Jharkhand: 'NMC की सूची में नाम नहीं, फिर भी देख रहे हैं मरीज', चंपई सोरेन ने स्वास्थ्य मंत्री पर लगाए आरोप
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका नाम NMC की मान्यता प्राप्त डॉक्टरों की सूची में नहीं है, फिर भी वे सरकारी अस्पतालों की OPD में मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
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झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कड़ा हमला बोला है। चंपई सोरेन ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य मंत्री का नाम NMC (नेशनल मेडिकल कमीशन) की मान्यता प्राप्त डॉक्टरों की सूची में शामिल नहीं है, फिर भी वे सरकारी अस्पतालों की OPD में बैठकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। उन्होंने इसे “खतरनाक नौटंकी” बताते हुए कहा कि इस तरह की कार्रवाई से मरीजों की जान सीधा खतरे में पड़ सकती है।
चंपई सोरेन ने कहा कि ऐसे राज्य में, जहाँ संक्रमित खून चढ़ाने जैसी घटनाएँ सामने आती हों, अस्पतालों में अव्यवस्था आम हो, और मरीजों को खाट पर ले जाने की तस्वीरें सुर्खियों में रहती हों, वहाँ एक मंत्री का डॉक्टर बनकर बैठना बेहद गैरजिम्मेदाराना है। उन्होंने पूछा कि यदि इस कथित इलाज से किसी मरीज को नुकसान होता है, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?
रिम्स को लेकर भी चंपई ने गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अखबारों में प्रकाशित रिपोर्टों के अनुसार रिम्स की जमीन पर कब्जा कर एक अपार्टमेंट बनाया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी बड़ी इमारत सिस्टम की जानकारी या सहमति के बिना कैसे खड़ी हो गई। चंपई ने यह भी आरोप लगाया कि रिम्स-2 परियोजना के नाम पर नगड़ी क्षेत्र में आदिवासी-मूलवासी किसानों की जमीन हड़पने की कोशिश की जा रही थी।
वहीं दूसरी ओर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने सभी आरोपों को निराधार और राजनीतिक बताया। उन्होंने कहा कि उनके पास NMC और झारखंड मेडिकल काउंसिल दोनों का प्रमाणपत्र मौजूद है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि आगे भी उनकी डिग्री पर सवाल उठाया गया, तो वे मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।