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Balaghat News: बारिश से बची फसल आग में स्वाहा! धारमारा में 17 एकड़ फसल खाक, असामाजिक तत्वों पर जताया शक
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बालाघाट
Published by: बालाघाट ब्यूरो
Updated Mon, 17 Nov 2025 11:36 AM IST
सार
कल देर शाम धारमारा गांव में खेतों में कटी पड़ी करीब 17 एकड़ फसल जलकर खाक हो गई। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
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आगजनी से नुकसान
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विस्तार
लांजी वनांचल क्षेत्र की कंसुली पंचायत के ग्राम धारमारा में रविवार देर शाम भीषण आग लग गई। आग ने खेत में रखी तीन किसानों की लगभग 17 एकड़ की कटी हुई फसल को पलभर में खाक कर दिया। घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है और लोग इसे असामाजिक तत्वों की करतूत मान रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार भिखारी पिता तीजलाल खरे, मंगल पिता रामू देवाहे और पुसऊ महारिया की फसलें खेत में एक ही जगह ढेर बनाकर रखी थीं, जिसमें अज्ञात कारणों से आग लग गई। बताया जा रहा है कि भिखारी पिता तीजलाल खरे की 9 एकड़, मंगल देवाहे की 2 एकड़ और पुसऊ महारिया की 6 एकड़ फसल में आग लगी है।
ग्रामीणों ने बताया कि खेत से आग की लपटें उठती देख सबसे पहले किसानों को फोन पर सूचना दी, इसके बाद दमकल को बुलाया गया लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची, पूरी फसल जलकर राख हो चुकी थी। बाद में दमकलकर्मियों ने धान की खारी में लगी आग पर काबू पा लिया।
ये भी पढ़ें: Indore News: दुकानें टूटीं तो हमारा घर उजड़ जाएगा, मधुमिलन चौराहे से छावनी रोड 80 फीट करने पर भड़के व्यापारी
ग्रामवासियों का कहना है कि अक्टूबर के अंत में हुई भारी बारिश ने पहले ही किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया था। जैसे-तैसे कटाई शुरू हुई और फसलें खेत पर जमा की गई थीं, तभी आग की इस घटना ने किसानों की कमर और तोड़ दी।
कंसुली पंचायत के सरपंच लीलाराम मानकर ने बताया कि आगजनी की यह घटना किसानों के लिए भारी आपदा है। उन्होंने प्रशासन से तत्काल सर्वे कराकर उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है। सरपंच ने यह भी कहा कि यदि आग लगी कैसे, इसकी जांच जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है और ग्रामीण आगजनी के पीछे की वजह को लेकर तरह-तरह की आशंकाएं जता रहे हैं।
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मिली जानकारी के अनुसार भिखारी पिता तीजलाल खरे, मंगल पिता रामू देवाहे और पुसऊ महारिया की फसलें खेत में एक ही जगह ढेर बनाकर रखी थीं, जिसमें अज्ञात कारणों से आग लग गई। बताया जा रहा है कि भिखारी पिता तीजलाल खरे की 9 एकड़, मंगल देवाहे की 2 एकड़ और पुसऊ महारिया की 6 एकड़ फसल में आग लगी है।
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ग्रामीणों ने बताया कि खेत से आग की लपटें उठती देख सबसे पहले किसानों को फोन पर सूचना दी, इसके बाद दमकल को बुलाया गया लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची, पूरी फसल जलकर राख हो चुकी थी। बाद में दमकलकर्मियों ने धान की खारी में लगी आग पर काबू पा लिया।
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ग्रामवासियों का कहना है कि अक्टूबर के अंत में हुई भारी बारिश ने पहले ही किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया था। जैसे-तैसे कटाई शुरू हुई और फसलें खेत पर जमा की गई थीं, तभी आग की इस घटना ने किसानों की कमर और तोड़ दी।
कंसुली पंचायत के सरपंच लीलाराम मानकर ने बताया कि आगजनी की यह घटना किसानों के लिए भारी आपदा है। उन्होंने प्रशासन से तत्काल सर्वे कराकर उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है। सरपंच ने यह भी कहा कि यदि आग लगी कैसे, इसकी जांच जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है और ग्रामीण आगजनी के पीछे की वजह को लेकर तरह-तरह की आशंकाएं जता रहे हैं।