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Rewa News: न क्लिक न OTP, सिर्फ एक कॉल, खाते से उड़ गए ₹6.58 लाख; मऊगंज में हाईटेक साइबर ठगी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, रीवा
Published by: रीवा ब्यूरो
Updated Mon, 27 Oct 2025 11:46 AM IST
सार
पीड़ित की शिकायत पर मऊगंज पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर सेल की मदद से आरोपियों की ट्रेसिंग शुरू कर दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह उन्नत तकनीक से की गई हैकिंग का मामला हो सकता है।
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साइबर अपराध।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
मऊगंज से साइबर अपराध का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। वार्ड क्रमांक 7 चक्रभाठी निवासी गल्ला व्यापारी मानिक लाल गुप्ता के बैंक खाते से 6 लाख 58 हजार रुपये की ठगी कर ली गई। वो भी बिना किसी ओटीपी या बैंक डिटेल साझा किए। पीड़ित मानिक लाल गुप्ता के अनुसार, शनिवार शाम उन्हें 9960494075 नंबर से एक वॉट्सऐप कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को बैंक का कर्मचारी बताते हुए कहा कि “आपके खाते का प्रमाणीकरण किया जा रहा है, खाता 24 घंटे में दोबारा चालू हो जाएगा, लेकिन इसके कुछ ही देर बाद उनके खाते से आठ ट्रांजेक्शन में कुल ₹6.58 लाख रुपये उड़ गए।
न ओटीपी शेयर किया, न लिंक क्लिक किया!
व्यापारी ने स्पष्ट किया कि उन्होंने न तो कोई ओटीपी बताया, न किसी लिंक पर क्लिक किया, इसके बावजूद ठगी हो गई। विशेषज्ञों के अनुसार यह मामला एडवांस टेक्निकल हैकिंग तकनीक से जुड़ा हो सकता है।
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मऊगंज पुलिस ने दर्ज की शिकायत
पीड़ित ने तुरंत मऊगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस साइबर सेल की मदद से ठगों के मोबाइल नंबर और बैंक खातों की ट्रेसिंग कर रही है।
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न ओटीपी शेयर किया, न लिंक क्लिक किया!
व्यापारी ने स्पष्ट किया कि उन्होंने न तो कोई ओटीपी बताया, न किसी लिंक पर क्लिक किया, इसके बावजूद ठगी हो गई। विशेषज्ञों के अनुसार यह मामला एडवांस टेक्निकल हैकिंग तकनीक से जुड़ा हो सकता है।
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मऊगंज पुलिस ने दर्ज की शिकायत
पीड़ित ने तुरंत मऊगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस साइबर सेल की मदद से ठगों के मोबाइल नंबर और बैंक खातों की ट्रेसिंग कर रही है।