{"_id":"690bba7e052c2af18c0c2f20","slug":"jhiri-fair-jammu-news-c-10-jmu1052-755192-2025-11-06","type":"story","status":"publish","title_hn":"Jammu News: कार्तिक पूर्णिमा पर बाबा तालाब में उमड़ा आस्था का सैलाब","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Jammu News: कार्तिक पूर्णिमा पर बाबा तालाब में उमड़ा आस्था का सैलाब
विज्ञापन
बाबा के तालाब पर कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़।संवाद
विज्ञापन
श्रद्धालुओं ने बाबा जित्तो और बुआ काैड़ी को नमन कर किया शाही स्नान
संवाद न्यूज एजेंसी
मिश्रीवाला। कार्तिक पूर्णिमा पर बुधवार को बाबा तालाब पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। जयघोष लगाते श्रद्धालु ढोल की थाप पर नाचते गाते बाबा जित्तो के दरबार में हाजिरी देने पहुंच रहे हैं। सुबह बाबा तालाब में शाही स्नान करने के बाद बाबा जित्तो और बुआ कौड़ी के दर्शन के लिए प्राचीन मंदिर में श्रद्धालुओं की दिन भर लंबी कतारें लगी रहीं।कार्तिक पूर्णिमा पर बाबा तालाब में 35 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। जम्मू-कश्मीर सहित अन्य राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने बाबा जित्तो और बुआ कोड़ी को नमन कर शाही स्नान किया। टोलियों में जातर करते आ रहे श्रद्धालु बुआ-बाबा से अपने पूर्वजों की गलती की क्षमा मांग रहे हैं।
बाबा तालाब से झिड़ी मंदिर तक का पैदल सफर तीन किलोमीटर का है। वहां भी बाबा जित्तो मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हैं। श्रद्धालु जय बाबा जित्तो की, जय बुआ कौड़ी के जयघोष लगाते हुए पहुंच रहे हैं। झिड़ी में उमड़े श्रद्धा के महाकुंभ से पूरा वातावरण भक्तिमय है। मेले में श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न संगठनों की ओर से लंगर लगाए गए हैं।
-- -- -- -
पक्षियों ने भी लगाई डुबकी
बाबा तालाब में कई पक्षियों का भी आगमन हुआ। झुंड में आए पक्षी तालाब में डुबकी लगाते देखे गए। कई लोगों ने इस दृश्य को देखकर कहा कि पूर्वजों द्वारा की गई गलतियों का प्रायश्चित करने पक्षी यहां पहुंचते हैं।
स्नान का विशेष महत्व
बाबा तालाब में स्नान करने का काफी महत्व है। स्नान कर रहे अमरजीत सिंह ने बताया कि जिन लोगों पर भूत-प्रेत या नजर आदि दोष होता है, चर्मरोग या कोई बीमारी से पीड़ित हों तो कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करने से सभी रोग ठीक हो जाते हैं। चर्म रोग ठीक हो जाता है और यहां बाबा जित्तो सबकी मनौतियां पूरी करते हैं। इस साल लोगों की आस्था चरम पर है।-- -- --
माताओं ने निकाली बच्चों के नाम की शक्कर
बाबा जित्तो के मंदिर में आए श्रद्धालुओं ने बाबा तालाब के पास अपने बच्चों के नाम की शक्कर निकलवाई। पंजाब से आई निर्मला देवी, तोशी कुमारी, आरती शर्मा, नीता देवी, रजनी बाला आदि ने बताया कि उन्होंने बाबा से अपने पहले बच्चे के लिए मनौती मांगी थी। बाबा की दया से उनके घरों में खुशहाली बनी हुई है। वे लोग हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन बाबा जित्तो से मांगी हुई मनौती के चलते अपने बच्चों के नाम की शक्कर निकलवाते हैं।
-- -- --
कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण मेला
मंगलवार से शुरू हुए झड़ी मेले में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए ज्वेल से झिड़ी मार्ग पर जाम की समस्या न हो इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने व्यापक प्रबंध किए हैं। बाबा जित्तो देवस्थान पर हर वर्ष हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा सहित देश के विभिन्न कोनों से लाखों श्रद्धालु हाजिरी लगाने आते हैं। मेला शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है और श्रद्धालु बाबा के प्रति अपनी भक्ति भावना व्यक्त कर रहे हैं।
