Parenting Tips:
-जब हम तुम्हारी उम्र के थे, तो गलती करने पर डंडे से पिटाई होती थी।
-स्कूल में टीचर मुर्गा बना देते थे, पूरी क्लास के सामने मार पड़ती थी।
ऐसी बातें अक्सर सुनने में आती हैं, जब आजकल के अभिभावक अपने बचपन के दिनों को याद करते हैं। पहले के समय में, बच्चों को डांटना या पीटना सामान्य बात मानी जाती थी, चाहे वो घर हो या स्कूल, लेकिन अब समय बदल चुका है। आजकल के समय में बच्चों को अनुशासन सिखाने के लिए सख्ती या शारीरिक दंड पर बहुत बहस हो रही है। आजकल बच्चों को शारीरिक रूप से दंड देना न सिर्फ कानूनी रूप से गलत है, बल्कि यह मानसिक और भावनात्मक रूप से भी हानिकारक हो सकता है।
कुछ लोग बच्चे को अच्छी परवरिश देने और अनुशासित बनाने के लिए उनकी पिटाई को गलत नहीं मानते हैं। जबकि कई विशेषज्ञ शारीरिक दंड को गलत मानते हैं। इस लेख में हम समझेंगे कि बच्चों को अनुशासन सिखाने के आधुनिक तरीकों के बारे में विशेषज्ञ क्या सलाह देते हैं और शारीरिक दंड का बच्चों पर क्या असर हो सकता है।