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MP News : एमपी में सिंहस्थ 2028 की तैयारी तेज, आयुक्त भोंडवे ने ओंकारेश्वर में विकास कार्यों की कि समीक्षा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, खंडवा
Published by: तरुणेंद्र चतुर्वेदी
Updated Fri, 17 Oct 2025 05:00 PM IST
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सार
Simhastha 2028: ओंकारेश्वर में नगरीय प्रशासन विभाग के आयुक्त संकेत भोंडवे ने सिंहस्थ 2028 की तैयारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को समय-सीमा में सभी विकास कार्य गुणवत्ता के साथ पूरा करने और श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।

सिंहस्थ 2028 की तैयारियों को लेकर अधिकारी गण मंथन करते हुए।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त संकेत भोंडवे ने शुक्रवार को ओंकारेश्वर में एनएचडीसी के प्रशासनिक भवन के सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने सिंहस्थ 2028 के लिए स्वीकृत और प्रस्तावित विकास कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। आयुक्त भोंडवे ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिंहस्थ से जुड़े सभी कार्य निर्धारित समय-सीमा में और गुणवत्ता के साथ पूरे किए जाएं।
बैठक में लोक निर्माण विभाग, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण, राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण, पर्यटन निगम, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, पुलिस विभाग, सेतु विकास निगम और विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान कलेक्टर ऋषव गुप्ता, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय, जिला पंचायत के सीईओ डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा, अपर कलेक्टर सृष्टि देशमुख गौड़ा, एसडीएम पुनासा पंकज वर्मा, जनपद सीईओ डॉ. श्रीकृष्णा सुशिर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश रघुवंशी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
श्रद्धालुओं की सुविधा पर जोर
आयुक्त भोंडवे ने अधिकारियों से कहा कि सिंहस्थ के दौरान बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल व्यवस्था, यात्री प्रतीक्षालय, अस्थायी शौचालय, अस्थायी चिकित्सालय, नर्मदा तट पर घाट निर्माण, अतिरिक्त पहुंच मार्ग, हाई मास्ट लाइट, सीसीटीवी कैमरे, पार्किंग एरिया और पांटून ब्रिज जैसी व्यवस्थाओं के प्रस्ताव जल्द तैयार कर स्वीकृत कराएं।
सड़क और यातायात व्यवस्था
उन्होंने निर्देश दिया कि मोरटक्का-ओंकारेश्वर मार्ग का शेष निर्माण कार्य शीघ्र पूरा किया जाए। लोक निर्माण विभाग को सड़कों पर साइन बोर्ड लगाने और श्रद्धालुओं के बैठने के लिए रोड फर्नीचर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। मुख्य नगर पालिका अधिकारी को सभी नावों की नंबरिंग, और ई-रिक्शा तथा ऑटो रिक्शा का पंजीकरण कराने के निर्देश दिए गए। आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि अब ओंकारेश्वर में केवल सीसी रोड ही स्वीकृत किए जाएंगे। उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिया कि नर्मदा नदी को प्रदूषित करने वालों पर अर्थदंड की कार्रवाई की जाए।
हरियाली और पर्यावरण संरक्षण
आयुक्त भोंडवे ने बताया कि अगले जून माह में ओंकारेश्वर और आसपास के ग्रामों में 15 लाख पौधे लगाने का अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी नाले का पानी सीधे नर्मदा नदी में न जाए, यह सुनिश्चित किया जाए। सेतु निगम के अधिकारियों को पुराने पुल और झूला पुल का सिक्योरिटी ऑडिट कराने के निर्देश दिए गए।
