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जम्मू-कश्मीर: इस बार कुछ है खास है दिवाली, फूटेगा बूम-370 पटाखा और जलेगी 35-ए फुलझड़ी, देखिए तस्वीरें

इरफान अहमद, अमर उजाला, जम्मू Published by: प्रशांत कुमार Updated Tue, 02 Nov 2021 10:36 AM IST
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Diwali firecrackers in market in name of Article 370 and 35 A in Jammu and Kashmir
पटाखों से सजे बाजार - फोटो : अमर उजाला

संविधान से अनुच्छेद 370 और 35-ए हटने पर जमकर आतिशबाजी हुई थी। देश-दुनिया में चर्चा में रहे संविधान से हटाए गए इन दोनों अनुच्छेद के नाम से अब दिवाली के लिए बाजार में पटाखे आ गए हैं। बूम-370 आकाश में सात रंगों की आतिशबाजी करने वाला ईको फ्रेंडली पटाखा है, जबकि 35-ए ढाई फीट लंबी फुलझड़ी है। फुलझड़ी को भी ईको फ्रेंडली बनाया गया है, जिससे प्रदूषण नहीं होता। दोनों ही पटाखे दिवाली पर आतिशबाजी के शौकीनाें को खूब लुभा रहे हैं।



बूम-370 की विशेषता है कि यह प्रदूषण रहित है। पटाखा एक प्रकार से बम जरूर है, लेकिन इसकी आवाज दूसरे बम या गोले से अलग तरह की है। आमतौर पर दूसरे बम तेज धमाका करते हैं तो पूरे वातावरण में एक प्रकार की गूंज उठती है, लेकिन बूम-370 के धमाके की आवाज लोगों को सुखद अहसास कराएगा। इसके फटने पर आसमान में सात रंग की रोशनी बिखरती है और इसकी आवाज भी कानों को चुभती नहीं।

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Diwali firecrackers in market in name of Article 370 and 35 A in Jammu and Kashmir
पटाखों से सजे बाजार - फोटो : अमर उजाला
बूम-370 के एक पैकेट के अंदर पांच बम रखे गए हैं, जो हर सात सेकेंड के बाद क्रमवार फटते हैं। वहीं, 35-ए नाम की फुलझड़ी अन्य फुलझड़ियाें से अलग है।
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Diwali firecrackers in market in name of Article 370 and 35 A in Jammu and Kashmir
पटाखों से सजे बाजार - फोटो : अमर उजाला
सामान्य फुलझड़ी जलते समय सफेद रंग की रोशनी देती है। ढाई फीट लंबी यह फुलझड़ी जलने में हल्के पीले रंग का प्रकाश फैलाती है।
Diwali firecrackers in market in name of Article 370 and 35 A in Jammu and Kashmir
पटाखों से सजे बाजार - फोटो : अमर उजाला
इसके जलने की प्रक्रिया भी काफी धीमी गति की है। इसके जलने के प्रकाश से प्रदूषण भी नहीं होता।
 
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Diwali firecrackers in market in name of Article 370 and 35 A in Jammu and Kashmir
पटाखों से सजे बाजार - फोटो : अमर उजाला

बूम-370 और 35-ए पटाखा जम्मू-कश्मीर को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। पटाखा बनाने वाली फैक्ट्री संचालकों के मुताबिक इस पटाखे से प्रदूषण नहीं फैलेगा। पेड़, पौधे, पक्षियों को भी किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाएगा।- दीपक शर्मा, पटाखा विक्रेता बिश्नाह


 
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