सब्सक्राइब करें

Parliament: संसद कल तक के लिए स्थगित; लोकसभा में एक विधेयक पास, राज्यसभा में मणिपुर से जुड़ा प्रस्ताव स्वीकार

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: अभिषेक दीक्षित Updated Tue, 05 Aug 2025 02:33 PM IST
विज्ञापन
खास बातें

Parliament Monsoon Session Updates In Hindi: संसद में विपक्ष का हंगामा जारी है। आज भी दोनों सदनों में भारी हंगामा देखने को मिला है, जिसके बाद लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित की गई है। फिर इसके बाद दोनों सदनों में हंगामे के बीच थोड़ा कामकाज हुआ, लेकिन बाद में सदन को 6 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

Parliament Monsoon Session LIVE: Lok Sabha Rajya Sabha Bihar SIR Trump Tariffs SSC Row
संसद सत्र - फोटो : Amar Ujala
विज्ञापन
Trending Videos

लाइव अपडेट

02:30 PM, 05-Aug-2025
लोकसभा ने गोवा से जुड़ा अहम बिल किया पारित
लोकसभा ने गोवा राज्य के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधित्व का पुनः समायोजन विधेयक, 2024 पारित किया।

02:27 PM, 05-Aug-2025
राज्यसभा से मणिपुर में छह महीने के लिए राष्ट्रपति शासन का प्रस्ताव पास
राज्यसभा ने राष्ट्रपति द्वारा संविधान के अनुच्छेद 356 के तहत मणिपुर के संबंध में 13 फरवरी, 2025 को जारी की गई उद्घोषणा को 13 अगस्त, 2025 से छह महीने की अतिरिक्त अवधि के लिए लागू रखने संबंधी वैधानिक संकल्प को अपनाया।

02:20 PM, 05-Aug-2025
राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित

02:16 PM, 05-Aug-2025
लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित


02:14 PM, 05-Aug-2025
गोवा के विधानसभा क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों जुड़ा बिल पेश
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने गोवा राज्य के विधानसभा क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधित्व का पुनर्समायोजन विधेयक, 2024 को विचार एवं पारित करने के लिए लोकसभा में पेश किया।

02:12 PM, 05-Aug-2025
राज्यसभा ने वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी की तरफ से राज्यसभा में प्रस्तुत अधिसूचना संख्या 27/2025-सीमा शुल्क दिनांक 30 अप्रैल, 2025 के संबंध में वैधानिक संकल्प को स्वीकृत कर लिया।

विज्ञापन
विज्ञापन
02:07 PM, 05-Aug-2025
लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही फिर शुरू



01:54 PM, 05-Aug-2025
राज्यसभा में रोजाना आ रहे नियम 267 के नोटिस- उपसभापति नाराज
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने सोमवार को सदन में नियम 267 के तहत रोजाना बड़ी संख्या में आ रहे नोटिसों को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि आज ही 34 नोटिस मिले हैं, लेकिन इनमें से ज्यादातर नियमों के अनुसार नहीं हैं। उपसभापति ने स्पष्ट किया कि नियम 267 के तहत कोई भी नोटिस देते समय यह साफ बताना जरूरी होता है कि किस नियम को स्थगित (सस्पेंड) करने की मांग की जा रही है। लेकिन ज्यादातर नोटिसों में यह जिक्र ही नहीं होता। इसके अलावा कई नोटिस सही प्रारूप में नहीं बनाए गए हैं।

हरिवंश ने बताया कि इस संबंध में 8 दिसंबर और 19 दिसंबर 2022 को पीठ की तरफ से कुछ दिशा-निर्देश दिए गए थे, लेकिन उनका पालन नहीं किया जा रहा है। उपसभापति ने यह भी कहा कि कुछ सदस्य रोजाना अलग-अलग मुद्दों पर नोटिस दे रहे हैं। इनमें कई मुद्दे ऐसे होते हैं जो अभी अदालत में विचाराधीन हैं या फिर राज्यों के अधिकार क्षेत्र में आते हैं- जिन्हें राज्यसभा में नहीं उठाया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कई सदस्य खुद ही यह तय नहीं कर पा रहे कि वे किस विषय पर कार्य स्थगन की मांग करना चाहते हैं। कुछ मुद्दे तो ऐसे होते हैं जो ‘शून्यकाल’ या ‘विशेष उल्लेख’ के जरिए उठाए जाने चाहिए।

