उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। वहीं सरोवर नगरी नैनीताल में बारिश ने कई दशकों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार, नैनीताल में 24 घंटे में 445 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं, सोमवार सुबह से लेकर मंगलवार की सुबह तक पूरे राज्य में 36.7 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी।
आसमानी आफत: उत्तराखंड में कहर बनकर बरसी बारिश, मलबे और सैलाब में जिंदा दफन हो गई कईं जिंदगियां, तस्वीरें
मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह के मुताबिक इस अवधि में पूरे राज्य में औसतन 2.4 मिमी बारिश होती है, लेकिन मौसम के बदले मिजाज के चलते 36.7 मिमी बारिश हुई। ऐसे में सामान्य से 1428 फीसदी अधिक बारिश रिकार्ड की गई। जो हाल फिलहाल में अक्तूबर में सबसे अधिक बारिश है।
उत्तराखंड में बारिश: हरिद्वार-ऋषिकेश में खतरे के निशान पर बह रही गंगा, हल्द्वानी में गौला नदी का अप्रोच पुल टूटा, तस्वीरें
नैनीताल में भारी बारिश से कई जगह पानी भर गया है। तल्लीताल चौराहे में (डांठ) में लगभग दो इंच की दरार पड़ गई। सूचना मिलते ही एसडीएम और सीओ मौके पर पहुंच गए। कैंट रोड में पानी का बहाव बहुत तेज होने के कारण दुकानों के अंदर फंसे लोगों को सेना के जवानों ने रेस्क्यू कर निकाला। इस दौरान सूखा ताल भी पानी से लबालब भरा नजर आया।
Uttarakhand Rainfall: बारिश से भारी तबाही, मलबे में कई लोग जिंदा दफन, अलग-अलग जगहों पर अब तक 24 की मौत
आसमानी आफत: उत्तराखंड में कहर बनकर बरसी बारिश, मलबे और सैलाब में जिंदा दफन हो गई कईं जिंदगियां, तस्वीरें
मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह के मुताबिक इस अवधि में पूरे राज्य में औसतन 2.4 मिमी बारिश होती है, लेकिन मौसम के बदले मिजाज के चलते 36.7 मिमी बारिश हुई। ऐसे में सामान्य से 1428 फीसदी अधिक बारिश रिकार्ड की गई। जो हाल फिलहाल में अक्तूबर में सबसे अधिक बारिश है।
उत्तराखंड में बारिश: हरिद्वार-ऋषिकेश में खतरे के निशान पर बह रही गंगा, हल्द्वानी में गौला नदी का अप्रोच पुल टूटा, तस्वीरें
नैनीताल में भारी बारिश से कई जगह पानी भर गया है। तल्लीताल चौराहे में (डांठ) में लगभग दो इंच की दरार पड़ गई। सूचना मिलते ही एसडीएम और सीओ मौके पर पहुंच गए। कैंट रोड में पानी का बहाव बहुत तेज होने के कारण दुकानों के अंदर फंसे लोगों को सेना के जवानों ने रेस्क्यू कर निकाला। इस दौरान सूखा ताल भी पानी से लबालब भरा नजर आया।
Uttarakhand Rainfall: बारिश से भारी तबाही, मलबे में कई लोग जिंदा दफन, अलग-अलग जगहों पर अब तक 24 की मौत