जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रविवार को श्रीनगर में 'पेडल फॉर पीस' साइकिल रैली का आयोजन किया। इस दौरान उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने खेल, शिक्षा, शांति, भाईचारा और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर अपनी राय प्रकट की। सिन्हा ने कहा कि किसी को भी देश की एकता और संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। सरकार देश विरोधी गतिविधियों में शामिल या शांति की राह में रोड़ा पैदा करने वालों से सख्ती से निपटने में नहीं हिचकेगी।
मनोज सिन्हा की दो टूक: शांति की राह में रोड़ा बने तो सख्ती से निपटेगी सरकार, जानिए क्यों किया यूपी का जिक्र?
सिन्हा ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में अब स्थिति बदल गई है। एक समय था जब शांति स्थापित करने के प्रयास किए जाते थे, लेकिन मुझे लगता है अब वह समय समाप्त हो गया है। प्रशासन शांति स्थापित करने के एकमात्र उद्देश्य पर काम करता है। नागरिक प्रशासन के साथ-साथ पुलिस भी इस पर काम कर रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने देश की शांति और संप्रभुता की रक्षा के लिए काम किया है। विभिन्न कठिनाइयों के बावजूद जम्मू-कश्मीर के अन्य सहयोगियों के साथ राष्ट्र के प्रति अपना कर्तव्य निभाया है। पुलिस संयम, साहस के साथ और मातृभूमि के प्रति प्रेम के साथ काम कर रही है।
कानून-व्यवस्था बनाए रखना, आतंकवाद से लड़ना और लोगों के हितों के लिए काम करना आसान काम नहीं है। पुलिस उन युवाओं को मुख्यधारा में लाने भी की कोशिश कर रही है जो मादक द्रव्यों का सेवन करते हैं। मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे इससे दूर रहें और अपनी ऊर्जा को कुछ अच्छा करने में लगाएं। श्रीनगर में कोविड -19 मामलों में बढ़ोतरी का उल्लेख करते हुए सिन्हा ने लोगों से दिशानिर्देशों का पालन करने और टीकाकरण कराने की अपील की। कहा कि कुल मामलों में से 50 प्रतिशत श्रीनगर से आ रहे हैं।
सिन्हा ने कहा कि खेल आयोजनों में किसी भी अन्य आयोजन की तुलना में अधिक बदलाव लाने की शक्ति है। अन्य राज्यों की तुलना में जम्मू-कश्मीर खेलों पर अधिक खर्च कर रहा है। हम देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में खेलों पर खर्च होने वाली राशि से दोगुना खर्च कर रहे हैं। हमारा खेल ढांचा किसी से पीछे नहीं है।