Astrology And Bad Habits: हमारी कुंडली के ग्रह जीवन पर शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के प्रभाव डालते हैं। यहां तक की हमारी आदतें ग्रहों के शुभ-अशुभ असर को कम या ज्यादा कर सकती हैं। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार मनुष्य को हमेशा अच्छी आदतें अपनानी चाहिए। यदि उसने गलत आदतें अपनाईं तो नव ग्रह दोष जीवन में कभी पीछा नहीं छोड़ेगा। इन 9 ग्रहों में हमें सबसे ज्यादा प्रभावित करता है शनि। शनि सबसे धीरे चलने वाला ग्रह है। ये ग्रह ढाई साल में एक बार राशि बदलता है, इस तरह ये 30 साल में एक राशि चक्र पूरा करता है। ये ग्रह समय-समय पर वक्री भी होता है यानी उल्टी चाल चलने लगता है। वर्तमान में ये ग्रह कुंभ राशि में वक्री अवस्था में है। 12 जुलाई को ये ग्रह वक्री अवस्था में मकर राशि में आ जाएगा। समुद्र शास्त्र के अनुसार हमारे चलने के तरीके से राहु-शनि जैसे ग्रह हमें नकारात्मक परिणाम प्रदान करते हैं। लिहाजा जल्द से जल्द इन आदतों को सुधारना ही बेहतर है। हमारी आदतों का संबंध हमारे भविष्य से भी है। आइए जानते हैं कि शनि ग्रह और हमारे चलने के तरीके के बीच क्या संबंध है।
Astrology And Bad Habits: क्या आपको भी पैर घसीटकर चलने की है आदत, तो हो जाएं सावधान!
शनि द्वारा प्रभावित होने वाले अंग
शनिदेव एक न्याय प्रिय देवता हैं और उन्हें ग्रहों का न्यायाधीश कहा गया है। ये ग्रह ही मनुष्यों को उनके अच्छे-बुरे कर्मों का फल प्रदान करते हैं। शनि ग्रह आपके शरीर की अस्थियां (हड्डी), नाभि, बाल, आंखें, घुटने, जोड़े, आंत पर अच्छा और बुरा प्रभाव डालते हैं। समुद्र शास्त्र के अनुसार पैरों पर शनिदेव का सबसे ज्यादा प्रभाव देखने को मिलता है। जब किसी पर शनि की बुरी नजर होती है तो उसे पैरों से संबंधित रोग हो सकता है या दुर्घटना के दौरान पैरों में चोट लगने की संभावना अधिक रहती है।
शनि दोष लाने वाली ये आदत है अशुभ
- ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, कुछ लोग आदतानुसार या जानबूझकर अपना पैर घसीटकर चलते हैं। पैर घसीटकर चलने से शनि से संबंधित अशुभ फलों का सामना करना पड़ता है। यदि कोई व्यक्ति पैर घसीटकर चलता है तो यह आदत अच्छी नहीं मानी गई है।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब कोई व्यक्ति पैर घसीटकर चलता है तो उसे भविष्य में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा पैर घसीटकर चलने से जूते-चप्पल जल्दी खराब हो जाते हैं जो शनि के अशुभ होने का संकेत भी है।
- पैर घसीटकर चलने वाले लोगों पर शनि की ढय्या और साढ़ेसाती का भी प्रभाव रहता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ऐसे लोगों को पैरों से संबंधित रोग होने की संभावना सबसे ज्यादा रहती है।

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