श्रीनगर नौगाम विस्फोट हादसा: नौ लोगों की मौत, 27 पुलिसकर्मी समेत 32 घायल; आतंकी दावे को पुलिस ने बताया झूठा
नौगाम पुलिस थाने में हुआ विस्फोट फोरेंसिक प्रक्रिया के दौरान हुई दुर्घटना था, जिसे लेकर आतंकी वारदात की अटकलों को केंद्र ने खारिज कर दिया है। इस हादसे में नौ लोगों की मौत और 27 पुलिसकर्मियों सहित 32 लोग घायल हुए, जबकि सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
विस्तार
श्रीनगर के नौगाम पुलिस थाने में शुक्रवार रात हुआ विस्फोट एक हादसा था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसके पीछे आतंकी हाथ होने से इन्कार किया है। इस भीषण धमाके में मरने वालों की संख्या नौ हो गई है। 27 पुलिसकर्मी समेत 32 लोग घायल हैं।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने मृतकों के स्वजन को 10-10 लाख रुपये और गंभीर रूप से प्रत्येक घायल को एक लाख रुपये देने की घोषणा की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रशांत लोखंडे ने कहा, निर्धारित प्रक्रिया के तहत विस्फोटक के नमूनों को फोरेंसिक परीक्षण के लिए भेजा जा रहा था। विस्फोटक की अस्थिर व संवेदनशील प्रकृति के कारण यह काम विशेषज्ञों की निगरानी में किया जा रहा था, इसी दौरान शुक्रवार रात 11:20 बजे दुर्घटनावश विस्फोट हुआ।
लोखंडे ने साफ किया, कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है और इसे लेकर अटकलें पूरी तरह निराधार हैं। मृतकों में एसआईए का एक अधिकारी, फोरेंसिक जांच टीम के तीन सदस्य, क्राइम ब्रांच के दो फोटोग्राफर, दो राजस्व अधिकारी और एक दर्जी है।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने आतंकी संगठन पीएएफएफ के ऑनलाइन दावे को झूठा और शरारतपूर्ण बताते हुए खारिज कर दिया जिसमें विस्फोट की जिम्मेदारी ली गई थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि दावा निराधार है। वहीं, नौगाम विस्फोट में घायल हुए लोगों से मिलने स्वास्थ्य मंत्री सकीना इत्तू अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने बताया कि वे घायलों के इलाज की व्यवस्था देखने आई थीं।
नुकसान का आकलन किया जा रहा
डीजीपी नलिन प्रभात ने बताया, सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल की जांच के दौरान बरामद सामग्री फरीदाबाद से नौगाम लाई गई थी। इसे थाना परिसर के खुले क्षेत्र में रखा गया था। बरामदगी की मात्रा ज्यादा थी। फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की टीम सैंपल लेने का काम दो दिन से कर रही थी। दुर्भाग्य से इसी कार्रवाई के दौरान आकस्मिक विस्फोट हुआ। नुकसान का आकलन किया जा रहा है। डीजीपी ने बताया, घायल अस्पताल में भर्ती हैंै। थाने की इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। आसपास की इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है।
फरीदाबाद से किया था जब्त, पिकअप से ले गए नौगाम
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोटक को 9-10 नवंबर को छापे में फरीदाबाद से जब्त किया गया था। इसे पिकअप वाहन में छोटे बैगों में भरकर नाैगाम पुलिस थाने में लाया गया था। इसके लिए पूरे प्रोटोकाॅल का पालन किया गया। विस्फोटक को नौगाम लाए जाने का कारण पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा, चूंकि आतंकी नेटवर्क से जुड़ा मूल मामला नौगाम पुलिस थाने में दर्ज किया गया था इसलिए जब्त विस्फोटक वहां लाया गया। इसी विस्फोटक की जांच की जा रही थी।