Jharkhand: 'विधायक जनता के भरोसे को बनाए रखें, योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे'; राज्यपाल गंगवार बोले
Jharkhand: राज्यपाल ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि के तौर पर विधायक की सबसे बड़ी जिम्मेदारी जनता के भरोसे को बनाए रखना है। जनता द्वारा दिया गया अधिकार सेवा का अवसर है, शक्ति का माध्यम नहीं।
विस्तार
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने शनिवार को कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों का उद्देश्य जनकल्याण और राज्य का विकास होना चाहिए। उन्होंने विधायकों से यह भी आग्रह किया कि वे सुनिश्चित करें कि सरकारी योजनाओं का लाभ राज्य के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे।
रांची में झारखंड विधानसभा के रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि मेरा मानना है कि टकराव नहीं, बल्कि स्वस्थ चर्चा से लोकतंत्र मजबूत होता है। सत्ता पक्ष और विपक्ष को जनकल्याण और राज्य के विकास के लक्ष्य को लेकर कार्य करना चाहिए। झारखंड विधानसभा का गठन 22 नवंबर, 2000 को हुआ था।
उन्होंने कहा कि विधानमंडल लोकतंत्र का मुख्य स्तंभ है। जनता द्वारा चुने गए विधायक न केवल राज्य में कानून निर्माण की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बल्कि जनता और सरकार के बीच एक मजबूत सेतु का काम भी करते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि के तौर पर विधायक की सबसे बड़ी जिम्मेदारी जनता के भरोसे को बनाए रखना है। जनता द्वारा दिया गया अधिकार सेवा का अवसर है, शक्ति का माध्यम नहीं। विधायकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सरकारी योजनाओं का लाभ राज्य के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे।
पढ़ें: रोहतास में मिला 9 फीट का विशालकाय अजगर, स्नेक कैचर ने सुरक्षित रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा
उन्होंने कहा कि यह विशेष दिन हमारे लिए यह संकल्प लेने का अवसर है कि हम सभी मिलकर झारखंड को राजनीतिक रूप से मजबूत, आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और सामाजिक रूप से समृद्ध बनाएँगे। इस अवसर पर राज्यपाल ने धनबाद विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के तीन बार के विधायक राज सिन्हा को श्रेष्ठ विधायक पुरस्कार भी प्रदान किया।
पुरस्कार प्राप्त करने के बाद राज सिन्हा ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं यहां श्रेष्ठ विधायक के रूप में उपस्थित रहूंगा। इस सम्मान के लिए मैं उन सभी का आभारी हूं जिन्होंने मुझे इसके योग्य समझा। मैं यह पुरस्कार धनबाद की जनता को समर्पित करता हूं। यह मुझे और कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा देगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर रहा है, लेकिन अभी भी गरीबी, कुपोषण और पिछड़ेपन से जूझ रहा है।
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने हर व्यक्ति को आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक रूप से मजबूत बनाने का संकल्प लिया है। इसी संकल्प के तहत राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और बेहतर शिक्षा के लिए स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत की गई है। राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष पर हमने ‘सेवा का अधिकार’ कार्यक्रम भी शुरू किया है। ये कदम भविष्य में मील का पत्थर साबित होंगे। समारोह के दौरान राष्ट्र के लिए शहीद हुए झारखंड के सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों और राज्य को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में गौरवान्वित करने वाले खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया गया।