हृदय को स्वस्थ रखना मौजूदा समय की सबसे बड़ी आवश्यकता भी है और चुनौती भी। जिस तरह से कम उम्र के लोग तेजी से गंभीर हृदय रोगों के शिकार होते जा रहे हैं, विशेषज्ञों ने इसको लेकर चिंता जताई है। हृदय रोग विशेषज्ञों का कहना है कि हम एक गंभीर दौर से गुजर रहे हैं, जिसमें कई तरह की प्रतिकूल परिस्थितियों ने शरीर के इस सबसे महत्वपूर्ण अंग के लिए कई प्रकार की चुनौतियां बढ़ा दी हैं। इस तरह के जोखिम को ध्यान में रखते हुए कम उम्र से ही सभी लोगों को हृदय की सेहत का विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता है।
Health Tips: World Heart Day पर जानिए हृदय को स्वस्थ रखने का 'मूल मंत्र', गंभीर खतरों से बचाएंगी ये आदतें


पौष्टिक आहार का सेवन बहुत आवश्यक
हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में आहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जंक और प्रोसेस्ड फूड के बजाय फलों, हरी पत्तेदार सब्जियों, दाल, प्रोटीन युक्त खाद्य और नट्स को आहार में नियमित रूप से शामिल किया जाना चाहिए। हृदय की बीमारियों के जोखिम से बचे रहने के लिए तैलीय भोजन, अधिक नमक वाली चीजों के सेवन से बचा जाए। उन चीजों से परहेज करने की सलाह दी जाती है जो कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को बढ़ावा देती हैं। स्वस्थ आहार का पालन करके हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है।

नियमित योग-व्यायाम आवश्यक
हृदय की बीमारियों के जोखिम को कम करने के लिए दिनचर्या को ठीक रखना आवश्यक हो जाता है। इसके लिए सभी उम्र के लोगों को नियमित रूप से योग-व्यायाम की आदत बनानी चाहिए। प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट का योग-व्यायाम करना, वॉक करने और हल्के स्तर के कार्डियो व्यायाम और स्ट्रेचिंग की मदद से दिल को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है। हृदय रोगियों में गंभीर जोखिमों का कारण बनने वाले मोटापे, मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं को कम करने में भी योग-व्यायाम की आदत आपके लिए सहायक हो सकती है।

धूम्रपान-तनाव को कहें न
हृदय रोगों के जोखिम को बढ़ाने में धूम्रपान की आदत को बड़ा कारक माना जाता है। सिगरेट से निकलने वाला धुंआ हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाता है। हृदय की समस्याओं से बचे रहने के लिए शराब, धूम्रपान या ऐसे किसी भी नशीले पदार्थ से दूर रहें। इसके अलावा तनाव की स्थिति भी हृदय रोगों को बढ़ा सकती है, तनाव प्रबंधन के उपाय करना सभी के लिए आवश्यक है। इसके लिए मेडिटेशन का अभ्यास करें।

नींद स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए रोजाना पर्याप्त नींद लेने की आदत बनाना भी अति आवश्य है। नींद की कमी आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। मस्तिष्क की सर्कैडियन रिदम को विनियमित करने के लिए पर्याप्त नींद महत्वपूर्ण है। अध्ययनों में पाया गया है कि जिन लोगों की रोजाना रात की नींद पूरी नहीं होती है उनमें गंभीर हृदय रोगों का खतरा अन्य लोगों की तुलना में अधिक हो सकता है।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्ट्स और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सुझाव के आधार पर तैयार किया गया है।
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