चारों दिशाओं में सराहना पा चुकी चैतन्य तम्हाणे की फिल्म 'द डिसाइपल (The Disciple)' की रिलीज पक्की हो गई है। फिल्म किसी सिनेमाघर तक तो नहीं पहुंच सकी है लेकिन इसे एक ओटीटी प्लेटफॉर्म ने जरूर गोद ले लिया है। इस फिल्म के निर्माता हैं विजय गोम्बर, जिनके लीड रोल वाली फिल्म ‘इज लव एनफ सर?’ इन दिनों डिजिटल मनोरंजन की दुनिया में धूम मचा रही है।
दुनिया भर में हंगामा मचाने के बाद ओटीटी पर बिकी चैतन्य तम्हाणे की फिल्म, शास्त्रीय गायक की रोचक गाथा
'द डिसाइपल' कहानी है शरद नेरुलकर नाम के एक व्यक्ति की जो अपने पूरे जीवन को एक भारतीय शास्त्रीय संगीत गायक बनने के लिए समर्पित कर देता है। यह परंपरा काफी समय से चली आ रही थी जिसमें शरद अपने गुरु और उनके पिता की परंपराओं और अनुशासन का पालन करता रहता है। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता जाता है, शरद के जेहन में को थोड़ी हैरानी के साथ सवाल उठने लगते हैं कि वह जिस काम को करने की कोशिश कर रहा है, क्या उसके लिए वह करना संभव भी है या नहीं?
अब तक चैतन्य तम्हाणे की फिल्म 'द डिसाइपल' की कहानी ने बहुत से दिलों को छुआ है। यह फिल्म फेडरेशन इंटरनेशनल डे ला प्रैसे सिनेमैटोग्राफिक में क्रिटिक्स पुरस्कार जीत चुकी है। वहीं, 77वें वेनिस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में इसे सर्वश्रेष्ठ पटकथा का पुरस्कार मिला। पिछले साल जब इस फिल्म को टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखाया गया तो यह फिल्म एम्प्लीफाई वॉइसेज अवार्ड से सम्मानित हुई। और, हाल ही में इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी में फिल्म इंडिपेंडेंट स्पिरिट अवार्ड्स के लिए नामित किया गया है।
फिल्म 'द डिसाइपल' के निर्देशक चैतन्य तम्हाणे को इस बात की खुशी है कि ओटीटी नेटफ्लिक्स के जरिए अब उनकी ये फिल्म विश्व भर में देखी जा सकेगी। अपनी खुशी जाहिर करते हुए चैतन्य कहते हैं, 'इस फिल्म की कहानी मेरी उत्कृष्टता और निर्देशन में खुद की खोज से आई है। यह कहानी दिखाती है कि हम कभी कभी सभी नियमों का पालन करते हैं, सभी की बात मानते हैं लेकिन फिर भी कुछ न कुछ कमी रह ही जाती है। इस फिल्म के साथ मेरे लिए सम्मान की बात है कि मुझे अल्फांसो क्वेरॉन जैसे रचनात्मक जादूगर के साथ काम करने का मौका मिला।'
अपनी बात जारी रखते हुए चैतन्य कहते हैं कि उन्हें बहुत खुशी है कि उनकी यह फिल्म अब ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने जा रही है। चैतन्य ने कहा, 'सच में मैं अपने आप को बहुत किस्मत वाला मानता हूं कि मेरी फिल्म पूरी दुनिया देखेगी। मेरा किया काम लोगों के सामने पहुंचेगा। एक फिल्म बनाने में बहुत शोध करना पड़ता है और एक फिल्मकार के रूप में मैंने इसमें सत्यता लाने की पूरी कोशिश की है। मुझे खुशी है कि मेरी फिल्म 'द डिसाइपल' को ठीक से बनाने में मैं कामयाब रहा।'