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Balaghat News: बालाघाट में नहर खुदाई के दौरान हाईटेंशन लाइन की चपेट में आए दो मजदूर, एक की मौत
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बालाघाट
Published by: बालाघाट ब्यूरो
Updated Mon, 19 May 2025 09:59 PM IST
सार
बोदा गांव में नहर खुदाई के दौरान 11 केवी लाइन की चपेट में आने से मजदूर सुखबीर दमाहे की मौत हो गई, जबकि फूलचंद घायल हो गया। बिजली बंद न कराने की ठेकेदार की लापरवाही उजागर हुई। परिजनों ने चक्काजाम किया, जिसे 3 लाख की सहायता के बाद समाप्त कराया गया।
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अस्पताल में मौजूद परिजन
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विस्तार
सिंचाई विभाग की लापरवाही एक मजदूर की जान पर भारी पड़ गई। जिले के बोदा गांव में सोमवार को नहर लाइनिंग परियोजना के तहत जेसीबी से खुदाई के दौरान 11 केवी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से एक मजदूर की मौके पर मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक की पहचान सुखबीर दमाहे (40) के रूप में हुई है, जबकि घायल फूलचंद लिल्हारे (25) को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नहर पार जा रही विद्युत सर्विस लाइन के पोल को हटाने का काम चल रहा था। इसी दौरान मजदूरों द्वारा पकड़ा गया लोहे का पोल ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। करंट फैलते ही दोनों मजदूर झुलस गए। सुखबीर की मौके पर ही मौत हो गई जबकि फूलचंद बुरी तरह झुलस गया।
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बिजली नहीं बंद कराई गई थी – सरपंच
ग्राम पंचायत सरपंच सुरेंद्र लिल्हारे ने ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि काम शुरू करने से पहले बिजली आपूर्ति बंद नहीं कराई गई थी, जबकि यह सर्विस लाइन 11 केवी की थी। दोनों मजदूर अपने ही घरों के सामने काम कर रहे थे। पूर्व सरपंच राजेश गोमासे ने बताया कि यह हादसा पूरी तरह से ठेकेदार की लापरवाही का नतीजा है।
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ढाई घंटे चला चक्काजाम, 3 लाख की सहायता के बाद माने परिजन
हादसे के बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। मुख्य मार्ग पर लगभग ढाई घंटे तक आवाजाही ठप रही। परिजन पांच लाख रुपए मुआवजे की मांग कर रहे थे। बाद में ठेकेदार द्वारा 2.5 लाख और प्रशासन द्वारा 50 हजार रुपए की सहायता राशि दिए जाने के बाद परिजन शांत हुए और चक्काजाम समाप्त किया गया। अस्पताल चौकी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। संबंधित थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।

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