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Jammu-Kashmir: एक दिन जम्मू तो दूसरे दिन श्रीनगर से चलेंगे भारी वाहन, रोजाना निकल सकेंगे 5000 वाहन
अमर उजाला ब्यूरो, जम्मू
Published by: आकाश दुबे
Updated Thu, 18 Sep 2025 01:34 PM IST
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सार
बुधवार को श्रीनगर से भारी वाहनों को जम्मू की तरफ आने की अनुमति दी गई है। जम्मू की तरफ से हल्के वाहन श्रीनगर के लिए रवाना हुए। वीरवार को जम्मू की तरफ से श्रीनगर जाने वाले भारी वाहन आगे बढ़ पाए।

Jammu Srinagar Highway (फाइल फोटो)
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही का नया तरीका खोज लिया है। उधमपुर के थर्ड इलाके में क्षतिग्रस्त हाईवे से एक दिन श्रीनगर की तरफ से भारी वाहन आएंगे तो दूसरे दिन जम्मू से श्रीनगर जाएंगे। यह सिलसिला हाईवे दुरुस्त होने तक चलता रहेगा। एनएचएआई ने दावा किया है कि इससे रोजाना पांच हजार ट्रक निकाले जा सकेंगे।

बुधवार को श्रीनगर से भारी वाहनों को जम्मू की तरफ आने की अनुमति दी गई है। जम्मू की तरफ से हल्के वाहन श्रीनगर के लिए रवाना हुए। वीरवार को जम्मू की तरफ से श्रीनगर जाने वाले भारी वाहन आगे बढ़ पाए। एनएचएआई ने सेब के फंसे ट्रकों को निकालने के लिए यह फॉर्मूला निकाला है। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर थर्ड में बीते दो सितंबर से राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित है। इस वजह से श्रीनगर की तरफ सेब से लदे सैकड़ों ट्रक नेशनल हाईवे पर फंसे हुए हैं जबकि जम्मू की तरफ से तेल, गैस और रसद सामग्री लेकर जा रहे भारी वाहन नरवाल, नगरोटा, उधमपुर-रामबन में रुके हैं। सबसे बड़ी मुश्किल उन ट्रकों को लेकर आ रही है जो मुर्गी, भेड़, बकरे या सब्जियां लेकर जा रहे थे और अब बीच रास्ते में अटक गए हैं। हाईवे पर फंसे ट्रक चालक भी मुश्किल में हैं। बीते करीब 15 दिन से इनके लिए खाने-पीने की किल्लत होनी शुरू हो गई है।
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चालक अपने साथ जो खाद्य सामग्री लेकर चले थे वो भी अब खत्म हो रही है। नेशनल हाईवे के इस हालत को देखते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसे प्रदेश सरकार के हवाले करने की बात केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से कही थी। इसके बाद गडकरी ने मुख्यमंत्री के साथ एक ऑनलाइन बैठक कर हालात की समीक्षा की और एनएचएआई के अधिकारियों को मार्ग जल्द बहाल करने के निर्देश जारी किए। एनएचएआई के अधिकारियों ने इसके लिए अब भारी और हल्के वाहनों का फाॅर्मूला तैयार किया है।
एक-एक करके निकाले जाएंगे वाहन
मार्ग में फंसे वाहनों को एक-एक कर निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। हल्के और भारी वाहनों को अलग-अलग निकाला जाएगा। एक तरफ से भारी तो दूसरी तरफ से हल्के वाहन आवाजाही करेंगे ताकि मार्ग में फंसे वाहनों को निकाला जा सके। - आरएस यादव, क्षेत्रीय अधिकारी, एनएचएआई