Toothpaste Zyada Lagane Ke Nuksan: रोज सुबह ब्रश करना एक अच्छी और हेल्दी आदत है। यह आदत पर्सनल हाईजिन का हिस्सा है। यह आपके दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारी जैसे समस्याओं को रोकने में मदद करता है। मगर ब्रश करने से जुड़ा एक आम भ्रांति कई लोगों के मन में रहती है कि जितना ज्यादा टूथपेस्ट होगा, उतनी ही अच्छी सफाई होगी।
Health Tips: ब्रश करते समय कितना टूथपेस्ट लगाना चाहिए? अधिक लगाने से घिस सकता है दांतों का इनेमल
Brushing Mistakes: अक्सर कुछ लोगों को दांतों में सेंसिटिविटी की समस्या होती है, वो इसका मूल कारण नहीं समझ पाते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, लेकिन इनमें से एक बड़ा कारण है आपके ब्रश करते समय अधिक टूथपेस्ट का इस्तेमाल करना। इसलिए आइए इस लेख में इसी के बारे में जानते हैं।
3 साल से कम उम्र के बच्चे
3 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए, टूथपेस्ट की मात्रा चावल के दाने जितनी या उससे भी कम होनी चाहिए। इस उम्र के बच्चे अक्सर टूथपेस्ट निगल जाते हैं, और फ्लोराइड की अधिकता बच्चों में फ्लोरोसिस का कारण बन सकती है, जो दांतों के सौंदर्य को प्रभावित करता है। इसलिए बच्चों के ब्रश पर बहुत कम टूथपेस्ट का इस्तेमाल करना चाहिए।
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3 से 6 साल तक के बच्चे
3 से 6 साल की उम्र के बच्चों के लिए, टूथपेस्ट की मात्रा मटर के दाने के बराबर होनी चाहिए। इस उम्र में बच्चों को थूकना सिखाया जाता है, लेकिन फिर भी कुछ मात्रा निगल ली जाती है। मटर के दाने जितनी मात्रा प्रभावी सफाई के लिए पर्याप्त है और फ्लोराइड जोखिम को नियंत्रित रखती है।
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6 साल से बड़े बच्चे और किशोर
6 साल से बड़े बच्चों और किशोरों के लिए भी टूथपेस्ट की सही मात्रा मटर के दाने जितनी ही रखी जानी चाहिए। इस अवस्था में दांत स्थायी होते हैं और इनेमल मजबूत हो चुका होता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा पेस्ट का इस्तेमाल घर्षण पैदा कर सकता है।
वयस्कों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए टूथपेस्ट की मात्रा मटर के दाने से थोड़ा ज्यादा होना चाहिए। यदि आप बहुत झाग चाहते हैं, तो आप पेस्ट की मात्रा बढ़ा सकते हैं, लेकिन चिकित्सकीय रूप से दांतों को साफ करने के लिए इतनी ही मात्रा काफी होती है और यह इनेमल को घिसने से बचाती है। साथ आप ब्रश करने से पहले मुह को पानी से अच्छे से भिगो लें और ब्रश को भी पानी से गीला करें, इससे झाग अच्छे से बनेगा और दांत भी अच्छे से साफ होगा।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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