Dengue In India: देश में मानसून की शुरुआत के साथ ही मच्छर जनित बीमारियों के मामले आने भी शुरू हो गए हैं। जून-जुलाई में कई राज्यों से डेंगू के मामलों में उछाल की खबरें सामने आ रही हैं। मई में भारी बारिश के साथ मानसून का आगमन और जून में रुक-रुक कर हुई बारिश ने इस साल डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों को समय से पहले ही शुरू कर दिया। पुणे के अस्पतालों और पुणे नगर निगम (पीएमसी) से प्राप्त हो रही खबरों के मुताबिक इस साल जनवरी से 2 जुलाई के बीच डेंगू के 264 संदिग्ध और 12 पुष्ट मामले रिपोर्ट किए गए हैं।
Dengue Alert: कई शहरों में बढ़ने लगे डेंगू के मामले, डॉक्टर्स ने किया सतर्क; जानिए दिल्ली में कैसी है स्थिति
मानसून की शुरुआत से ही डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी लोगों को मच्छरों के प्रजनन को रोकने और डेंगू-मलेरिया से बचाव के लिए प्रयास करते रहने की सलाह दी है।
राजधानी दिल्ली में डेंगू की स्थिति
अमर उजाला से बातचीत में राजधानी दिल्ली स्थित एक निजी अस्पताल में इंटेंसिव केयर यूनिट के डॉक्टर अमरजीत सिंह बताते हैं, डेंगू के मौसम की शुरुआत हो गई है, हालांकि अस्पताल में अभी इसके मरीज नहीं हैं। ओपीडी में कुछ मरीजों में डेंगू से मिलते-जुलते लक्षण देखे गए थे, हालांकि जांच में इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
हर साल डेंगू के कारण बड़ी संख्या में लोग प्रभावित होते हैं और अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ती है। इन जोखिमों को समझते हुए सभी लोगों को पहले से ही सुरक्षात्मक उपाय शुरू कर देने चाहिए। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक किसी को भी डेंगू-मलेरिया और चिकनगुनिया का खतरा हो सकता है इसलिए बचाव के उपायों का पालन करते रहना जरूरी है।
डेंगू के बारे में जानिए
डेंगू एडीज एजिप्टाई नामक मच्छर के काटने से होता है, जो दिन में ज्यादा सक्रिय रहते हैं। ये मच्छर साफ जमा पानी (जैसे कूलर, गमले, टंकी) में पनपते हैं। डेंगू के कारण तेज बुखार (104°F तक), सिर, आंखों के साथ मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द होता है, यही कारण है कि इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहते हैं।
डेंगू में क्या दिक्कतें होती हैं?
डेंगू के स्थिति में त्वचा पर लाल चकत्ते, उल्टी या मतली की भी दिक्कत होती है। अगर समय पर इलाज न हो तो ब्लड प्लेटलेट्स काउंट तेजी से कम हो सकता है जिससे रक्तस्राव और डेंगू हेमोरेजिक फीवर का भी खतरा हो सकता है। ये स्थिति जानलेवा मानी जाती है।
इससे बचाव के लिए क्या करें?
मानसून के दिनों में कुछ बातों का ध्यान रखकर डेंगू सहित कई अन्य मच्छर जनित बीमारियों से बच सकते हैं। इसके लिए घर के आसपास (कूलर, बर्तन, गमले) पानी इकट्ठा न होने दें। मच्छरों से बचाव के लिए पूरी बांह के कपड़े पहनें, मच्छरदानी और रिपेलेंट का प्रयोग करें। सुबह-शाम घर के कोनों में कीटनाशक छिड़कें। इसके अलावा बुखार आने पर या फिर सामान्य दवाओं से आराम न मिले तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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नोट: यह लेख डॉक्टर्स का सलाह और मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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