Cross Voting: उपराष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस-वोटिंग पर बवाल, सुप्रिया सुले बोलीं- महाराष्ट्र को बदनाम न करें
उपराष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस-वोटिंग को लेकर चर्चा ज्यादा तेज तब हो गई जब भाजपा ने कुछ विपक्षी सांसदों को धन्यवाद कहा। ऐसे में अब सुप्रिया सुले ने क्रॉस-वोटिंग के मामले को लेकर भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में महाराष्ट्र के विपक्षी सांसदों पर क्रॉस-वोटिंग करने का आरोप लगाकर महाराष्ट्र को बदनाम किया जा रहा है।

विस्तार
उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को भारी मतों से जीत मिली। इसके बाद क्रॉस-वोटिंग के आरोपों को लेकर चर्चा का बाजार गर्म हो गया। ऐसे में एनसीपी (एसपी) की कार्यकारी अध्यक्ष और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने बुधवार को केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के महाराष्ट्र से सांसदों द्वारा क्रॉस-वोटिंग करने का आरोप लगाकर महाराष्ट्र को बदनाम किया जा रहा है। सुले ने सवाल उठाया कि अगर 14 वोट अलग हुए हैं तो क्या वह सिर्फ महाराष्ट्र ने किए? महाराष्ट्र और मराठी लोगों को क्यों बदनाम कर रहे हैं?

बता दें कि ये पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब उपराष्ट्रपति चुनाव खत्म होने पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्षी इंडिया गठबंधन पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए और विपक्षी गठबंधन के मित्र सांसद एकजुट रहे। इसके लिए विपक्षी गठबंधन के कुछ सांसदों को विशेष धन्यवाद। इसके बाद सियासत में गर्माहट तेज हो गई और आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी शुरू हो गई।
'भाजपा को कैसे पता कि क्रॉस वोटिंग हुई?'
सुले ने आगे यह भी कहा कि वोटिंग गोपनीय थी, फिर भाजपा को कैसे पता चला कि क्रॉस-वोटिंग हुई? उन्होंने कहा कि भाजपा के सांसद संजय जायसवाल खुद कह रहे हैं कि 40 वोट ज्यादा मिले। इनमें से 11 वोट वाईएसआर कांग्रेस के थे, जो इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं है। सुले ने कहा कि भाजपा के सहयोगी अपने हिसाब से समर्थन करते हैं।
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अजित पवार पर भी साधा निशाना
दूसरी ओर सुप्रिया सुले ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा एक महिला आईपीएस अधिकारी अंजना कृष्णा से फोन पर सख्त लहजे में बात करने और उनकी योग्यता पर सवाल उठाने को लेकर भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि महिला पुलिस अधिकारी को डिग्री दिखाने के लिए कहना यूपीएससी जैसी परीक्षा पर सवाल उठाने जैसा है।
सुले ने कहा कि जब कोई ईमानदारी से काम कर रहा है, तो उसे डराया-धमकाया नहीं जाना चाहिए। एक सभ्य और ईमानदार महिला अधिकारी को न्याय मिलना चाहिए। इस मामले की पारदर्शी जांच होनी चाहिए। बता दें कि ये मामला तब का है जब हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें पवार सोलापुर जिले में अवैध मिट्टी खनन के खिलाफ कार्रवाई करने पर पुलिस अधिकारी से नाराज दिखाई दे रहे हैं।
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नेपाल में फैले अशांति पर भी बोलीं सुले
इसके साथ ही अंत में एनपीसी (एसपी) नेता सुप्रिया सुले ने नेपाल में जारी हिंसक प्रदर्शनों पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इस हिंसा को लेकर केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और भारत सरकार को सभी दलों की बैठक बुलानी चाहिए। सुले ने कहा कि जैसे ऑपरेशन सिंदूर के समय सभी एक साथ आए थे, वैसे ही अब भी सभी राजनीतिक दलों को साथ आना चाहिए।