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Ujjain News: अस्पताल का अमानवीय व्यवहार, तीन घंटे एंबुलेंस में रखा मरीज का शव; सीएमएचओ ने 2 दिन में मांगा जवाब
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उज्जैन
Published by: उज्जैन ब्यूरो
Updated Tue, 25 Nov 2025 03:47 PM IST
सार
पामेचा अस्पताल में युवक की मौत के बाद उसके शव को तीन घंटे तक एंबुलेंस में रखने और परिजनों के साथ दुर्व्यवहार को लेकर सीएमएचओ ने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर मामले में स्पष्टीकरण मांगा है।
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अस्पताल का अमानवीय व्यवहार, सीएमएचओ ने मांगा जवाब
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
उज्जैन-इंदौर रोड स्थित पामेचा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल प्रबंधन पर लगाए गए अमानवीय व्यवहार के आरोपों के बाद, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सख्त कदम उठाया है। क्षेत्रीय पार्षद जितेंद्र गब्बर कुवाल ने अस्पताल पर मृत मरीज के शव को करीब तीन घंटे तक एंबुलेंस में रखने और परिजनों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया था, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। इस गंभीर घटना के सामने आने के बाद सोमवार को सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल ने पामेचा अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर दो दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।
घटना को गंभीरता से लेते हुए सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल ने पामेचा अस्पताल निदेशक को नोटिस जारी किया है। नोटिस में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि अस्पताल में युवक की मृत्यु के बाद शव को अस्पताल परिसर से बाहर रखा गया, जो कि अस्पताल के अमानवीय कृत्य को दर्शाता है। यह कृत्य चिकित्सीय आचार संहिता के सर्वथा विपरीत है। सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल ने अस्पताल प्रबंधन को दो दिन के भीतर इस घटना पर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। स्पष्टीकरण न देने पर उपलब्ध तथ्यों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें: Indore News: पूर्व सीएम के भतीजे को मारी ट्रक ने टक्कर, दूध लेने के लिए पैदल निकले थे
यह है पूरा मामला
आगर-मालवा निवासी निवासी रितेश भोला (41) को सीने में दर्द की शिकायत के बाद पामेचा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शाम 5 बजे मरीज को आईसीयू में भर्ती कर उपचार शुरू किया गया लेकिन शाम सवा छह बजे उसकी मौत हो गई। चूंकि महिला के नजदीकी रिश्तेदार ग्वालियर में रहते थे, इसलिए उनकी पत्नी शीतल भोला ने डॉक्टर से भावनात्मक आग्रह कि उनके परिजन ग्वालियर से आ रहे हैं, इसलिए शव को कुछ घंटों के लिए अस्पताल के भीतर ही रखे रहने दिया जाए लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने शव रखने से इंकार कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने शव को तत्काल आईसीयू से निकालकर एंबुलेंस में रखवा दिया। प्रबंधन का यह व्यवहार इतना अमानवीय था कि उन्होंने रोती-बिलखती और हाथ-पैर जोड़ती महिला की एक न सुनी।
तीन घंटे तक एंबुलेंस में रहा शव
पार्षद कुवाल ने बताया कि मृतक का शव अस्पताल के बाहर खड़ी एंबुलेंस में करीब तीन घंटे तक रखा रहा। सूचना मिलते ही पार्षद स्वयं मौके पर पहुंचे और डॉक्टर से शव को कुछ समय अस्पताल में रखने का निवेदन किया, लेकिन प्रबंधन इसके लिए तैयार नहीं हुआ। ग्वालियर से परिजन के पहुंचने के बाद रात लगभग 10 बजे महिला शव को लेकर गई। अस्पताल के इस अमानवीय कृत्य के बाद अब सीएमएचओ द्वारा जारी किए गए नोटिस में इस कृत्य का जवाब मांगा गया है।
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घटना को गंभीरता से लेते हुए सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल ने पामेचा अस्पताल निदेशक को नोटिस जारी किया है। नोटिस में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि अस्पताल में युवक की मृत्यु के बाद शव को अस्पताल परिसर से बाहर रखा गया, जो कि अस्पताल के अमानवीय कृत्य को दर्शाता है। यह कृत्य चिकित्सीय आचार संहिता के सर्वथा विपरीत है। सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल ने अस्पताल प्रबंधन को दो दिन के भीतर इस घटना पर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। स्पष्टीकरण न देने पर उपलब्ध तथ्यों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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यह है पूरा मामला
आगर-मालवा निवासी निवासी रितेश भोला (41) को सीने में दर्द की शिकायत के बाद पामेचा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शाम 5 बजे मरीज को आईसीयू में भर्ती कर उपचार शुरू किया गया लेकिन शाम सवा छह बजे उसकी मौत हो गई। चूंकि महिला के नजदीकी रिश्तेदार ग्वालियर में रहते थे, इसलिए उनकी पत्नी शीतल भोला ने डॉक्टर से भावनात्मक आग्रह कि उनके परिजन ग्वालियर से आ रहे हैं, इसलिए शव को कुछ घंटों के लिए अस्पताल के भीतर ही रखे रहने दिया जाए लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने शव रखने से इंकार कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने शव को तत्काल आईसीयू से निकालकर एंबुलेंस में रखवा दिया। प्रबंधन का यह व्यवहार इतना अमानवीय था कि उन्होंने रोती-बिलखती और हाथ-पैर जोड़ती महिला की एक न सुनी।
तीन घंटे तक एंबुलेंस में रहा शव
पार्षद कुवाल ने बताया कि मृतक का शव अस्पताल के बाहर खड़ी एंबुलेंस में करीब तीन घंटे तक रखा रहा। सूचना मिलते ही पार्षद स्वयं मौके पर पहुंचे और डॉक्टर से शव को कुछ समय अस्पताल में रखने का निवेदन किया, लेकिन प्रबंधन इसके लिए तैयार नहीं हुआ। ग्वालियर से परिजन के पहुंचने के बाद रात लगभग 10 बजे महिला शव को लेकर गई। अस्पताल के इस अमानवीय कृत्य के बाद अब सीएमएचओ द्वारा जारी किए गए नोटिस में इस कृत्य का जवाब मांगा गया है।