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Balaghat: बाइक में फंसा हाईटेंशन लाइन का तार, महिला, पति और देवर जिंदा जला, दर्शन करने दुर्गा मंदिर जा रहे थे
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बालाघाट
Published by: बालाघाट ब्यूरो
Updated Tue, 24 Jun 2025 02:26 PM IST
सार
बालाघाट में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन लोगों की जलकर मौत हो गई। लोगों में बिजली विभाग की लापरवाही को लेकर आक्रोश है, उन्होंने परिवार को मुआवजा देने की मांग की है।
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बाइक के साथ जिंदा जल गए तीनों।
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विस्तार
बालाघाट जिले के लांजी थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक हृदयविदारक हादसा हो गया। हाईटेंशन लाइन के टूटे तार की चपेट में आकर बाइक सवार तीन लोगों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई। तीनों मृतक एक ही परिवार के थे, वे सुबह-सुबह बाइक से देवलगांव के दुर्गा मंदिर दर्शन करने जा रहे थे। हादसा इतना भयावह था कि तीनों को संभलने का मौका तक नहीं मिला, देखते ही देखते वे आग की लपटों में समा गए।
एसडीएम कमल चंद्र सिंहसार ने बताया कि सड़क के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन पर एक पेड़ की सूखी डाली गिर गई थी। इससे लाइन का एक तार टूटकर सड़क पर गिर गया। ठीक उसी समय बाइक सवार पांचे परिवार वहां पहुंचा, तार उनकी बाइक उलझ गया और वे करंट की चपेट में आ गए। जिससे तीनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों की पहचान सर्रा गांव निवासी सेवकराम पांचे (30), उनकी पत्नी रेणुका पांचे (28) और छोटे भाई भोजराज पांचे (28) के रूप में हुई है। तीनों सुबह करीब 8:30 बजे अपने घर से बाइक पर सवार होकर देवलगांव के प्रसिद्ध दुर्गा मंदिर जा रहे थे।
ये भी पढ़ें: 'अमर उजाला संवाद' में हिस्सा लेंगे रवि किशन; राजनीति और सिनेमा से जुड़े मुद्दों पर करेंगे बात
चीखने तक का मौका नहीं मिला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा इतना भयानक था कि तीनों को संभलने या भागने का मौका तक नहीं मिला। कुछ ही पलों में बाइक धधक उठी और तीनों जिंदा जल गए। मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई, लेकिन कोई उन्हें बचा नहीं सका। हादसे की खबर मिलते ही लांजी पुलिस, बिजली विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और स्थानीय विधायक राजकुमार कर्राहे तत्काल मौके पर पहुंचे। तीनों शवों को तत्काल लांजी के सिविल अस्पताल भिजवाया गया, जहां उनका पोस्टमार्टम किया जा रहा है। विधायक ने परिजनों को ढांढस बंधाया और मामले की जांच का भरोसा दिया है।
बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप
घटना के बाद इलाके में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही के चलते तीन मासूम जिंदगियां असमय खत्म हो गईं। लोगों ने बताया कि क्षेत्र में कई जगह हाईटेंशन लाइनें पेड़ों के बीच से गुजरती हैं, लेकिन विभाग समय पर छंटाई और निरीक्षण नहीं करता। ग्रामीणों ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई, पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और क्षेत्र में बिजली लाइनों की त्वरित जांच की मांग की है।
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चीखने तक का मौका नहीं मिला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा इतना भयानक था कि तीनों को संभलने या भागने का मौका तक नहीं मिला। कुछ ही पलों में बाइक धधक उठी और तीनों जिंदा जल गए। मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई, लेकिन कोई उन्हें बचा नहीं सका। हादसे की खबर मिलते ही लांजी पुलिस, बिजली विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और स्थानीय विधायक राजकुमार कर्राहे तत्काल मौके पर पहुंचे। तीनों शवों को तत्काल लांजी के सिविल अस्पताल भिजवाया गया, जहां उनका पोस्टमार्टम किया जा रहा है। विधायक ने परिजनों को ढांढस बंधाया और मामले की जांच का भरोसा दिया है।
बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप
घटना के बाद इलाके में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही के चलते तीन मासूम जिंदगियां असमय खत्म हो गईं। लोगों ने बताया कि क्षेत्र में कई जगह हाईटेंशन लाइनें पेड़ों के बीच से गुजरती हैं, लेकिन विभाग समय पर छंटाई और निरीक्षण नहीं करता। ग्रामीणों ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई, पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और क्षेत्र में बिजली लाइनों की त्वरित जांच की मांग की है।

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