Trending Videos
संवाद न्यूज एजेंसी
मिश्रीवाला। कार्तिक पूर्णिमा पर बुधवार को बाबा तालाब पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। जयघोष लगाते श्रद्धालु ढोल की थाप पर नाचते गाते बाबा जित्तो के दरबार में हाजिरी देने पहुंच रहे हैं। सुबह बाबा तालाब में शाही स्नान करने के बाद बाबा जित्तो और बुआ कौड़ी के दर्शन के लिए प्राचीन मंदिर में श्रद्धालुओं की दिन भर लंबी कतारें लगी रहीं।कार्तिक पूर्णिमा पर बाबा तालाब में 35 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। जम्मू-कश्मीर सहित अन्य राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने बाबा जित्तो और बुआ कोड़ी को नमन कर शाही स्नान किया। टोलियों में जातर करते आ रहे श्रद्धालु बुआ-बाबा से अपने पूर्वजों की गलती की क्षमा मांग रहे हैं।
बाबा तालाब से झिड़ी मंदिर तक का पैदल सफर तीन किलोमीटर का है। वहां भी बाबा जित्तो मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हैं। श्रद्धालु जय बाबा जित्तो की, जय बुआ कौड़ी के जयघोष लगाते हुए पहुंच रहे हैं। झिड़ी में उमड़े श्रद्धा के महाकुंभ से पूरा वातावरण भक्तिमय है। मेले में श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न संगठनों की ओर से लंगर लगाए गए हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
पक्षियों ने भी लगाई डुबकी
बाबा तालाब में कई पक्षियों का भी आगमन हुआ। झुंड में आए पक्षी तालाब में डुबकी लगाते देखे गए। कई लोगों ने इस दृश्य को देखकर कहा कि पूर्वजों द्वारा की गई गलतियों का प्रायश्चित करने पक्षी यहां पहुंचते हैं।
स्नान का विशेष महत्व
बाबा तालाब में स्नान करने का काफी महत्व है। स्नान कर रहे अमरजीत सिंह ने बताया कि जिन लोगों पर भूत-प्रेत या नजर आदि दोष होता है, चर्मरोग या कोई बीमारी से पीड़ित हों तो कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करने से सभी रोग ठीक हो जाते हैं। चर्म रोग ठीक हो जाता है और यहां बाबा जित्तो सबकी मनौतियां पूरी करते हैं। इस साल लोगों की आस्था चरम पर है।
माताओं ने निकाली बच्चों के नाम की शक्कर
बाबा जित्तो के मंदिर में आए श्रद्धालुओं ने बाबा तालाब के पास अपने बच्चों के नाम की शक्कर निकलवाई। पंजाब से आई निर्मला देवी, तोशी कुमारी, आरती शर्मा, नीता देवी, रजनी बाला आदि ने बताया कि उन्होंने बाबा से अपने पहले बच्चे के लिए मनौती मांगी थी। बाबा की दया से उनके घरों में खुशहाली बनी हुई है। वे लोग हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन बाबा जित्तो से मांगी हुई मनौती के चलते अपने बच्चों के नाम की शक्कर निकलवाते हैं।
कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण मेला
मंगलवार से शुरू हुए झड़ी मेले में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए ज्वेल से झिड़ी मार्ग पर जाम की समस्या न हो इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने व्यापक प्रबंध किए हैं। बाबा जित्तो देवस्थान पर हर वर्ष हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा सहित देश के विभिन्न कोनों से लाखों श्रद्धालु हाजिरी लगाने आते हैं। मेला शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है और श्रद्धालु बाबा के प्रति अपनी भक्ति भावना व्यक्त कर रहे हैं।