकता।
विपक्षी दलों के बीच जो कुछ चल रहा है, उससे सत्यपाल मलिक वाकिफ हैं। उन्होंने यह भी कह दिया कि मैंने दिल्ली में सभी पार्टियों से बात कर ली है। सभी राजनीतिक दल इस बात पर सहमत हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव में 'एक उम्मीदवार के बदले एक उम्मीदवार खड़ा हो' की रणनीति पर काम करेंगे। ऐसा संभव हो जाता है, तो वोट नहीं बटेंगे। उसके बाद भाजपा वाले दिल्ली में नहीं लौट पाएंगे। तब इनका नाम लेने वाला कोई नहीं होगा। आज जिस घमंड को लेकर ये लोग घूम रहे हैं, वह चूर-चूर हो जाएगा।
सत्यपाल मलिक ने लोगों से कहा, एक बात यह भी समझ लो कि इस बार यानी 2024 के आम चुनाव में, ये लोग बच गए तो उसके बाद आप नहीं बचेंगे। आपके पास यह आखिरी मौका है। उन्होंने यह बात इसलिए कही, क्योंकि अगले साल होने वाले आम चुनाव को लेकर भाजपा उत्साहित है।
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भाजपा के 44वें स्थापना दिवस पर पीएम मोदी ने कहा था, हमें अति आत्मविश्वास का शिकार नहीं होना है। लोग अभी से कह रहे हैं कि 2024 में भाजपा को कोई नहीं हरा सकता। पूर्व राज्यपाल मलिक अब हर मुद्दे पर खुलकर बोल रहे हैं। उन्होंने पुलवामा के अलावा कई दूसरे मुद्दों पर भी भाजपा को घेरा है। वह चाहे जंतर-मंतर पर बैठे पहलवान हों या अदाणी का मुद्दा हो, इन्हें लेकर मलिक खासे मुखर रहे हैं। किसानों को लेकर, राज्यपाल रहते हुए भी मलिक ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा था।
अब उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है। मलिक ने कहा, राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री पद के 'सीरियस उम्मीदवार' हैं। अगर उनके भाग्य में है, तो वह प्रधानमंत्री जरूर बनेंगे। पुलवामा हमले को लेकर उनके द्वारा दिए गए बयान पर जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जब वे राज्यपाल थे, तब उन्होंने कुछ क्यों नहीं कहा था। सीकर में दो दिवसीय दौर पर आए मलिक ने कहा, मैंने तब भी पुलवामा मुद्दे पर बोला था। कोई एक दिन नहीं, कई बार उस पर बोला था। हमले के दिन, अगले दिन और फिर बाद में भी कई दफा इस मुद्दे को उठाया था। प्रधानमंत्री को पुलवामा मुद्दे पर बयान देना चाहिए था। इस बाबत अगर कोई जांच हुई है, कौन कसूरवार है, उस पर कार्रवाई हुई है या नहीं, इस संबंध में पीएम बताएं।