पहाड़ से मैदान तक बारिश से आफत: दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ के हालात; शिवराज सिंह कल करेंगे पंजाब का दौरा
देश के अधिकांश हिस्से इस समय मूसलाधार बारिश की मार झेल रहे हैं। हिमाचल, उत्तराखंड में भूस्खलन से सड़कें बंद और कई मौतें हुई हैं। दिल्ली-NCR, यूपी, पंजाब, हरियाणा में भी जलभराव से हालात बिगड़े हैं। सेना और एनडीआरएफ राहत में जुटे हैं।
विस्तार
सितंबर में बारिश और मौसमी दशाओं को लेकर मौसम विभाग की चेतावनी सच साबित होती दिख रही है। उत्तर भारत में सितंबर की शुरुआत भीगी-भीगी रही है। यहां राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में बीते दो दिनों से बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दूसरी तरफ उत्तर भारत के कुछ और राज्यों में भी स्थितियां बिगड़ी हैं। मौसम विभाग इन क्षेत्रों में बारिश को लेकर रेड और यलो अलर्ट जारी कर रहा है। जानें आज पूरे देश में कहां कैसा है मौसम का रुख...
मौसम विभाग ने उत्तर भारत में और बारिश की संभावना जताई है। भारतीय मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, पड़ोसी राज्यों हिमाचल प्रदेश और पंजाब में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी है। IMD द्वारा जारी चेतावनियों के अनुसार, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में फिर से भारी बारिश का अनुमान है। नोएडा और गाजियाबाद सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में और बारिश होने की संभावना है।
दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात
भारी बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है। निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। यमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण यमुना बाजार के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। यमुना बाजार इलाके में NDRF की टीम तैनात है।
कमांडेंट ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि यहां पर तकरीबन 5-6 फीट पानी है। निचले इलाकों के घरों से लोगों को निकाल लिया गया है। अभी कुछ लोग और भी हैं जिन्हें बोला गया है कि सुरक्षित जगहों पर आ जाएं। कल रात से ही टीम यहां तैनात है। हम हर प्रकार की स्थिति के लिए तैयार हैं।
कई राज्यों और शहरों में स्कूल बंद
भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर, कई राज्यों और शहरों ने छात्रों की सुरक्षा के लिए स्कूलों को बंद करने की घोषणा की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, नोएडा, गाजियाबाद, चंडीगढ़, शिमला और जम्मू-कश्मीर में आज स्कूल बंद रहेंगे।
भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी
उत्तरी राज्यों में भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। जिसको देखते हुए भारत ने पाकिस्तान को सतलुज और तवी में बाढ़ की संभावना को लेकर अलर्ट किया है। इससे पहले, भारत ने पिछले हफ्ते पाकिस्तान को तवी नदी में संभावित बाढ़ को लेकर एक के बाद एक तीन चेतावनियां जारी की थीं।। पंजाब में भारी बारिश से सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के साथ मौसमी नदियां भी उफान पर हैं। जलाशयों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण हालात और गंभीर हो सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी है । वहीं, अगले 7 दिन हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। इसके अलावा अनंतनाग, डोडा, कठुआ, किश्तवाड़, कुलगाम, पुंछ, रामबन, रियासी और उधमपुर जैसे जिलों में मध्यम से उच्च बाढ़ का खतरा है। यहां लगातार बारिश के कारण पहाड़ियों से भारी कीचड़ और पत्थर गिरकर सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी मरम्मत कार्य चल रहा है।
पंजाब में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य के 23 जिलों के कुल 3.5 लाख लोग बारिश और अचानक आई बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। गुरदासपुर सबसे ज़्यादा प्रभावित है, जहां 324 गांव प्रभावित हुए हैं, इसके बाद अमृतसर (135 गांव) और होशियारपुर (119 गांव) का स्थान है। आलम यह है कि लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ और सेना तक मैदान में हैं। हालांकि, स्थितियां अभी सुधरती नहीं दिख रही। राज्य में 3 सितंबर को भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा पूरे हफ्ते हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी।
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के मंडी में बारिश और भूस्खलन से तबाही मचाई है। मंडी जिले के सुंदरनगर में भारी भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन की चपेट में आने से दो मकान जमींदोज हो गए और छह लोगों की मौत हो गई। वहीं, प्रदेश के चार जिलों कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और किन्नौर के कुछ स्थानों पर बुधवार को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऊना और बिलासपुर के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में भी बारिश के आसार हैं। आठ सितंबर तक मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर शिमला, सोलन, सिरमौर, कांगड़ा, बिलासपुर और कुल्लू में बुधवार को भी शिक्षण संस्थानों में छुट्टी कर दी गई है।
वहीं, हिमाचल प्रदेश में कुल 1,337 सड़कें अवरुद्ध हैं। इनमें से 282 मंडी में, 255 शिमला में, 239 चंबा में, 205 कुल्लू में और 140 सिरमौर जिले में हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग 3 (मंडी-धर्मपुर मार्ग), राष्ट्रीय राजमार्ग 305 (औट-सैंज), राष्ट्रीय राजमार्ग 5 (पुराना हिंदुस्तान-तिब्बत मार्ग) और राष्ट्रीय राजमार्ग 707 (हाटकोटी से पांवटा) भी अवरुद्ध हैं।
दिल्ली में यमुना खतरे के निशान के ऊपर
