लाल और नीली बत्ती हटाकर सरकार ने एक वीआईपी कल्चर तो खत्म कर दिया। अब एक और चीज हटाकर एक और कल्चर खत्म किया जाएगा, देखिए।
दरअसल, लाल बत्ती के बाद अब माननीयों का हूटर भी जाएगा। ये पहल भी पंजाब ही कर रहा है। प्रदेश की कैप्टन सरकार सरकार ने वीआईपी कल्चर की आखिरी निशानी हूटर को भी खत्म करने की तैयारी कर ली है। मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देश के बाद जल्द ही ट्रांसपोर्ट विभाग इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर देगा।
कांग्रेस ने अपने चुनावी मेनिफेस्टो में राज्य से वीआईपी कल्चर खत्म करने का वादा किया था। प्रदेश में सबसे पहले यह बात वित्तमंत्री मनप्रीत बादल ने की थी। 2012 के विधानसभा चुनाव में पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब के प्रमुख के तौर पर उन्होंने लोगों से यह करने का वादा किया था। कांग्रेस में आने के बाद उन्होंने इस वादे को अहमियत दी।
कैप्टन सरकार में मंत्री बनते ही उन्होंने पहली ही कैबिनेट बैठक में लाल बत्ती खत्म कर पंजाब ने देश के मिसाल कायम की थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश और फिर केंद्र सरकार ने इसका अनुसरण किया। इसके बाद हूटर को भी खत्म करने का फैसला किया गया है। साथ ही सीएम कार्यालय से ट्रांसपोर्ट विभाग को निर्देश जारी कर नोटिफिकेशन करने को कहा गया है।
अब सिर्फ एंबुलेंस समेत उन्हीं वाहनों में हूटर या सायरन का प्रयोग किया जा सकेगा, जिनमें बत्ती की इजाजत है। बाकी कोई भी वीआईपी हूटर का प्रयोग नहीं कर सकेगा। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री को फीडबैक मिला था कि लाल बत्ती हटने के बाद भी माननीयों का रुतबा कायम है। अब वह अपने वीआईपी होने के सबूत के तौर पर हूटर का प्रयोग कर रहे हैं।