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Hum Aapke Hain Kaun: 'हम आपके हैं कौन' नहीं बनाना चाहते थे सूरज बड़जात्या, तनाव के कारण दो बार करना पड़ा ईसीजी
एंटरटेनमेंट डेस्क, अमर उजाला
Published by: तनु चतुर्वेदी
Updated Mon, 04 Nov 2024 08:40 PM IST
सार
निर्माता सूरज बड़जात्या ने बताया कि वे कभी भी हम आपके हैं कौन फिल्म बनाना नहीं चाहते थे। उनके पिता जी ने उनसे जबरदस्ती ये फिल्म बनवाई, जिसके बाद उनका तनाव इतना बढ़ गया कि उन्हें दो बार ईसीजी करवाना पड़ा था।
निर्माता सूरज बड़जात्या को अपनी शानदार फिल्म मैंने प्यार किया, हम आपके हैं कौन, विवाह जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। उन्होंने बताया कि उनके पिता राज कुमार बड़जात्या ने उन्हें सलमान खान और माधुरी दीक्षित के साथ 'हम आपके हैं कौन' बनाने के लिए कहा।
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हम आपके हैं कौन
- फोटो : एक्स @FilmHistoryPic
'हम आपके हैं कौन' नहीं बनाना चाहते थे सूरज
सूरज बड़जात्या ने कहा कि वह इस फिल्म को नहीं बनाना चाहते थे। उन्होंने बताया कि वह ‘हर कदम पर लोग कह रहे थे कि यह कोई फिल्म नहीं है जिसे बनाया जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘लोगों ने यह भी कहा कि यह एक छाया गीत या वीडियो कैसेट है, लेकिन मेरी टीम ने डटे रहने का फैसला किया। इसका श्रेय सबसे पहले मेरे पिता को जाता है।’
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हम आपके हैं कौन
- फोटो : एक्स
पिता जी ने दिया था आइडिया
बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि “जब मैं तेलुगु में मैंने प्यार किया की डबिंग कर रहा था, तो पिता जी मुझे बैठाया और पूछा, ‘इसके बाद क्या?’ और मैंने सोचा ‘देखेंगे’। फिर उन्होंने कहा कि एक विषय है जिस पर मैं चाहता हूं कि तुम इसे बनाओ और तुम इसे बना सकते हो।"
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हम आपके हैं कौन
- फोटो : स्क्रीन ग्रैब
अवधी में बन चुकी थी फिल्म
सूरज बड़जात्या ने कहा कि पिता जी ने मुझे बताया कि हमने 1981 में नदिया के पार बनाई थी और यह हिंदी बेल्ट में से एक में बड़ी हिट रही क्योंकि यह अवधी भाषा में थी। सूरज बड़जात्या के पिता ने उनसे कहा कि किसी और ने इसे नहीं देखा है और मुझे इसे हिंदी में बनाना चाहिए। मुझे भी नया जोश था और मैंने सोचा कि मैं रीमेक क्यों बनाऊंगा।
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हम आपके हैं कौन
- फोटो : एक्स
ईसीजी से गुजरे सूरज बरजात्या
सूरज बड़जात्या ने बताया कि उन्हें स्क्रिप्ट लिखने में तीन साल लग गए। मैं दो ईसीजी से गुजरा क्योंकि मैं वो नहीं लिख रहा था, जो पिता चाहते थे। मैं बहुत तनाव में था, एक पिक्चर हिट हो गई थी। जब आप लिखने बैठते हैं, तो हर फिल्म में कुछ न कुछ नया होता है। यह पूरी तरह से मेरे पिता ही थे जिन्होंने मुझे किरदारों के साथ खेलने के लिए कहा, कोई खलनायक नहीं, केवल अच्छे लोग, एक अच्छा संगीत”।
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