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Damoh News: एसआईआर अभियान में बढ़ी बीएलओ की परेशानियां, कई नाम गायब, शादीशुदा महिलाओं के रिकॉर्ड में उलझन
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, दमोह
Published by: दमोह ब्यूरो
Updated Tue, 11 Nov 2025 04:10 PM IST
सार
मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में कई मतदाताओं के नाम सूची से गायब हैं, शादी के बाद नए पते पर पहुंची महिलाओं के नाम पुराने रिकॉर्ड में फंसे हुए हैं।
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प्रपत्र बांटते एसडीएम
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विस्तार
जिले में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के दौरान कई तरह की परेशानियां सामने आ रही हैं। कई मतदाताओं के नाम सूची से गायब हैं, शादी के बाद नए पते पर पहुंची महिलाओं के नाम पुराने रिकॉर्ड में फंसे हुए हैं, जबकि दूसरे प्रदेशों से आए लोगों के दस्तावेज अधूरे हैं। इन सब कारणों से बीएलओ के लिए घर-घर जाकर सत्यापन का कार्य चुनौतीपूर्ण बन गया है।
अधिकारियों को मायके के पुराने रिकॉर्ड और एप डेटा खंगालकर पात्र मतदाताओं के नाम खोजने पड़ रहे हैं ताकि कोई भी व्यक्ति मतदाता सूची से बाहर न रह जाए। कई लोगों का पता बदल चुका है लेकिन उनके नाम अब भी पुराने मतदान केंद्रों में दर्ज हैं। ऐसे मामलों में बीएलओ एप के माध्यम से बूथ परिवर्तन प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं ताकि कोई मतदाता मतदान के अधिकार से वंचित न रहे।
निर्वाचन आयोग द्वारा तय समय-सारणी के अनुसार 4 दिसंबर तक घर-घर गणना चरण चलेगा, 9 दिसंबर को ड्राफ्ट मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी, 9 से 31 जनवरी 2026 तक दावे और आपत्तियों की सुनवाई होगी और 7 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी।
ये भी पढ़ें: Ujjain News: दिल्ली धमाके के बाद उज्जैन में हाई अलर्ट, चेकिंग के बीच भागे तीन युवक; गंभीर चोट के साथ दबोचे गए
एसआईआर अभियान के तहत बीएलओ 2003 की मूल मतदाता सूची से नामों का मिलान कर रहे हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में ऐसे नाम सामने आए हैं, जो अब सूची में दर्ज नहीं हैं, विशेष रूप से वे महिलाएं, जिनकी शादी दूसरे क्षेत्र में हो चुकी है। ऐसे मामलों में बीएलओ को उनके मायके के पुराने दस्तावेज और निर्वाचन रिकॉर्ड मंगाकर सत्यापन करना पड़ रहा है।
निर्वाचन आयोग से जैसे-जैसे प्रपत्र उपलब्ध हो रहे हैं, वैसे ही उन्हें जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों के 1184 मतदान केंद्रों तक भेजा जा रहा है। अब तक 500 से अधिक केंद्रों पर प्रपत्र पहुंचाए जा चुके हैं, जिन्हें बीएलओ के माध्यम से वितरित किया जा रहा है। इसके लिए जिला निर्वाचन कार्यालय ने नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की है ताकि वे कार्य की निगरानी कर सकें।
मतदाता अब ऑनलाइन माध्यम से भी गणना प्रपत्र भर सकते हैं। इसके लिए वे अपने मोबाइल में निर्वाचन आयोग का एप या वेबसाइट खोलकर जानकारी भर सकते हैं। वहीं बीएलओ घर-घर जाकर ऑफ लाइन प्रपत्र भी वितरित कर रहे हैं। किसी भी परेशानी की स्थिति में मतदाता टोल फ्री नंबर 1950 पर संपर्क कर सकते हैं।
मतदाता सूची में ऐसे देखें अपना नाम
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की वेबसाइट पर जाकर मतदाता सूची 2003 लिंक पर क्लिक करें। फिर अपना जिला, विधानसभा क्षेत्र और मतदान केंद्र चुनें। इसके बाद आप देख सकते हैं कि आपका नाम सूची में दर्ज है या नहीं। दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर ने कहा कि हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में दर्ज हो, यह सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। किसी भी परिस्थिति में कोई मतदाता छूटना नहीं चाहिए।
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अधिकारियों को मायके के पुराने रिकॉर्ड और एप डेटा खंगालकर पात्र मतदाताओं के नाम खोजने पड़ रहे हैं ताकि कोई भी व्यक्ति मतदाता सूची से बाहर न रह जाए। कई लोगों का पता बदल चुका है लेकिन उनके नाम अब भी पुराने मतदान केंद्रों में दर्ज हैं। ऐसे मामलों में बीएलओ एप के माध्यम से बूथ परिवर्तन प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं ताकि कोई मतदाता मतदान के अधिकार से वंचित न रहे।
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निर्वाचन आयोग द्वारा तय समय-सारणी के अनुसार 4 दिसंबर तक घर-घर गणना चरण चलेगा, 9 दिसंबर को ड्राफ्ट मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी, 9 से 31 जनवरी 2026 तक दावे और आपत्तियों की सुनवाई होगी और 7 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी।
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एसआईआर अभियान के तहत बीएलओ 2003 की मूल मतदाता सूची से नामों का मिलान कर रहे हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में ऐसे नाम सामने आए हैं, जो अब सूची में दर्ज नहीं हैं, विशेष रूप से वे महिलाएं, जिनकी शादी दूसरे क्षेत्र में हो चुकी है। ऐसे मामलों में बीएलओ को उनके मायके के पुराने दस्तावेज और निर्वाचन रिकॉर्ड मंगाकर सत्यापन करना पड़ रहा है।
निर्वाचन आयोग से जैसे-जैसे प्रपत्र उपलब्ध हो रहे हैं, वैसे ही उन्हें जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों के 1184 मतदान केंद्रों तक भेजा जा रहा है। अब तक 500 से अधिक केंद्रों पर प्रपत्र पहुंचाए जा चुके हैं, जिन्हें बीएलओ के माध्यम से वितरित किया जा रहा है। इसके लिए जिला निर्वाचन कार्यालय ने नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की है ताकि वे कार्य की निगरानी कर सकें।
मतदाता अब ऑनलाइन माध्यम से भी गणना प्रपत्र भर सकते हैं। इसके लिए वे अपने मोबाइल में निर्वाचन आयोग का एप या वेबसाइट खोलकर जानकारी भर सकते हैं। वहीं बीएलओ घर-घर जाकर ऑफ लाइन प्रपत्र भी वितरित कर रहे हैं। किसी भी परेशानी की स्थिति में मतदाता टोल फ्री नंबर 1950 पर संपर्क कर सकते हैं।
मतदाता सूची में ऐसे देखें अपना नाम
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की वेबसाइट पर जाकर मतदाता सूची 2003 लिंक पर क्लिक करें। फिर अपना जिला, विधानसभा क्षेत्र और मतदान केंद्र चुनें। इसके बाद आप देख सकते हैं कि आपका नाम सूची में दर्ज है या नहीं। दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर ने कहा कि हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में दर्ज हो, यह सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। किसी भी परिस्थिति में कोई मतदाता छूटना नहीं चाहिए।

प्रपत्र बांटते एसडीएम