267 के नोटिस पर ऐतिहासिक आंकड़े

  • 2000 से 2004 के बीच कोई भी नोटिस नियम 267 के तहत मंज़ूर नहीं हुआ।
  • 2004 से 2009 के बीच केवल 4 नोटिस पर चर्चा हुई।
  • जून 2009 से मई 2014 तक 491 नोटिस मिले, लेकिन सिर्फ 1 पर चर्चा हुई (जो लोकपाल से जुड़ा था)।
  • 2014 से लेकर अब तक यानी पिछले सत्र तक, 3152 नोटिस नियम 267 के तहत मिले, लेकिन सिर्फ 6 नोटिस ही चर्चा के लिए स्वीकार किए गए।

क्या है नियम 267?
राज्यसभा का नियम 267 एक विशेष नियम है, जिसके तहत कोई भी सदस्य सदन की पूर्व निर्धारित कार्यसूची को स्थगित कर किसी अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर तुरंत चर्चा की मांग कर सकता है। यह नियम संसद में बहस और विमर्श का एक अहम औज़ार है, लेकिन इसका उपयोग केवल गंभीर और तत्काल विषयों के लिए ही किया जाना चाहिए।

12:07 PM, 05-Aug-2025
पीएम मोदी ने ट्रंप के एजेंडे के आगे घुटने टेक दिए- टैगोर
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, 'हम सब जानते हैं कि जब ट्रंप ट्वीट करते हैं, तो मोदी जी चुप्पी साध लेते हैं और 'मौन व्रत' पर चले जाते हैं। वे अपने 12वें व्यक्ति को बल्लेबाजी के लिए भेजते हैं। नियमानुसार, 12वें व्यक्ति को बल्लेबाजी का अधिकार नहीं है, लेकिन मोदी के नए भारत में, 12वां व्यक्ति - विदेश सचिव, मोदी का बचाव करने जाता है। क्या यही नेतृत्व है? हमें यह समझने और पूछने की जरूरत है कि मोदी ट्रंप के खिलाफ बोलने से क्यों डरते हैं। वे संसद में आकर ट्रंप के टैरिफ पर बयान देने और जवाबी कार्रवाई करने को तैयार क्यों नहीं हैं? मोदी चुप हैं और उन्होंने ट्रंप के एजेंडे के आगे घुटने टेक दिए हैं।'

उन्होंने आगे कहा, 'हम संसद में मतदाता सूची हटाने, चुनाव सुधारों, चुनाव प्रक्रिया या मतदाताओं को शामिल करने के मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं। हम जानते हैं कि सरकार संसद में 'एसआईआर' शब्द पर चर्चा से डरती है, लेकिन हम वोट से जुड़ी किसी भी चीज पर चर्चा के लिए तैयार हैं। क्योंकि सरकार संसद नहीं चलने देना चाहती क्योंकि पिछले 12 दिनों से सरकार व्यवस्थित रूप से संसद के कामकाज में बाधा डाल रही है। अपने अहंकार के कारण सरकार अनुमति नहीं दे रही है और संसद नहीं चल रही है।'
 
12:06 PM, 05-Aug-2025
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की बात- अपराजिता सारंगी
एनडीए संसदीय दल की बैठक पर भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा, 'आज प्रधानमंत्री मोदी का भाषण, मेरी समझ से हम सभी के लिए अविस्मरणीय रहेगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की बात कही और हम सबका मार्गदर्शन किया। किस तरह हम सामूहिक स्तर पर काम करते आ रहे हैं और किस तरह आगामी दिनों में हम सबके साथ मिलकर काम करेंगे, इसपर उन्होंने जोर दिया।'
 
Load More
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed