Wrestlers Protest: सरकार ने बढ़ाया बृजभूषण पर कुश्ती महासंघ से इस्तीफा देने का दबाव, क्या झुकेंगे शरण?
Wrestlers Protest: खेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने मामले को गंभीर माना है और अमर उजाला से हुई बातचीत से साफ है कि केंद्र सरकार ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर अपना दबाव बढ़ा दिया है। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है...
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कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर कुश्ती खिलाड़िय़ों का गुस्सा अपशकुन बनकर आया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस मामले केंद्र सरकार से हस्तक्षेप का आग्रह किया है। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने उच्च स्तर पर मिले निर्देश को प्रमुखता देते हुए भाजपा सांसद बृजभूषण से बात भी की, लेकिन अभी तक कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष अपने तेवर में ही हैं। सूत्र बताते हैं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी मामले को संज्ञान में लिया है। केंद्रीय सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी कहा कि इस स्तर के आरोप के बाद महासंघ के अध्यक्ष को खुद नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
खेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने मामले को गंभीर माना है और अमर उजाला से हुई बातचीत से साफ है कि केंद्र सरकार ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर अपना दबाव बढ़ा दिया है। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। इस प्रकरण में भाजपा की नेता और पूर्व कुश्ती खिलाड़ी बबिता फोगाट भी सामने आई हैं। उन्होंने सरकार और खिलाडियों के बीच में मध्यस्थता शुरू की है। साक्षी मलिक समेत चार खिलाडिय़ों के साथ खेल मंत्रालय में एक बैठक हो चुकी है। लेकिन अभी सरकार और खिलाडियों के बीच में कोई सहमति नहीं बन पाई है। समझा जा रहा है कि इस मामले में प्रधानमंत्री के दिल्ली लौटने के बाद कोई बड़ा फैसला हो सकता है।
आखिर कौन हैं बृजभूषण शरण सिंह?
ब्रजभूषण शरण सिंह केसरगंज, उत्तर प्रदेश लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद हैं। वह छठवीं बार संसद में पहुंचे हैं। वह बाहुबली और दबंग सांसदों में गिने जाते हैं। 11 साल से कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद पर काबिज हैं। अपनी युवा अवस्था में वह अखाड़े में कुश्ती लड़ चुके हैं। अब राजनीति के अखाड़े से लेकर कुश्ती महासंघ में दांव अजमा रहे हैं। पिछले साल वह शहरी एवं विकास मंत्री हरदीप पुरी के पर कड़े शब्दों में अपना गुस्सा जाहिर कर चुके हैं। इस मामले में उम्मीद की जा रही थी कि बृजभूषण शरण सिंह को भाजपा से सख्त हिदायत दी जाएगी, लेकिन उनके प्रभाव के चलते ऐसा कुछ नहीं हुआ। बृजभूषण सिंह 1991 में भाजपा के टिकट से चुनाव लड़कर पहली बार संसद पहुंचे थे। 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आरोपी थे। 1999 और 2004 में भी भाजपा के टिकट में संसद में पहुंचे, लेकिन 2009 में उन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट से लोकसभा में जगह बनाई। बृजभूषण के बारे में कहा जाता है कि वह प्रधानमंत्री मोदी के संदेश के बाद 2014 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए थे।
बृजभूषण शरण सिंह समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबियों में भी गिने जाते हैं। बृभूषण शरण सिंह की दबंगई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2019 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने मायावती को अपशब्द तक कहा था। रांची में अंडर-15 राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में उन्होंने एक पहलवान को मंच पर ही थप्पड़ जड़ दिया था। यह प्रतियोगिता 15 वर्ष के पहलवानों की थी और कथित पहलवान की उम्र 15 साल से अधिक थी। लिहाजा उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया था। यह पहलवान उत्तर प्रदेश से था और खुद को प्रतियोगिता में शामिल करने के लिए मंच पर चढ़ गया था। इसके बाद बृजभूषण शरण सिंह ने गुस्से में आपा खोते हुए उसे थप्पड़ जड़ दिया था।
फांसी पर लटक जाऊंगा: बृजभूषण शरण सिंह
अमर उजाला ने बृजभूषण शरण सिंह से बात करने की कोशिश की, लेकिन सिंह ने फोन नहीं उठाया। हालांकि उन्होंने मीडिया को दिए बयान में कहा कि आरोप लगाने वाले को सामने आना चाहिए। बृजभूषण शरण सिंह ने इन आरोपों को बेबुनियाद, मनगढ़ंत बताया। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि वह जांच का सामना करने को तैयार हैं। अगर उन पर आरोप सही साबित कर दिए जाएं, तो वह खुद फांसी पर लटक जाएंगे। कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के सवाल पर कहा कि वह चुने हुए अध्यक्ष हैं। इसलिए यहां इस्तीफा देने का सवाल नहीं उठता। बृजभूषण शरण सिंह काफी संपन्न हैं। सांसद के पास चार्टड हेलीकॉप्टर है और उत्तर प्रदेश के क्षत्रिय सांसदों, विधायकों में अहम पैठ रखते हैं।
विपक्ष और खिलाड़िय़ों से बढ़ाया दबाव
अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित खिलाडिय़ों से सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुसीबत बढ़ा दी है। विश्व स्तरीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभा का लोहा मनवा चुके कुश्ती के खिलाड़ियों में शामिल बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक समेत अन्य ने आवाज उठाई है। इन खिलाड़ियों के समर्थन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया है। मीडिया विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसकर आईना दिखाया है। माकपा नेता वृंदा करात खुद खिलाडिय़ों के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंची। जबकि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस मामले सख्त कार्रवाई की मांग की है।
बृजभूषण पर कार्रवाई, भाजपा के लिए आगे कुआं और पीछे खाई
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ खिलाडिय़ों के आरोप के आधार पर कोई सख्त कदम उठाना भाजपा के लिए आगे कुआं और पीछे खाई जैसा है। विनेश फोगाट हरियाणा से आती हैं। उनके साथ कुश्ती के अधिकांश खिलाड़ी भी हरियाणा से ही हैं। बृजभूषण के खिलाफ कदम न उठाने से भाजपा को हरियाणा और देश के अन्य हिस्से में नुकसान हो सकता है। वहीं बृजभूषण पर कोई सख्त कार्रवाई उत्तर प्रदेश में पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है। बृजभूषण न केवल छह बार के सांसद हैं, बल्कि एक वर्ग में उनका खास जनाधार भी माना जाता है। उत्तर प्रदेश के ही एक सांसद का कहना है कि केवल आरोप में सच्चाई नहीं होती। जांच होनी चाहिए। रहा सवाल बृजभूषण सिंह का तो वह अच्छे नेता हैं। अपने दम पर संसद भवन में पहुंचते हैं। इस तरह के आरोपों में सच्चाई को उनके क्षेत्र की जनता अच्छी तरह से समझती है।