एक परिवार में कई सदस्य होते हैं। सभी की अपनी एक अलग विचारधारा होती है लेकिन फिर भी सभी प्रेम की डोर से बंधे होते हैं, जिसके कारण वे एक साथ खुशहाली से रहते हैं। जहां परिवार के सदस्य एक दूसरे से प्रेम करते हैं तो कई बार उनके विचार भी एक दूसरे से टकराते हैं, जिसके कारण नोक-झोंक भी होती है। वैसे तो कहा जाता है कि जहां प्रेम होता है वहीं तकरार भी होती है लेकिन यह तकरार एक सीमा तक रहे तभी अच्छा रहता है। यदि तकरार लड़ाई-झगड़ों में बदलने लगे तो घर का माहौल खराब होने लगता है। घर में बात-बात पर कलह-क्लेश होना न केवल मानसिक तनाव को बढ़ाता है बल्कि इससे आपकी आर्थिक स्थिति पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगता है। वास्तु शास्त्र कहता है कि घर में बिना बात के लड़ाई-झगड़ा होना और आर्थिक परेशानियां आने के पीछे का कारण नकारात्मक ऊर्जा होती है। यदि घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगे तो घर की सुख-शांति भंग हो जाती है साथ ही आर्थिक स्थिति पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। कई बार नकारात्मक ऊर्जा का कारण हमारे कुछ आदते होती हैं। यदि इन आदतों को सुधार लिया जाए तो जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाई जा सकती है तो चलिए जानते हैं कि किन आदतों को कारण होता है घर में कलह-क्लेश, आर्थिक तंगी और कैसे पा सकते हैं इससे छुटकारा।
Vastu tips: इन तीन बुरी आदतों के कारण होता है घर में कलह-क्लेश और आर्थिक तंगी
वास्तु के अनुसार, यदि आपके घर में पुराना टूटा-फूटा सामान जैसे बिना ताले की चाबियां, खराब पड़े बिजली के उपकरण, जंग लगा सामान टूटा हुआ फर्नीचर, टूटा कांच, पुराने बिना काम के जूते, फटे पुराने कपड़े और बंद पड़ी घड़ियां आदि फिजूल सामान यदि घर में पड़ा हो तो नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है। इससे आपके घर में कलह-क्लेश तो बढ़ता ही है साथ ही में आर्थिक तंगी और तरक्की में बाधाओं का सामना भी करना पड़ता है, इसलिए यदि आपके घर में इस तरह का कोई भी सामान पड़ हो तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए।
रात में जूठे बर्तन छोड़ना
हमारे बुजुर्ग कहते थे कि कभी भी रात को जूठे बर्तन छोड़कर नहीं सोना चाहिए। वास्तु में भी यह आदत बहुत नुकसानदायक बताई गई है। आज के समय में दिनचर्या बहुत बदल गई है लोग सुबह देर तक सोते हैं और रात में देर से खाना खाते हैं। इसी कारण अक्सर खाने के बाद जूठे बर्तन ऐसे ही रख दिए जाते हैं लेकिन क्या आपको पता है ये आदत न केवल आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाती है बल्कि इससे आपके घर में लड़ाई-झगड़े की स्थिति उत्पन्न होती है और साथ ही आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है, इसलिए रात को ही रसोई और बर्तनों को साफ करके सोना चाहिए।
गंदगी एवं दूषित वातावरण
यदि घर में सुख-शांति और समृद्धि का वातावरण चाहते हैं तो घर में और आस-पास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। गंदगी के कारण न रोग पनपने के साथ ही घर में झगड़े और धन की समस्याएं होने लगती हैं। जहां पर साफ-सफाई नहीं होती है उस घर में दरिद्रता का वास होता है। खासतौर पर धन स्थान, पूजा स्थान, मुख्य द्वार और रसोई में बिल्कुल भी गंदगी नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही घर को व्यवस्थित भी रखना बहुत जरूरी होता है।

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