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Delhi Red Fort Blast: आखिर क्यों असाधारण है यह धमाका? दिल्ली में जिस कार में ब्लास्ट हुआ, उसे लेकर बड़ा खुलासा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली।
Published by: ज्योति भास्कर
Updated Mon, 10 Nov 2025 11:24 PM IST
सार
Delhi Lal Qila Blast Details: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अति व्यस्त क्षेत्र- लाल किले के पास सोमवार शाम एक जोरदार धमाका हुआ। इस धमाके की हर पहलू से जांच की जा रही है। इस बीच, इस बारे में अहम खुलासे हुए हैं, जानिए...
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दिल्ली में 13 साल बाद हुआ बम धमाका
- फोटो : पीटीआई / अमर उजाला ग्राफिक्स
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विस्तार
पुरानी दिल्ली स्थित लाल किले के पास सोमवार शाम धीमी गति से चलती कार में एक जोरदार धमाका हुआ। धमाका इतना जबर्दस्त था कि इसकी चपेट में आए लोगों के हाथ, फेफड़े और सिर जैसे अंग शरीर से अलग होकर हवा में उछल गए। धमाके के साथ कई गाड़ियों में आग भी लगी। अब पुलिस इसकी हर पहलू से जांच कर रही है। एजेंसियां आतंकी साजिश के एंगल से भी जांच कर रही हैं। लाल किला मेट्रो स्टेशन गेट नंबर-एक के सामने हुए इस धमाके के करीब तीन घंटे बीतने के बाद कई अहम तथ्य सामने आए हैं।
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पहले जानिए, कहां हुआ धमाका?
यह धमाका पुरानी दिल्ली के अति व्यस्त लाल किला इलाके में हुआ। लाल किला परिसर के प्रवेश द्वार से कोई 150-200 मीटर की दूरी पर लाल किला मेट्रो स्टेशन है। इसके सामने से गुजरने वाली सड़क- सुभाष मार्ग पर बने ट्रैफिक सिग्नल के पास से धीमी गति से गुजर रही एक गाड़ी में शाम 6:52 बजे धमाका हुआ।
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धमाका किसमें हुआ?
धमाका Hyundai i20 कार में हुआ। शुरुआती जानकारी के अनुसार, इस कार के अंदर तीन लोग बैठे थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने धमाके के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में i20 कार का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि पुलिस और सभी जांच एजेंसियों को हर पहलू से इस मामले की जांच का निर्देश दिया गया है।
कार किसकी थी, धमाका कैसे हुआ?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, धमाके से पहले ट्रैफिक के दबाव के कारण कार बेहद धीमी गति से चल रही थी। पुलिस सूत्रों ने धमाके के तत्काल बाद जो सूचना दी उसके अनुसार, यह कार नदीम खान नाम से रजिस्टर्ड थी और इस पर हरियाणा की नंबर प्लेट लगी थी। बाद में यह खुलासा हुआ कि दिल्ली पुलिस ने गुरुग्राम पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई में मोहम्मद सलमान को हिरासत में लिया है।
पुलिस अधिकारी के अनुसार, सलमान से उस कार के बारे में पूछताछ की जा रही है जिसमें धमाका हुआ था। उसने यह कार ओखला निवासी देवेंद्र को बेची थी, देवेंद्र ने बाद में इसे अंबाला के एक व्यक्ति को बेच दिया। पुलिस के मुताबिक वाहन के अंतिम खरीदार और उससे जुड़े सभी लोगों की पहचान व ठिकाने का पता लगाने में जुटी है।
यह धमाका असाधारण क्यों है?
धमाके की प्रकृति के बारे में पुलिस सूत्रों ने बताया कि घायलों को जब अस्पताल पहुंचया गया, तब यह पाया गया कि उनके शरीर पर किसी पैलेट या पंचर होने के निशान नहीं थे। अगर मामला बम धमाके का हो, तो ऐसा पाया जाना असाधारण है। हालांकि, हर पहलू से जांच की जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक धमाका इतना तेज था कि चार किलोमीटर दूर आईटीओ तक इसकी आवाज सुनी गई। यह भी असाधारण है।
धमाके के बाद क्या हुआ?
धमाके के तुरंत बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसियां मौके पर पहुंचीं। शाम 7:29 बजे आग पर काबू पा लिया गया। कम से कम छह कारें, दो ई-रिक्शा और एक ऑटो रिक्शा आग की चपेट में आ गए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि धमाके की जानकारी मिलते ही तुरंत 10 मिनट के भीतर, दिल्ली क्राइम ब्रांच और दिल्ली स्पेशल ब्रांच की टीमें मौके पर पहुंच गईं।
अब आगे किस तरह होगी जांच?
पुलिस अब CCTV फुटेज खंगाल रही है ताकि जिस कार में धमाका हुआ, उसके रूट के बारे में सटीक जानकारी हासिल की जा सके। स्थानीय लोगों से भी इस बारे में पूछताछ की जा रही है। मोबाइल डाटा भी खंगाले जा रहे हैं। संदिग्ध आतंकियों से जुड़ी जानकारी भी खंगाली जा रही है। क्या इस मामले की आतंकी साजिश के पहलू से भी जांच होगी, इस पर सवाल पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हम सभी पहलुओं से जांच करेंगे। फिलहाल, कहना मुश्किल है कि यह धमाका कैसे हुआ। ऐसे में दिल्ली पुलिस, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल), नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी) की टीम जो जांच कर रही है, उनकी रिपोर्ट या अधिकारियों के आधिकारिक बयान से पहले इस मामले में किसी भी तरह का निष्कर्ष निकालना मुश्किल है।