कठुआ पहले पुलों के शहर के नाम से जाना जाता था अब पार्कों के शहर के नाम से जाना जाएगा। केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने यह बात डॉ. के के बिड़ला पार्क के उद्घाटन समारोह के दौरान कही। उन्होंने कहा कि कठुआ में चिनाब टेक्सटाइल मिल उस समय स्थापित हुई थी जब अनुछेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर में कई पाबंदियां थीं और व्यापार जगत के लोग यहां आने से परहेज करते थे। डॉ. बिड़ला का उस समय भी मानना था कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है जिसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रवादी होने का परिचय भी दिया।
लोगों के लिए खोला गया डॉ. केके बिड़ला पार्क, देखें तस्वीरें साथ ही पढ़ें जितेंद्र सिंह का यह बयान
उन्होंने कहा कि बिड़ला परिवार और महात्मा गांधी ने देश की आजादी में योगदान दिया है। ऐसे में एक अक्टूबर से जहां महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई जा रही है वहीं एक दिन पहले डॉ. बिड़ला को समर्पित इस पार्क का लोकार्पण करने का अवसर उन्हें मिला है।
उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले सौ दिनों में ही अनुछेद 370 को हटाने का ऐतिहासिक कदम उठाया है। जिसके बाद उद्योग जगत के कई लोग यहां उद्योग स्थापित करने के लिए आ रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार उन्हें हर संभव सहायता देगी और अब जम्मू कश्मीर में भी केद्र शासित प्रदेश बनने के बाद केंद्र की ही सरकार होगी। लिहाजा हर तरह का सहयोग मिलेगा।
जिला प्रशासन की ओर से बीते साल अतिक्रमण मुक्त करवाई गई तालाब की जमीन पर 2.30 करोड़ की लागत से तैयार डॉ. केके बिड़ला पार्क सोमवार को जनसमर्पित कर दिया गया। चिनाब टेक्सटाइल मिल प्रबंधन की ओर से डॉ. के के बिड़ला की 100वीं जयंती के अवसर पर तैयार किए गए इस पार्क का लोकापर्ण केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने किया।
पार्क में स्वर्गीय के.के. बिड़ला की मूर्ति पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद परिसर में पीएमओ राज्यमंत्री के साथ-साथ पूर्व वन मंत्री राजीव जसरोटिया ने पौधरोपण किया। 2.4 एकड़ में बने पार्क में फव्वारों के साथ साथ तालाब, बेहतरीन लाइट, ऑर्नामेंटल पौधे, योग कॉर्नर और मॉर्निंग वॉकर्स के लिए भी व्यवस्था है।