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Kathua News: कोहरे में कम हुई दृश्यता, वाहनों की रफ्तार पर लगा ब्रेक
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कोहरे ने धीमी की वाहनों की रफ्तार
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कठुआ। जिले में शुक्रवार की सुबह घने कोहरे ने वाहनों की रफ्तार थाम दी। शाम ढलने के साथ ही मैदानी इलाकों को एक बार फिर कोहरे ने अपनी आगोश में ले लिया। सुबह और शाम कोहरे और धुंध से जनजीवन प्रभावित हुआ।
कोहरे का सर्वाधिक असर जम्मू-पठानकोट नेशनल हाईवे पर दिखा। यहां सुबह आठ बजे वाहन हेड लाइट जलाकर रेंगते नजर आए। बाजार भी असर से अछूते नहीं रहे। दस बजे तक खुला रहने वाला बाजार इस दिन जल्द बंद हो गया।
सुबह कठुआ, हीरानगर के जम्मू-पठानकोट नेशनल हाईवे से सटे इलाके घने कोहरे की चपेट में आ गए। इससे वाहनों की रफ्तार भी धीमी हो गई। दिन भर आंशिक रूप से बादल छाए रहे। मैदानी इलाकों में कोहरे की मार झेलने के लिए लोग मजबूर हो गए हैं। शीतलहर का प्रकोप भी बढ़ गया है। पहाड़ी इलाकों में भी लोग अलाव का सहारा लेने को मजबूर हुए।
सर्दी के साथ दोहरी चुनौती खड़ी कर रहे कोहरे ने जनजीवन पर खासा असर डालना शुरू कर दिया है। कठुआ शहर सहित आसपास के इलाकों में जहां ठिठुरन बढ़ गई है। कोहरे की वजह से रेल और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। सुबह के समय वाहनों की फॉग लाइटें ऑन रहीं। शहरी इलाकों में जहां विजिबिलिटी सौ से दो सौ मीटर तक रही। ग्रामीण इलाकों में विजिबिलिटी पचास मीटर से भी कम रही। कोहरे से किसानों भी चिंतित रहे। सब्जी की पैदावार पर भी कोहरे का असर पड़ना शुरू हो गया है। किसानों ने बताया कि कोहरे का कहर नहीं थमा तो सब्जियों की पैदावार प्रभावित होगी। इससे आने वाले दिनों में सब्जियों के दाम में उछाल आ सकता है।
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सुबह कठुआ, हीरानगर के जम्मू-पठानकोट नेशनल हाईवे से सटे इलाके घने कोहरे की चपेट में आ गए। इससे वाहनों की रफ्तार भी धीमी हो गई। दिन भर आंशिक रूप से बादल छाए रहे। मैदानी इलाकों में कोहरे की मार झेलने के लिए लोग मजबूर हो गए हैं। शीतलहर का प्रकोप भी बढ़ गया है। पहाड़ी इलाकों में भी लोग अलाव का सहारा लेने को मजबूर हुए।
सर्दी के साथ दोहरी चुनौती खड़ी कर रहे कोहरे ने जनजीवन पर खासा असर डालना शुरू कर दिया है। कठुआ शहर सहित आसपास के इलाकों में जहां ठिठुरन बढ़ गई है। कोहरे की वजह से रेल और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। सुबह के समय वाहनों की फॉग लाइटें ऑन रहीं। शहरी इलाकों में जहां विजिबिलिटी सौ से दो सौ मीटर तक रही। ग्रामीण इलाकों में विजिबिलिटी पचास मीटर से भी कम रही। कोहरे से किसानों भी चिंतित रहे। सब्जी की पैदावार पर भी कोहरे का असर पड़ना शुरू हो गया है। किसानों ने बताया कि कोहरे का कहर नहीं थमा तो सब्जियों की पैदावार प्रभावित होगी। इससे आने वाले दिनों में सब्जियों के दाम में उछाल आ सकता है।