{"_id":"692c75be8ec0283f7d0cd32f","slug":"top-military-officer-meets-maharashtra-gujarat-guv-to-review-army-state-govt-cooperation-2025-11-30","type":"story","status":"publish","title_hn":"Maharashtra: राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मिले जनरल कुशवाह, सेना और राज्य सरकारों के बीच तालमेल पर हुई अहम बैठक","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
Maharashtra: राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मिले जनरल कुशवाह, सेना और राज्य सरकारों के बीच तालमेल पर हुई अहम बैठक
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: पवन पांडेय
Updated Sun, 30 Nov 2025 10:20 PM IST
सार
महाराष्ट्र और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत से जनरल डीएस कुशवाह ने मुलाकात की है। इस दौरान सरकार और सेना के बीच तालमेल पर मंथन हुआ। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि सेना और सरकार के बीच बेहतर तालमेल न केवल आपात स्थितियों में राहत पहुंचाने में मदद करेगा बल्कि क्षेत्र की सुरक्षा और प्रशासनिक मजबूती के लिए भी जरूरी है।
विज्ञापन
महाराष्ट्र-गुजरात के राज्यपाल से मिले जनरल डी. एस. कुशवाह
- फोटो : X @maha_governor
विज्ञापन
विस्तार
भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल डी. एस. कुशवाह ने शनिवार को महाराष्ट्र और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात की। इस मुलाकात का उद्देश्य सेना और राज्य सरकारों के बीच चल रहे सहयोग की समीक्षा करना और आगे इसे और मजबूत करने पर चर्चा करना था।
यह भी पढ़ें - महाराष्ट्र: दो दिसंबर को स्थानीय निकाय चुनाव; एक साल पुरानी महायुति सरकार के लिए अग्निपरीक्षा
संकट के समय सेना और सरकार साथ- समर्थन पर चर्चा
इस बैठक में खास तौर पर इस बात पर जोर दिया गया कि प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, तूफान या अन्य मानवीय संकट की स्थितियों में सेना और राज्य प्रशासन के बीच बेहतर तालमेल कैसे सुनिश्चित किया जाए। लेफ्टिनेंट जनरल कुशवाह ने बताया कि सेना हमेशा राहत और बचाव कार्यों में तैयार रहती है।
पूर्व सैनिकों और वीर नारियों के कल्याण पर बात
इस बैठक में पूर्व सैनिकों और शहीदों की पत्नियों ('वीर नारियों') के कल्याण योजनाओं पर भी विस्तार से बातचीत हुई। दोनों पक्षों ने माना कि उनके लिए योजनाओं और सुविधाओं को और सरल, सुलभ और प्रभावी बनाने की जरूरत है ताकि उन्हें आसानी से लाभ मिल सके।
भविष्य की योजनाएं और समन्वय पर जोर
इस दौरान सेना से जुड़े प्रशासनिक व बुनियादी ढांचों जैसे सैनिक भवनों, जिला सैनिक कल्याण कार्यालयों की क्षमता बढ़ाने और सेना से संबंधित जमीनों व संसाधनों के बेहतर प्रबंधन पर भी चर्चा हुई। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि सेना और सरकार के बीच बेहतर तालमेल न केवल आपात स्थितियों में राहत पहुंचाने में मदद करेगा बल्कि क्षेत्र की सुरक्षा और प्रशासनिक मजबूती के लिए भी जरूरी है।
यह भी पढ़ें - पश्चिम बंगाल: बीएसएफ जवानों पर किया बांग्लादेशी तस्कर ने हमला, आत्मरक्षा में की गई कार्रवाई में एक तस्कर ढेर
सेना का भरोसा - देश सेवा सर्वोपरि
सेना की ओर से कहा गया कि वह हमेशा क्षेत्र की सुरक्षा, प्राकृतिक आपदाओं में त्वरित मदद और देश की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। इस बैठक में यह भी स्पष्ट हुआ कि सैन्य-नागरिक सहयोग यानी सैन्य नागरिक संलयन को और प्रभावी बनाया जाएगा ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा और जनता के हित में योजनाओं को तेजी से लागू किया जा सके।
Trending Videos
भारतीय स्थलसेनेच्या महाराष्ट्र, गुजरात व गोवा विभागाचे प्रमुख अधिकारी लेफ्टनंट जनरल डी. एस. कुशवाह यांनी आज महाराष्ट्र व गुजरातचे राज्यपाल आचार्य देवव्रत यांची राजभवन, मुंबई येथे सदिच्छा भेट घेतली आहे. pic.twitter.com/mITcUjhK5m
विज्ञापन— Governor of Maharashtra (@maha_governor) November 30, 2025विज्ञापन
यह भी पढ़ें - महाराष्ट्र: दो दिसंबर को स्थानीय निकाय चुनाव; एक साल पुरानी महायुति सरकार के लिए अग्निपरीक्षा
संकट के समय सेना और सरकार साथ- समर्थन पर चर्चा
इस बैठक में खास तौर पर इस बात पर जोर दिया गया कि प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, तूफान या अन्य मानवीय संकट की स्थितियों में सेना और राज्य प्रशासन के बीच बेहतर तालमेल कैसे सुनिश्चित किया जाए। लेफ्टिनेंट जनरल कुशवाह ने बताया कि सेना हमेशा राहत और बचाव कार्यों में तैयार रहती है।
पूर्व सैनिकों और वीर नारियों के कल्याण पर बात
इस बैठक में पूर्व सैनिकों और शहीदों की पत्नियों ('वीर नारियों') के कल्याण योजनाओं पर भी विस्तार से बातचीत हुई। दोनों पक्षों ने माना कि उनके लिए योजनाओं और सुविधाओं को और सरल, सुलभ और प्रभावी बनाने की जरूरत है ताकि उन्हें आसानी से लाभ मिल सके।
भविष्य की योजनाएं और समन्वय पर जोर
इस दौरान सेना से जुड़े प्रशासनिक व बुनियादी ढांचों जैसे सैनिक भवनों, जिला सैनिक कल्याण कार्यालयों की क्षमता बढ़ाने और सेना से संबंधित जमीनों व संसाधनों के बेहतर प्रबंधन पर भी चर्चा हुई। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि सेना और सरकार के बीच बेहतर तालमेल न केवल आपात स्थितियों में राहत पहुंचाने में मदद करेगा बल्कि क्षेत्र की सुरक्षा और प्रशासनिक मजबूती के लिए भी जरूरी है।
यह भी पढ़ें - पश्चिम बंगाल: बीएसएफ जवानों पर किया बांग्लादेशी तस्कर ने हमला, आत्मरक्षा में की गई कार्रवाई में एक तस्कर ढेर
सेना का भरोसा - देश सेवा सर्वोपरि
सेना की ओर से कहा गया कि वह हमेशा क्षेत्र की सुरक्षा, प्राकृतिक आपदाओं में त्वरित मदद और देश की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। इस बैठक में यह भी स्पष्ट हुआ कि सैन्य-नागरिक सहयोग यानी सैन्य नागरिक संलयन को और प्रभावी बनाया जाएगा ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा और जनता के हित में योजनाओं को तेजी से लागू किया जा सके।
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन