मोदी साहब! मुझे मेरा कबूतर वापस कर दीजिए। मैं उसे बहुत प्यार करता हूं। वह मेरे परिवार का सदस्य है... यह एक पाकिस्तानी का कहना है। अब अपना कबूतर वापस पाने को वह पीएम मोदी तक गुहार लगा रहा है। आखिर आप भी सोच रहे होंगे कि पूरा मामला क्या है। आइए जानते हैं विस्तार से...
पाकिस्तानी की गुहार, 'मोदी साहब! मेरा कबूतर वापस कर दीजिए, मैं बहुत चाहता हूं', पढ़ें- मामला
जम्मू-कश्मीर के कठुआ के मनियारी गांव में एक पाकिस्तानी कबूतर को जासूसी के शक में पकड़ा गया। पाकिस्तान के नारोवाल जिले के गांव बंगा शरीफ निवासी हबीबउला का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। वीडियो में हबीबउला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कबूतर को रिहा करने की गुहार लगाई है। उसने अपने आपको कबूतर का मालिक भी बताया। वीडियो में पीएम को संबोधित करते हुए हबीबउला कह रहा है कि मोदी साहब! मेरा कबूतर वापस करो, मैं उससे बहुत प्यार करता हूं।
इस पाकिस्तानी युवक ने कहा कि उसका कबूतर जासूसी के लिए नहीं गया था। पक्षी सीमाओं के बंधन से मुक्त हैं। वह कबूतर पालता है। कबूतर उसके घर से उड़ा और कठुआ के मनियारी गांव पहुंच गया। जहां उसे पुलिस ने जासूस समझकर कब्जे में ले लिया है। जिस नस्ल का कबूतर मनियारी में पकड़ा गया उसी नस्ल के कई और कबूतर उसके घर में हैं, जिनको उसने वीडियो में दिखाया। इस नस्ल के 100 से अधिक कबूतर उसके पास हैं। इन कबूतरों की निगरानी के लिए उसने पैरों में रिंग बांध रखा है और अपना मोबाइल नंबर व नाम भी लिखा है।
हबीबउला ने बताया कि ईद के दिन उन्होंने घर से कबूतर उड़ाए थे। उनमें से एक कबूतर सीमा पार कर चला गया है। उसके पास इस नस्ल के जितने भी कबूतर हैं, उनके पैरों में रिंग बांध कर अपना नाम व मोबाइल नंबर लिखा है, ताकि खो जाने पर उसका कबूतर वापस मिल सके। हबीबउला ने पाकिस्तान सरकार से भी आग्रह किया उसके कबूतर को वापस लाने के लिए भारत सरकार से बात करें। यदि उसका कबूतर नहीं मिला तो वह बॉर्डर पर जाकर विरोध प्रदर्शन करेगा। याद रहे कि एसएसपी कठुआ शैलेंद्र के अनुसार यह कबूतर कंटीली तार के नजदीक से पकड़ा गया था।
सीमावर्ती गांवों के लोगों को है कबूतर पालने का शौक
भारत-पाकिस्तान के सीमावर्ती गांव के लोगों में कबूतर पालने की दशकों पुरानी परंपरा है। अटारी सेक्टर के कई सीमावर्ती गांव के लोगों ने अलग-अलग नस्ल के कबूतर पाल रखे हैं। कबूतर पालने के शौकीन इन कबूतरों के बीच कई प्रतियोगिता करवाते हैं। कई बार कबूतर उड़कर सीमा पार भी चले जाते हैं।