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क्या प्राकृतिक आपदाओं का काल है ये साल, आइए जानते हैं क्या कहना है वैज्ञानिकों का

अमित शर्मा, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: Harendra Chaudhary Updated Tue, 26 May 2020 04:53 PM IST
सार

  • कोरोना संक्रमण के बीच अम्फान तूफान और चार बार भूकंप से हिल चुकी धरती से लोगों में डर का माहौल
  • वैज्ञानिकों ने कहा- ठंड, बारिश और भूकंप पूरी तरह सामान्य प्राकृतिक घटनाओं के रूप में
  • इस साल मानसून के सामान्य रहने का अनुमान, कृषि की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण

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What is the period of natural disasters, let us know what scientists have to say
Cyclone Amphan - फोटो : ANI (File)
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विस्तार
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कई लोग इस वर्ष को प्राकृतिक आपदाओं के वर्ष के तौर पर देख रहे हैं। इसका कारण है कि इस साल की शुरूआत कोरोना वायरस के संक्रमण की खबर के साथ हुई।
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इससे अब तक लाखों लोगों की जान जा चुकी है, तो इसी साल देश में अम्फान तूफान ने पश्चिम बंगाल में 80 से अधिक लोगों की जान ले ली है। ओडीशा से भी अनेक लोगों के हताहत होने की खबरें आई हैं।

कोरोना के गंभीर खतरों के ही बीच अब तक चार बार भूकंप आ चुका है। इससे लोगों में एक डर सा बना हुआ है। लेकिन मौसम वैज्ञानिक इसे पूरी तरह सामान्य प्राकृतिक प्रक्रिया मान रहे हैं।

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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने अमर उजाला डॉट कॉम से कहा कि इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है। वर्ष की शुरुआत में ठंड का अधिक होना प्रकृति के लिहाज से पूरी तरह सामान्य घटना थी।

पश्चिमी विक्षोभ के कारण दौर यह मार्च-अप्रैल तक चलता रहा। यह किसी भी दृष्टि में असामान्य नहीं है। इसी प्रकार अम्फान तूफान आना या भूकंप आना भी सामान्य भौगोलिक घटनाएं हैं, जिसे सामान्य प्राकृतिक घटनाओं की तरह से ही देखा जाना चाहिए।

महापात्रा ने कहा कि साल के आगे आने वाले समय में भी मौसम पूरी तरह सामान्य बने रहने की संभावना है। गर्मी की सामान्य अवधि के बाद पांच जून से देश में बारिश की शुरुआत होगी, जो 30 सिंतबर तक चलती रहेगी। देश की कृषि के लिहाज से वर्षा बिल्कुल सामान्य रहने का अनुमान है।

29 मई को गर्मी से कुछ राहत

नौतपा की शुरुआत के साथ ही पूरा उत्तर भारत तेज धूप में झुलसने लगा है। कई जगहों पर पारा 47 डिग्री को पार कर चुका है। अगले पांच दिनों तक यही तापमान बना रह सकता है।

पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना के कारण मौसम वैज्ञानिक 29 मई को दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई इलाकों में हल्की बारिश की उम्मीद कर रहे हैं।

इस दिन हवा में हल्के बादल छाए रहेंगे और धूल भरी आंधी चल सकती है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस वर्ष अच्छी गर्मी पड़ेगी।

पांच जून से देश के दक्षिणी हिस्सों से बारिश की शुरुआत हो जाएगी जो धीरे-धीरे उत्तर की तरफ बढ़गी और 30 सितंबर के आसपास तक जारी रहेगी।

अगले हफ्ते कैसा रहेगा मौसम

मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 45 डिग्री और न्यूनतम 30 डिग्री तक बना रह सकता है। बुधवार को 45-28 डिग्री और गुरुवार को 41-28 डिग्री बना रह सकता है।

इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के कारण शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है। कहीं-कहीं पर हल्की बारिश भी हो सकती है। इससे तापमान में कुछ गिरावट आएगी।

शुक्रवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री और न्यूनतम 27 डिग्री तक रह सकता है। शनिवार को भी तापमान में कमी बनी रहेगी।

अनुमान है कि शनिवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम 24 डिग्री तक पहुंच सकता है। इस दिन भी हल्की बारिश होने का अनुमान है।

अप्रैल में इसलिए नहीं पड़ी गर्मी

मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि मई महीने में पड़ रही इस समय की तेज गर्मी इस साल कड़ी गर्मी का पहला दौर है। देश में सामान्य तौर पर अप्रैल माह में ही तेज गर्मी का पहला-दूसरा चरण संपन्न हो जाता था।

लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के बीच-बीच में लगातार सक्रिय रहने के कारण हल्की बारिश होती रही, जिससे तापमान सामान्य बना रहा। यह पूरी तरह सामान्य प्रकृति के अनुरुप रहा है।

 

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