SSC: यूपीएससी के नक्शेकदम पर चला एसएससी, प्रतिभा सेतु की तरह सार्वजनिक करेगा मेधावी उम्मीदवारों का डेटा
SSC: यूपीएससी के बाद अब एसएससी भी अपनी भर्तियों के अंतिम चरण में उपस्थित होने वाले, लेकिन चयनित नहीं होने वाले अभ्यर्थियों का डेटा सार्वजनिक रूप से प्रकाशित करेगा। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू), स्वायत्त निकायों और अन्य उपयोगकर्ता एजेंसियां इन उम्मीदवारों को नौकरी दे सकेंगे।

विस्तार
SSC: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के बाद अब कर्मचारी चयन आयोग (SSC) भी उन उम्मीदवारों का विवरण सार्वजनिक रूप से प्रकट करना शुरू करेगा जो उसकी भर्ती परीक्षाओं के अंतिम चरण में उपस्थित होते हैं, लेकिन चयन के लिए अनुशंसित नहीं होते हैं।

यह कदम भारत सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू), स्वायत्त निकायों और अन्य उपयोगकर्ता एजेंसियों को रोजगार के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों की पहचान करने में मदद करने के लिए एक सार्वजनिक रूप से सुलभ डेटाबेस बनाने के निर्णय के अनुरूप है।
नवंबर 2024 के बाद की सभी भर्तियों पर लागू होगा निर्णय
आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, यह नवंबर 2024 से एसएससी द्वारा घोषित सभी भर्ती परीक्षा परिणामों पर लागू होगा। इसमें उम्मीदवार का नाम, पिता या पति का नाम, जन्म तिथि, श्रेणी, लिंग, शैक्षिक योग्यता, प्राप्त कुल अंक, रैंक, पूरा पता और ईमेल आईडी शामिल होगी।
- अभ्यर्थी का नाम
- पिता/पति का नाम
- जन्म तिथि
- श्रेणी (सामान्य/अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग/आर्थिक रूप से कमजोर/दिव्यांग/अल्पसंख्यक)
- अभ्यर्थी का लिंग
- शैक्षिक योग्यताएं
- अर्हक परीक्षा में प्राप्त कुल अंक
- रैंकिंग जिसके आधार पर योग्यता तय की जाती है
- पूरा पता
- ईमेल पता
रिक्तियों की संख्या से दोगुने उम्मीदवारों का डेटा होगा प्रकाशित
आयोग ने आगे स्पष्ट किया है कि किसी भी परीक्षा के लिए अधिसूचित रिक्तियों की संख्या के दोगुने तक केवल गैर-अनुशंसित उम्मीदवारों का ही डेटा प्रकाशित किया जाएगा। उम्मीदवारों को आवेदन पत्र भरते समय यह विकल्प दिया जाएगा कि क्या वे अपना विवरण साझा करना चाहते हैं या नहीं।
यह जानकारी एसएससी की वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी और इसे किसी केंद्रीकृत सरकारी पोर्टल से जोड़ा जा सकता है। प्रकटीकरण की तिथि से एक वर्ष तक डेटा सुरक्षित रखा जाएगा। यह योजना एसएससी चयन पदों की परीक्षाओं पर लागू नहीं होगी।
उम्मीदवार तीन साल तक सुरक्षित रखें दस्तावेज: एसएससी
आयोग ने अभ्यर्थियों से कहा है कि वे अपने आवेदन पत्र और संबंधित दस्तावेजों को अंतिम परिणाम की घोषणा के बाद कम से कम तीन वर्ष तक सुरक्षित रखें, ताकि भविष्य में अन्य भर्ती एजेंसियों द्वारा उन पर विचार किया जा सके।
एसएससी ने यह भी कहा कि डेटा उपलब्ध तो कराया जाएगा, लेकिन उम्मीदवारों द्वारा दी गई जानकारी की प्रामाणिकता की पुष्टि की जिम्मेदारी एसएससी की नहीं होगी। सत्यापन की जिम्मेदारी पूरी तरह से उपयोगकर्ता एजेंसियों की होगी।
आधिकारिक नोटिस यहां देखें...