दिल्ली में सितंबर की शुरुआत बारिश से हुई। हालांकि, दिल्लीवासियों को अभी राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी में पांच तारीख तक हल्की से भारी बारिश देखने को मिल सकती है। दिल्ली में लगातार हो रही बारिश के कारण यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है। मंगलवार को दिल्ली के पुराने रेलवे पुल (ओआरबी) पर जलस्तर 206.03 मीटर दर्ज किया गया, जिससे यातायात बंद कर दिया गया है। बारिश और बाढ़ की चेतावनी के कारण कश्मीरी गेट के पास मोनेस्ट्री मार्केट, वासुदेव घाट और यमुना बाजार जैसे इलाकों से लोगों को निकाला गया है।
उत्तराखंड में अगले 24 घंटे भारी
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे देहरादून और नैनीताल समेत कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके चलते अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, उत्तरकाशी में मध्यम से उच्च आकस्मिक बाढ़ की संभावना है। वहीं, रेड अलर्ट के बीच उत्तराखंड के देहरादून, चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिलों में मूसलाधार बारिश हुई और जनजीवन बुरी तरह अस्तव्यस्त हो गया। गंगा और उसकी सहायक मंदाकिनी और अलकनंदा समेत सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। हल्द्वानी में गौला नदी खतरे के निशान से 20 सीएम ऊपर बह रही है। हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा नदी भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है।
उत्तर प्रदेश
- पूर्वी यूपी में 8 सितंबर तक भारी वर्षा का अनुमान।
- पश्चिमी यूपी में 3 सितंबर को भारी वर्षा की संभावना।
- यूपी के कई जिलों में अगले 7 दिन हल्की से मध्यम वर्षा व्यापक रूप से।
प्रदेश में कई जिलों में स्कूल बंद
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। गाजियाबाद में जिलाधिकारी ने आदेश जारी किया है कि 3 सितंबर को नर्सरी से कक्षा 12 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे। इसी तरह, गौतमबुद्धनगर में भी सभी बोर्डों से संबद्ध स्कूलों में आज अवकाश घोषित किया गया है, जिसमें नर्सरी से 12वीं तक के छात्र शामिल हैं।
राजस्थान में अगले पांच दिन हो सकती है भारी बारिश
राजस्थान को लेकर मौसम विभाग ने राज्य में अगले पांच दिन भारी बारिश होने की संभावना जताई है। इससे राज्य के क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है जहां पहले से ही जलभराव की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। खासकर 3 से 5 सितंबर के बीच स्थिति गंभीर रह सकती है। इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान में 4 से 6 सितंबर तक भारी वर्षा की संभावना है। इसके बाद भी कई स्थानों पर हल्की-मध्यम वर्षा का अनुमान है। राजस्थान के दौसा जिले में लगातार भारी बारिश के कारण कई नहरें उफान पर हैं। नीचली बस्तियों व सड़कों पर पानी फैल गया है। यहां 177 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
हरियाणा में बारिश का सिलसिला जारी
हरियाणा में सितंबर की शुरुआत में ही भारी बारिश का सिलसिला जारी है। 1 सितंबर को हुई बारिश ने गुरुग्राम से लेकर सोहना तक स्थिति बदतर कर दी थी। अब मौसम विभाग ने कहा है कि राज्य में 5 सितंबर तक अलग-अलग जगहों पर भारी वर्षा की संभावना है। इसके अलावा गरज-चमक व बिजली गिरने का भी अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार पूरे प्रदेश में औसत बारिश की बात करें तो प्रदेश में सामान्य तौर पर 31 अगस्त तक 353.6 मिलीमीटर बारिश होती है। इस बार 31 अगस्त तक 465.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है। जो कि सामान्य से 32.0 प्रतिशत अधिक हुई है। जुलाई के बाद अगस्त महीने में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज हुई है।
ओडिशा में भी बारिश को लेकर अलर्ट
ओडिशा में लगातार हो रही बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने कहा कि अगले चार दिनों में राज्य में और बारिश होगी। बुधवार को समुद्र की स्थिति बहुत खराब रहने की संभावना है। इसलिए आईएमडी ने मछुआरों को 3 सितंबर तक ओडिशा तट के आसपास और आसपास के समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है। भुवनेश्वर में सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक नौ घंटों में 45 मिमी बारिश हुई।
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर भारत में जबरदस्त बारिश की वजह मानसून की प्रणाली है। औसत समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका (ट्रफ) सामान्य स्थिति के करीब है। उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे म्यांमार के तट पर ऊपरी हवा के चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से इस जगह पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना है।
दूसरी तरफ निचले क्षोभमंडल के स्तरों में दक्षिणी हरियाणा में ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। निचले और मध्य क्षोभमंडल के स्तरों में उत्तरी कश्मीर से उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश तक मानसून की एक द्रोणिका बनी हुई है। इसके अलावा पंजाब और पड़ोसी पाकिस्तान के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण की वजह से पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) देखा गया है, जो कि मानसूनी हवाओं से टकराने की वजह से भीषण बारिश पैदा कर रहा है।
शिवराज सिंह चौहान कल जाएंगे पंजाब
इस बीच, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब में बारिश और उसके कारण पैदा हुए बाढ़ के हालातों की जानकारी ली है। उन्होंने इस बाबत पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद्र कटारिया, मुख्यमंत्री भगवंत मान और कृषि मंत्री गुरमीत सिंह से बात की। साथ ही उन्होंने कहा कि वे कल पंजाब जाएंगे।
शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा, 'मैं कल सुबह पंजाब पहुंचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अपने भाई-बहनों से मिलूंगा। संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार पूरी मजबूती के साथ पंजाब के भाई-बहनों के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान करेगी।'