पीयूष मिश्रा जितने उम्दा अभिनेता हैं, उतने ही बेहतरीन संगीतकार और गायक भी हैं । अभिनय के साथ साथ उन्होंने 'गुलाल', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' जैसी कई फिल्मों में बतौर संगीतकार और गायक भी काम कर चुके हैं। फिल्म का 'गुलाल' का गीत 'आरंभ है प्रचंड' और 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' का गीत 'इक बगल में चांद' अब की उनकी सर्वश्रेष्ठ रचना है। अपनी आने वाली फिल्म 'जेएनयू- जहांगीर नेशनल यूनिवर्सिटी' में भी पीयूष मिश्रा ने एक गीत गाया है।
Piyush Mishra: 'जेएनयू' में एक्टिंग के साथ साथ पीयूष मिश्रा की मखमली आवाज भी देगी सुनाई
फिल्म 'जेएनयू- जहांगीर नेशनल यूनिवर्सिटी' में पीयूष मिश्रा ने 'मैं नहीं मानता' गीत गाया है, जिसे फिल्म में उन्हीं के ऊपर फिल्माया गया है। हाल ही में इस गीत रिलीज किया गया, जिसे काफी पसंद किया जा रहा है। इस गीत को दानिश राणा ने लिखा और विजय वर्मा ने संगीतबद्ध किया है। यह गीत एक तरह का कटाक्ष है। यह गाना सामाजिक तथा राजनीतिक वास्तविकताओं पर एक इमोशनल कमेंट के रूप में भी काम कर रहा है। यह गीत असहमति को दर्शाता है, जो बौद्धिकता और सक्रियता के गढ़-जेएनयू को परिभाषित करता है। पीयूष मिश्रा की मखमली आवाज से गीत के भाव, उद्देश्य बहुत ही प्रभावशाली बन पड़े हैं।
इस गीत के लिए पीयूष मिश्रा का चुनाव फिल्म की प्रोड्यूसर प्रतिमा दत्ता ने किया। प्रतिमा दत्ता कहती हैं, 'इस फिल्म की कहानी बहुत संवेदनशील हैं। इस गाने की अवाज के लिए पीयूष मिश्रा सबसे सही विकल्प थे। फिल्म में उन्होंने दमदार अभिनय तो किया ही है, लेकिन इस गाने में भी भी वह बहुत खास असर छोड़ते हैं। हालांकि फिल्म के गाने के लिए उन्हें तैयार करना थोड़ा कठिन था, लेकिन इस फिल्म का विषय ऐसे ज्वलंत विषय पर आधरित है। मैंने अब तक जितने भी गाने पीयूष जी के सुने हैं, मुझे लगा है कि इस गाने के साथ वही सही न्याय कर सकते हैं। गाना अब रिलीज हो चुका है, इस गाने को जिस तरह से लोग पसंद कर रहे हैं, मुझे लगता है कि मेरा यह सही निर्णय था।'
फिल्म 'जेएनयू- जहांगीर नेशनल यूनिवर्सिटी' की बात करें तो यह फिल्म जेएनयू में पढ़ने वाले आज के युवाओं की विचारधारा को दो हिस्सों को दिखाती है। इस फिल्म में आपराधिक साजिश के आरोप, राजद्रोह के आरोप और आतंकवाद समर्थक भावनाओं को दिखाया गया। यह फिल्म एक ऐसे विचार को दिखाता है, जो जेएनयू की आंतरिक कार्यप्रणाली में गहराई से उतरता है, जहां दो पार्टी के नेता सत्ता के लिए निरंतर संघर्ष में लगे रहते हैं और वैचारिक झगड़े और राजनीतिक पैंतरेबाजी को बढ़ावा देते हैं।
विनय शर्मा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में कॉलेज स्टूडेंट्स का वो चेहरा दिखाया जाएगा, जो रोमांस से दूर राजनीति के बारे में क्या सोचता है और क्या करना चाहता है। इस फिल्म में पीयूष मिश्रा के अलावा उर्वशी रौतेला, सिद्धार्थ बोडके, रवि किशन, विजय राज, रश्मि देसाई, सोनाली सहगल की मुख्य भूमिकाएं हैं। यह फिल्म 5 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
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