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Kathua News: समाज की एकजुटता से ही भारत के गौरव व विकास का मार्ग होगा प्रशस्त
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-बिलावर के गांव फिंतर और किशनपुर में करवाया गया हिंदू सम्मेलन
संवाद न्यूज एजेंसी
बिलावर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने रविवार को बिलावर के गांव फिंतर और किशनपुर में हिंदू सम्मेलन करवाया। इसमें वक्ताओं ने कहा कि समाज की एकजुटता से ही भारत के गौरव और विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। हिंदू समाज एकजुट होकर देश के विकास को दिशा दे।
गांव फिंतर में संघ के विभाग प्रचारक अनुराग ने कहा कि हिंदू समाज की जड़ें ऋषि परंपरा में निहित हैं। जहां संस्कार आदर्श और मूल व्यक्ति को रूढ़ियों से मुक्त कर राष्ट्र के प्रति जिम्मेदार बनाते हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने 27 सितंबर 1925 को विजयदशमी के दिन संघ की स्थापना की थी। इसका मुख्य उद्देश्य हिंदुओं में अनुशासन एकता और संस्कृति पहचान को मजबूत करना है।
संघर्ष से समाज कमजोर होता है और विघटनकारी शक्तियां इसका लाभ उठाती हैं
किशनपुर में आयोजित हिंदू सम्मेलन में विभाग बौद्धिक प्रचारक कारण ने कहा कि आपसी संघर्ष से समाज कमजोर होता है और इसका लाभ विघटनकारी शक्तियां उठाती हैं। उन्होंने संगठन और एकता को सनातन संस्कृति की आत्मा बताया। उन्होंने भारतीय नारी की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि त्याग समर्पण और दूर दृष्टि के बल पर नारी शक्ति परिवार से लेकर राष्ट्र तक संस्कृति का ध्वज उठाए हुए है। इससे पहले कार्यक्रमों का शुभारंभ मां भारती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर और दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। सम्मेलन में बड़ी संख्या में संघ की महिला और पुरुष कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
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संवाद न्यूज एजेंसी
बिलावर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने रविवार को बिलावर के गांव फिंतर और किशनपुर में हिंदू सम्मेलन करवाया। इसमें वक्ताओं ने कहा कि समाज की एकजुटता से ही भारत के गौरव और विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। हिंदू समाज एकजुट होकर देश के विकास को दिशा दे।
गांव फिंतर में संघ के विभाग प्रचारक अनुराग ने कहा कि हिंदू समाज की जड़ें ऋषि परंपरा में निहित हैं। जहां संस्कार आदर्श और मूल व्यक्ति को रूढ़ियों से मुक्त कर राष्ट्र के प्रति जिम्मेदार बनाते हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने 27 सितंबर 1925 को विजयदशमी के दिन संघ की स्थापना की थी। इसका मुख्य उद्देश्य हिंदुओं में अनुशासन एकता और संस्कृति पहचान को मजबूत करना है।
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संघर्ष से समाज कमजोर होता है और विघटनकारी शक्तियां इसका लाभ उठाती हैं
किशनपुर में आयोजित हिंदू सम्मेलन में विभाग बौद्धिक प्रचारक कारण ने कहा कि आपसी संघर्ष से समाज कमजोर होता है और इसका लाभ विघटनकारी शक्तियां उठाती हैं। उन्होंने संगठन और एकता को सनातन संस्कृति की आत्मा बताया। उन्होंने भारतीय नारी की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि त्याग समर्पण और दूर दृष्टि के बल पर नारी शक्ति परिवार से लेकर राष्ट्र तक संस्कृति का ध्वज उठाए हुए है। इससे पहले कार्यक्रमों का शुभारंभ मां भारती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर और दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। सम्मेलन में बड़ी संख्या में संघ की महिला और पुरुष कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।