Corona News: कोरोना होने का खतरा किसे सबसे ज्यादा? ये पांच उपाय आपको देंगे सुरक्षा, डॉक्टर ने दी सारी जानकारी
Corona Latest News: भारत में पिछले 15 दिनों के भीतर कोरोना ने तेजी से रफ्तार पकड़ी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड के मुताबिक 30 मई (शुक्रवार) तक देश 1010 एक्टिव मरीज हैं। आइए डॉक्टर से समझते हैं कि इस बार कोरोना होने का खतरा किसे सबसे ज्यादा है और बचाव के लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए?

विस्तार
कोरोनावायरस संक्रमण के मामले इन दिनों सुर्खियों में हैं। हांगकांग-थाइलैंड, अमेरिका हो या भारत हर जगह इन दिनों ये वायरस फिर से बढ़ता हुआ देखा जा है। भारत में पिछले 15 दिनों के भीतर कोरोना ने तेजी से रफ्तार पकड़ी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड के मुताबिक 30 मई (शुक्रवार) तक देश 1010 एक्टिव मरीज हैं।

अलग-अलग राज्यों-शहरों से प्राप्त हो रही जानकारियों के मुताबिक इस नई लहर को लेकर न सिर्फ लोगों के मन में फिर से डर देखा जा रहा है, इसके साथ ही कई तरह के प्रश्न भी हैं। महीनों से शांत कोरोना के मामले अचानक क्यों बढ़ने लगे? कहीं आपको भी तो इसका खतरा नहीं है और फिलहाल बचाव के लिए क्या तरीके अपनाए जाने चाहिए?
(ये भी पढ़िए- भारत में फैल रहा वैरिएंट अमेरिका में साबित हो रहा है 'घातक', मौत के आंकड़ों ने बढ़ाई चिंता)

देश में कोरोना के जरूरी अपडेट्स
इन सभी सवालों के जवाब ढूंढने से पहले आइए देश में अब तक कोरोना की स्थिति पर नजर डाल लेते हैं।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश में केरल सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक है, जहां 430 कोविड-19 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कर्नाटक में कोरोना संक्रमित एक बुज़ुर्ग व्यक्ति की अस्पताल में मृत्यु हो गई। 70 वर्षीय मरीज को पहले से ही मधुमेह, उच्च रक्तचाप की शिकायत थी।
- उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में कोरोना के मामले रिपोर्ट किए गए हैं। मेरठ में पिछले दिनों 26 वर्षीय युवती को कोरोना की पुष्टि हुई है, हाल ही में दिल्ली से अपने घर आई थी। इसके अलावा आगरा में संक्रमण से एक की मौत हुई है। वाराणसी में पिछले तीन दिनों में कोरोना से संक्रमित चार मरीज मिल चुके हैं। गुरुवार को दो और मरीजों में कोविड की पुष्टि होने से हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार एक मरीज बीएचयू का लैब टेक्निशियन बताया जा रहा है।

- दिल्ली में भी कोविड-19 के मामले बढ़े हैं, लेकिन मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि "चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है"। सभी लोग बचाव के लिए एहतियाती कदम उठाते रहें। गौतमबुद्ध नगर जिले में बृहस्पतिवार को पांच नए कोरोना के मरीज मिले हैं। सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं। नए मिले इन मरीजों में तीन महिला और दो पुरुष शामिल हैं। अब कोविड मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 24 हो गया है।
- राजस्थान से प्राप्त हो रही जानकारियों के मुताबिक यहां जयपुर में सबसे ज्यादा 17 केस हैं। राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में कोरोना मरीजों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए पुणे भेजे गए थे। गुरुवार को इनकी रिपोर्ट आ गई है। पुणे स्थित एनआईवी लैब में भेजे गए 4 मरीजों के सैंपल में से 2 में XFG और LF.7.9 के 2 केस मिले हैं।
- मध्यप्रदेश के इंदौर में भी कोरोना संक्रमण बढ़ने की खबर है। पिछले तीन दिनों में चार नए मरीजों की पुष्टि हुई है, जिनमें दो विदेश और दूसरे राज्यों से लौटे यात्री शामिल हैं। इस साल अब तक 16 मरीज सामने आ चुके हैं।

क्या कहते हैं डॉक्टर?
अमर उजाला से बातचीत में दिल्ली स्थित एक निजी अस्पताल में पल्मोनरी और क्रिटिकल केयर विभाग के डॉ गोपी चंद खिलनानी ने बताया कि इस बार फैल रहा कोरोना वैसे तो ज्यादा चिंताकारक नहीं है, पर सभी लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता जरूर है। वायरस जिंदा रहने के लिए बार-बार म्यूटेट होता रहता है, जिसके कारण नए वैरिएंट्स सामने आते रहे हैं।
फिलहाल ओमिक्रॉन और इसके सब-वैरिएंट्स ही सबसे ज्यादा प्रभावी हैं, जिन्हें अब तक के अध्ययनों में अति-संक्रामक तो जरूर पाया गया है, पर इसके कारण गंभीर रोग का खतरा ज्यादा नहीं है।
(कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन सबसे प्रभावी तरीका, पर अध्ययन की इस रिपोर्ट ने बढ़ा दिया डर)

कहीं आपको भी तो नहीं है खतरा?
डॉक्टर कहते हैं, कोरोना वैसे तो किसी को भी हो सकता है, बच्चे हों या बुजुर्ग पर अधिकतर मामले 65 साल से अधिक उम्र, कोमोरबिड (पहले से एक दो क्रॉनिक बीमारियों के शिकार) लोगों में देखे जा रहे हैं। अगर आपकी इम्युनिटी कमजोर रही है तो भी अलर्ट रहने की जरूरत है। अगर आप भी इनमें से हैं तो अतिरिक्त सावधानी जरूरी है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले उपाय, कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन, मास्क लगाना, हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखना और भीड़-भाड़ से बचना ये पांच तरीके हैं जो आपको संक्रमण के खतरे से बचाए रखने में मददगार हो सकते हैं।
------------
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।