सुरक्षा और आपदा प्रबंधन
आयुक्त ने कहा कि एसडीईआरएफ का बेस कैंप ओंकारेश्वर में स्थापित किया जाए और होमगार्ड के एक प्लाटून कमांडर का मुख्यालय भी यहीं रखा जाए। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ और अन्य पर्वों पर घाटों पर तैनात होमगार्ड, तैराकों और गोताखोरों को सीपीआर ट्रेनिंग दी जाए।
स्वास्थ्य और पुलिस व्यवस्था
बैठक में बताया गया कि ओंकारेश्वर के 20 बिस्तर वाले शासकीय अस्पताल को 50 बिस्तर वाले अस्पताल में उन्नत किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक राय ने जानकारी दी कि सिंहस्थ 2028 को देखते हुए मांधाता थाना परिसर में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्वीकृत किया गया है। साथ ही पुलिसकर्मियों के लिए बैरक और आवास भी बनाए जाएंगे। पुलिस अधिकारियों के लिए ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट कोठी में प्रस्तावित है।
घाट और बिजली व्यवस्था
नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अनुसार, सिंहस्थ को ध्यान में रखते हुए ओंकारेश्वर के आसपास 8 घाटों का विकास और उन्नयन कार्य स्वीकृत हुआ है, खेड़ी घाट, गोमुख घाट, नागर घाट, नवीन घाट, संगम घाट, ब्रह्मपुरी घाट और नावघाट शामिल हैं। विद्युत वितरण कंपनी ने बताया कि मोरटक्का से ओंकारेश्वर तक विद्युत लाइन और फीडर विस्तार कार्य स्वीकृत किया गया है ताकि सिंहस्थ के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति हो सके।
ये भी पढ़ें- MP News: मां के सामने युवक से अमानवीय व्यवहार, बेरहमी से पीटकर किया अधमरा, फिर मुंह पर की पेशाब
पर्यटन और बुनियादी ढांचा
नगर परिषद ने बताया कि शहर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सीसी रोड और सर्वसुविधायुक्त मेला क्षेत्र विकसित किया जाएगा। पर्यटन निगम ने बताया कि सिंहस्थ के तहत शंकराचार्य गुफा के संरक्षण और परिक्रमा पथ पर विकास कार्य स्वीकृत हुए हैं। “ओंकार पर्वत” परिक्रमा पथ पर श्रद्धालुओं के लिए शेड निर्माण और वृक्षारोपण का भी प्रस्ताव है।
लोक निर्माण विभाग ने बताया कि ओंकारेश्वर में सर्किट हाउस का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, जिसमें 10 कक्ष और एक सूट बनाया जाएगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने बताया कि लगभग 8 करोड़ रुपये की पेयजल योजना स्वीकृत है। मोरटक्का से ओंकारेश्वर के बीच दो ओवरहेड टैंक बनाए जाएंगे ताकि श्रद्धालुओं को पर्याप्त पेयजल मिल सके।

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बैठक में लोक निर्माण विभाग, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण, राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण, पर्यटन निगम, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, पुलिस विभाग, सेतु विकास निगम और विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान कलेक्टर ऋषव गुप्ता, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय, जिला पंचायत के सीईओ डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा, अपर कलेक्टर सृष्टि देशमुख गौड़ा, एसडीएम पुनासा पंकज वर्मा, जनपद सीईओ डॉ. श्रीकृष्णा सुशिर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश रघुवंशी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
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श्रद्धालुओं की सुविधा पर जोर
आयुक्त भोंडवे ने अधिकारियों से कहा कि सिंहस्थ के दौरान बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल व्यवस्था, यात्री प्रतीक्षालय, अस्थायी शौचालय, अस्थायी चिकित्सालय, नर्मदा तट पर घाट निर्माण, अतिरिक्त पहुंच मार्ग, हाई मास्ट लाइट, सीसीटीवी कैमरे, पार्किंग एरिया और पांटून ब्रिज जैसी व्यवस्थाओं के प्रस्ताव जल्द तैयार कर स्वीकृत कराएं।
