रांची में गैंगस्टर गिरोह पर बड़ी कार्रवाई: महिला समेत पांच गिरफ्तार, तीन पाकिस्तानी पिस्तौल बरामद
Jharkhand: एसपी ने बताया कि इन लोगों द्वारा वसूला गया पैसा सुजीत सिन्हा के गुर्गों की मदद से प्रिंस खान तक पहुंचाया जाता था, जो उसे यूएई के जरिए पाकिस्तान भेजता था। वहीं से उस धनराशि का उपयोग अवैध हथियार खरीदने और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में किया जाता था।
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रांची में बुधवार को पुलिस ने एक महिला समेत पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से तीन पाकिस्तान निर्मित पिस्तौलें बरामद कीं। पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर बिट मेसरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत चुटू ओवरब्रिज के पास से चार पुरुष अपराधियों को और आर्गोरा थाना क्षेत्र से एक महिला को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कोयलांचल शांति सेना (केएसएस) गिरोह के सदस्यों के रूप में की गई है। ये सभी प्रिंस खान गिरोह से भी जुड़े हुए हैं।
गिरफ्तार महिला की पहचान केएसएस गिरोह के सरगना सुजीत सिन्हा की पत्नी रिया सिन्हा के रूप में हुई है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से तीन पाकिस्तान निर्मित पिस्तौल, सात मैगजीन, 13 कारतूस, एक चारपहिया वाहन, छह मोबाइल फोन और 10 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। गिरफ्तार पुरुषों की पहचान इनामुल हक, उसके अंगरक्षक रवि आनंद उर्फ सिंघा, तथा मो. शाहिद उर्फ अफरीदी खान और मो. सिराज के रूप में हुई है, जो इनामुल हक के रिश्तेदार बताए गए हैं। सभी के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
नगर पुलिस अधीक्षक (सिटी एसपी) पारस राणा ने बताया कि पिछले महीने तुपुदाना थाना क्षेत्र में फायरिंग की एक घटना हुई थी, जिसकी जिम्मेदारी केएसएस गिरोह ने ली थी। उस मामले में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद कुछ अपराधियों को गिरफ्तार किया था। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि केएसएस का सरगना सुजीत सिन्हा सीधे प्रिंस खान से संपर्क में है, जो इस समय यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) में रह रहा है।
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राणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि सुजीत सिन्हा और प्रिंस खान पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए पंजाब मार्ग से हथियार मंगवाते थे। इन हथियारों का इस्तेमाल देशभर में व्यापारियों को डराने और उनसे रंगदारी वसूलने के लिए किया जाता था। रांची में इनामुल हक उर्फ बाबलू खान अपने साथियों के साथ सुजीत सिन्हा और प्रिंस खान के लिए रंगदारी वसूलता था।
एसपी ने बताया कि इन लोगों द्वारा वसूला गया पैसा सुजीत सिन्हा के गुर्गों की मदद से प्रिंस खान तक पहुंचाया जाता था, जो उसे यूएई के जरिए पाकिस्तान भेजता था। वहीं से उस धनराशि का उपयोग अवैध हथियार खरीदने और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में किया जाता था। रिया सिन्हा को गिरफ्तार कर ओरमांझी थाना में मामला दर्ज किया गया है। उसके खिलाफ पहले से गैर-जमानती वारंट जारी था।
एसपी ने कहा कि रिया, इनामुल हक के साथ मिलकर रांची में हथियारों की आपूर्ति का काम कर रही थी। उसे अदालत में पेश किया जाएगा। राणा ने बताया कि जांच में यह भी स्पष्ट हो गया है कि ये सभी हथियार पाकिस्तान से सप्लाई किए गए थे। उन्होंने कहा कि हमें यह भी जानकारी मिली है कि कुछ महिलाएं पंजाब से रांची तक हथियारों की डिलीवरी के लिए आई थीं। पाकिस्तानी हथियार सप्लायर का नाम भी सामने आया है। मामले की जांच जारी है। पुलिस के अनुसार, इनामुल हक के खिलाफ रांची के विभिन्न थानों में कुल 10 आपराधिक मामले लंबित हैं।