ज्योतिष में वास्तुशास्त्र की विशेष भूमिका रहती है। वास्तुशास्त्र में मनुष्य के जीवन पर कैसे सकारात्मक प्रभाव पड़े इस पर विशेष बल दिया जाता है। वास्तु में नकारात्मक ऊर्जा को घर में प्रवेश करने से रोकने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। मान्यता है कि वास्तु में बताए गए कुछ उपायों से घर में सकारात्मक ऊर्जा के साथ सुख और समृद्धि आती है। आइए जानते हैं वास्तु के कुछ उपायों के बारे में...
वास्तु के इन उपायों से घर में आती है सुख और समृद्धि, परेशानियों का होता है अंत
ईशान कोण को रखें साफ
वास्तु में ईशान की दिशा को प्रमुख दिशा माना जाता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार उत्तर-पूर्व यानि ईशान कोण को ईश की दिशा यानी भगवान की दिशा मानी गई है। इस दिशा का संबंध जल तत्व से है। इस दिशा को सदैव हल्का और पवित्र रखना चाहिए, ऐसा नहीं होने पर परिवार में शारीरिक और मानसिक अशांति बनी रहती है।
दूर होगा वास्तुदोष
घर से वास्तु दोष को दूर करने के लिए विध्नहर्ता भगवान गणेश की मूर्ति बहुत ही कारगर सिद्ध होती है। अगर घर पर किसी तरह का वास्तुदोष है तो यहां गणेश जी की ऐसी प्रतिमा लगाएं जिसमें गणपति तकिये पर एक हाथ का सहारा लेकर लेटे हुए नजर आते हैं। कलाकृति के तौर पर इसे यहीं रखें ,पूजाघर में नहीं रखें। लेकिन गणेश जी की प्रतिमा लगाते वक्त एक बात का हमेशा ध्यान रहे कि कभी भी इनका मुख दक्षिण या नैऋत्य में न हो अन्यथा परिणाम विपरीत हो सकते हैं।
शुभ हो प्रवेश द्वार
वास्तु के अनुसार सबसे पहले सकारात्मक ऊर्जा घर के मुख्य दरवाजे से ही प्रवेश करती है। वास्तु में प्रवेश द्वार को बहुत अहम माना गया है। यह घर का आइना होता है,इसे हमेशा साफ़-सुथरा रखें। मुख्य दरवाजे पर शुभ प्रतीक चिह्न जैसे स्वास्तिक, ॐ, कलश, पवनघंटी, शंख, मछलियों का जोड़ा या आशीर्वाद मुद्रा में बैठे गणेश जी लगाना शुभकारक रहता है।
तुलसी का पौधा
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पवित्र माना गया है। नियमित रूप से पूजा-आराधना करने के लिए तुलसी के पत्तों का प्रयोग किया जाता है। तुलसी का पौधा घर की शोभा के साथ घर से नकारात्मकता को दूर करता है। वास्तु के अनुसार तुलसी के पौधे को घर की पूर्व दिशा या पूर्व-उत्तर दिशा में लगाना शुभ रहता है। इसके धन लाभ होता है।

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