एसी टेक्नीशियन तुफैल भट गिरफ्तार: AK-47 मुहैया करवाने का आरोप; पिता बोले-अगर बेटा दोषी है तो सजा मिले
श्रीनगर के एसी तकनीशियन तुफैल नियाज भट को दिल्ली धमाके में शामिल होने के शक में गिरफ्तार किया गया है। उसके पिता ने कहा कि अगर वह दोषी है तो सजा मिले, जबकि मां तुफैल को बेकसूर बता रही हैं और उसके हथियारों से जुड़े आरोपों का खंडन कर रही हैं।
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प्रदेश जांच एजेंसी ने शनिवार को बटमालू के एसी तकनीशियन तुफैल नियाज भट को गिरफ्तार किया था। रविवार को उसके पिता ने कहा कि बेटे का दिल्ली धमाके में हाथ है तो उसे सजा जरूर मिले, कभी नहीं चाहूंगा कि आतंकी बेटे के साथ रहूं। उन्होंने जांच की भी मांग की।
नियाज अहमद भट ने बताया कि दिल्ली धमाके के एक दिन बाद बेटे को काम की जगह से उठाया गया था। उसके साथ जो लड़का काम कर रहा था उसने घर आकर बताया। हम थाने पहुंचे। अगले दिन पता लगा कि पुलिस उसे ले गई है, फिर तुफैल को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया गया कि वह दिल्ली धमाके में शामिल है। अगर ऐसा है तो उसे सजा मिलनी ही चाहिए।
मैं कभी नहीं चाहूंगा कि आतंकी बेटे के साथ घर में रहूं। तुफैल 17-18 साल का था तब उमर यहां रहता था। वह उससे कब मिला मुझे भी नहीं पता। बंदूक मिलने के सवाल पर बोले कि जब तुफैल 9वीं कक्षा में पढ़ता था तो उसे किसी लड़के ने बंदूक देखने को दी थी, तब मैंने उसे बहुत पीटा था। अब यह दिन भी देखना पड़ रहा है।
चाचा व चचेरा भाई जेल में : तुफैल के रिश्तेदारों की भी राष्ट्र विरोधी गतिविधियां पाई गई हैं। सूत्रों के अनुसाार उसका चाचा शफीक अहमद और चचेरा भाई वसीम खान प्रदेश से बाहर जेल में बंद हैं। अगस्त 2018 में बटमालू में मुठभेड़ हुई थी, आतंकियों ने उसके मकान में शरण ली थी। उस मकान को कुर्क किया गया था। चचेरा भाई आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त पाया गया था और उसे जून में प्रशासन ने दो अन्य सरकारी कर्मचारियों के साथ बर्खास्त कर दिया था।
मां ने कहा-तुफैल बेकसूर, पहले भी ले गए थे सेना वाले
मां नजा बानो ने कहा कि तुफैल को पहले भी सेना वाले ले गए थे, दो महीने पहले छोड़ा था। बेटा बेकसूर है, हमारा घर देखिए, वह कहां से हथियार लाएगा। वह पहले से जेल में बंद था तो उमर के साथ कहां रहा। पांच-छह साल पहले उमर पड़ोस में रहकर डॉक्टरी पढ़ रहा था। फिर नौकरी लगने पर चला गया, उसका यहां कोई रिश्ता नहीं है। वह डॉक्टरी कर रहा था, तुफैल उस समय बच्चा था। दोनों में दोस्ती कैसे हो सकती है। यही हालत रही तो खुद को आग लगा लूंगी।
एके-47 मुहैया करवाने का शक
तुफैल नियाज भट पुलवामा के इंडस्ट्रियल एस्टेट में एसी तकनीशियन था। उसे पुलवामा से हिरासत में लिया गया और लगातार पूछताछ के बाद औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों ने बताया कि भट पर शक है कि उसने एके-47 मुहैया करवाई थी जो अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज में डॉ. आदिल अहमद को दिए गए लॉकर से मिली थी। डॉ. आदिल पहले से ही मुख्य आरोपी के तौर पर एनआईए की गिरफ्त में है।