Eye Itching Burning Causes: दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों वायु प्रदूषण का लेवल बहुत खतरनाक स्तर पर है। इसका सीधा असर हमारे श्वसन तंत्र पर पड़ता है, लेकिन इसके साथ ही ये वायू प्रदूषण हमारी आंखों को भी प्रभावित करता है। हवा में मौजूद सूक्ष्म प्रदूषणकारी कण, धूल, धुआं और अन्य विषैले रसायन सीधे आंखों के संपर्क में आते हैं, जिससे उनमें खुजली, जलन, पानी आना और लालिमा जैसी समस्याएं आम हो गई हैं।
Air Pollution: प्रदूषण से आंखों में हो रही है खुजली और जलन, बचाव के लिए जरूर बरतें ये सावधानियां
Eye Care Tips Pollution: दिल्ली में इन दिनों वायु प्रदूषण बहुत खतरनाक स्तर पर है, ऐसे में बहुत से लोगों को आंखों में जलन होने की समस्या हो रही है। अधिक प्रदूषण में ऐसा होना आम बात है, लेकिन ये कई मामलों में गंभीर हो सकता है। आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
आंखों को बार-बार धोएं
प्रदूषण के दौरान आंखों को साफ रखना सबसे महत्वपूर्ण है। जब भी आप बाहर से घर लौटें, तो तुरंत साफ और ठंडे पानी से आंखों को धोएं ताकि प्रदूषक कण निकल जाएं। इसके अलावा आंखों की नमी बनाए रखने के लिए डॉक्टर की सलाह पर आंखों के लुब्रिकेटिंग ड्रॉप्स या आर्टिफिशियल टीयर्स का नियमित इस्तेमाल करें।
ये भी पढ़ें- Air Pollution: दिल्ली के अस्पतालों में अचानक बढ़ी मरीजों की संख्या, एम्स के डॉक्टर ने दिया ये जरूरी सुझाव
बाहर निकलते समय चश्मा पहनना अनिवार्य
जब भी आप घर से बाहर निकलें, खासकर जब एक्यूआई का लेवल बहुत खराब हो, तो धूप का चश्मा या साधारण चश्मा जरूर पहनें। यह चश्मा एक बाधा के रूप में काम करता है और धूल तथा प्रदूषक कणों को सीधे आंखों के संपर्क में आने से रोकता है।
ये भी पढ़ें- Heart Problem: सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है दिल से संबंधित बीमारियों का जोखिम? बचाव के लिए करें ये काम
आंखों को रगड़ने से बचें
प्रदूषण के कारण खुजली होना स्वाभाविक है, लेकिन आंखों को रगड़ने से पूरी तरह बचें। हाथों पर प्रदूषक कण लगे हो सकते हैं, और रगड़ने से ये कण आंख के अंदर चले जाते हैं, जिससे जलन और संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। रगड़ने के बजाय ठंडे पानी या आई ड्रॉप्स का उपयोग करें।
प्रदूषण के उच्च स्तर के दौरान, घर के अंदर रहें और खिड़कियां व दरवाजें बंद रखें। यदि संभव हो, तो अपने कमरे में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें। यह घर के अंदर की हवा को साफ करता है, जिससे आपकी आंखों को आराम मिलता है। आंखों में गंभीर या लगातार दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।