सड़क और यातायात व्यवस्था
उन्होंने निर्देश दिया कि मोरटक्का-ओंकारेश्वर मार्ग का शेष निर्माण कार्य शीघ्र पूरा किया जाए। लोक निर्माण विभाग को सड़कों पर साइन बोर्ड लगाने और श्रद्धालुओं के बैठने के लिए रोड फर्नीचर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। मुख्य नगर पालिका अधिकारी को सभी नावों की नंबरिंग, और ई-रिक्शा तथा ऑटो रिक्शा का पंजीकरण कराने के निर्देश दिए गए। आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि अब ओंकारेश्वर में केवल सीसी रोड ही स्वीकृत किए जाएंगे। उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिया कि नर्मदा नदी को प्रदूषित करने वालों पर अर्थदंड की कार्रवाई की जाए।
हरियाली और पर्यावरण संरक्षण
आयुक्त भोंडवे ने बताया कि अगले जून माह में ओंकारेश्वर और आसपास के ग्रामों में 15 लाख पौधे लगाने का अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी नाले का पानी सीधे नर्मदा नदी में न जाए, यह सुनिश्चित किया जाए। सेतु निगम के अधिकारियों को पुराने पुल और झूला पुल का सिक्योरिटी ऑडिट कराने के निर्देश दिए गए।
सुरक्षा और आपदा प्रबंधन
आयुक्त ने कहा कि एसडीईआरएफ का बेस कैंप ओंकारेश्वर में स्थापित किया जाए और होमगार्ड के एक प्लाटून कमांडर का मुख्यालय भी यहीं रखा जाए। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ और अन्य पर्वों पर घाटों पर तैनात होमगार्ड, तैराकों और गोताखोरों को सीपीआर ट्रेनिंग दी जाए।
स्वास्थ्य और पुलिस व्यवस्था
बैठक में बताया गया कि ओंकारेश्वर के 20 बिस्तर वाले शासकीय अस्पताल को 50 बिस्तर वाले अस्पताल में उन्नत किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक राय ने जानकारी दी कि सिंहस्थ 2028 को देखते हुए मांधाता थाना परिसर में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्वीकृत किया गया है। साथ ही पुलिसकर्मियों के लिए बैरक और आवास भी बनाए जाएंगे। पुलिस अधिकारियों के लिए ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट कोठी में प्रस्तावित है।
घाट और बिजली व्यवस्था
नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अनुसार, सिंहस्थ को ध्यान में रखते हुए ओंकारेश्वर के आसपास 8 घाटों का विकास और उन्नयन कार्य स्वीकृत हुआ है, खेड़ी घाट, गोमुख घाट, नागर घाट, नवीन घाट, संगम घाट, ब्रह्मपुरी घाट और नावघाट शामिल हैं। विद्युत वितरण कंपनी ने बताया कि मोरटक्का से ओंकारेश्वर तक विद्युत लाइन और फीडर विस्तार कार्य स्वीकृत किया गया है ताकि सिंहस्थ के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति हो सके।
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पर्यटन और बुनियादी ढांचा
नगर परिषद ने बताया कि शहर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सीसी रोड और सर्वसुविधायुक्त मेला क्षेत्र विकसित किया जाएगा। पर्यटन निगम ने बताया कि सिंहस्थ के तहत शंकराचार्य गुफा के संरक्षण और परिक्रमा पथ पर विकास कार्य स्वीकृत हुए हैं। “ओंकार पर्वत” परिक्रमा पथ पर श्रद्धालुओं के लिए शेड निर्माण और वृक्षारोपण का भी प्रस्ताव है।
लोक निर्माण विभाग ने बताया कि ओंकारेश्वर में सर्किट हाउस का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, जिसमें 10 कक्ष और एक सूट बनाया जाएगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने बताया कि लगभग 8 करोड़ रुपये की पेयजल योजना स्वीकृत है। मोरटक्का से ओंकारेश्वर के बीच दो ओवरहेड टैंक बनाए जाएंगे ताकि श्रद्धालुओं को पर्याप्त पेयजल मिल सके।