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Navratri 2025 : सतपुड़ा की गोद में विराजमान हैं मां बिजासन, 3 राज्यों की आस्था का केंद्र है यह स्थल; तस्वीरें
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बड़वानी
Published by: तरुणेंद्र चतुर्वेदी
Updated Wed, 24 Sep 2025 08:04 AM IST
सार
Shardiya Navratri 2025 : नवरात्रि का पावन पर्व जारी है। आज तीसरा दिन है। गांव से लेकर शहर तक मां के भक्तों में एक अलग तरंग दिखाई दे रही है। मंदिरों में सुबह होते ही भक्तों की कतारें लग जाती है। चलिए इस खास मौके पर बात करते हैं बड़वानी जिले में स्थित बिजासन माता के मंदिर की।
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Navratri 2025 : बड़ी बिजासन माता मंदिर
- फोटो : अमर उजाला
शारदीय नवरात्रि का अवसर देवी मां की उपासना करने वाले भक्तों के लिए काफी खास है। इसीक्रम में आज बात करेंगे बड़ी बिजासन माता मंदिर की। बता दें कि मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र की सीमा पर बड़वानी जिले के सेंधवा से 16 किमी दूर सतपुड़ा की गोद में स्थित बड़ी बिजासन माता मंदिर श्रद्धा का बड़ा केंद्र है। नवरात्र के अवसर पर यहां हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। बड़ी बिजासन माता का मंदिर 300 साल भी अधिक प्राचीन है। मां बड़ी बिजासन महाराष्ट्र, गुजरात के साथ ही एमपी के परिवारों की कुलदेवी हैं। इस कारण तीनों राज्य से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ मां के दरबार में उमड़ती है।
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बिजासन माता का मनमोहक रूप।
- फोटो : अमर उजाला
नौ लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना
सोमवार से शुरू हुई नवरात्र के पहले दो दिन में 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने यहां दर्शन कर माता के चरणों में शीश नवाया। मंदिर समिति के नीरज कानूनगो के अनुसार, 10 दिवसीय नवदुर्गा उत्सव में 9 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। नवरात्रि के तीसरे दिन भी यहां सुबह से ही माता के भक्तों की भीड़ जुटने लगी है।
सोमवार से शुरू हुई नवरात्र के पहले दो दिन में 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने यहां दर्शन कर माता के चरणों में शीश नवाया। मंदिर समिति के नीरज कानूनगो के अनुसार, 10 दिवसीय नवदुर्गा उत्सव में 9 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। नवरात्रि के तीसरे दिन भी यहां सुबह से ही माता के भक्तों की भीड़ जुटने लगी है।
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मां के पावन धाम पर नवरात्रि को लेकर उमड़ी आस्था।
- फोटो : मां के पावन धाम पर नवरात्रि को लेकर उमड़ी आस्था।
मन्नतें पूरी होने पर चढ़ती है चुनरी
बड़ी बिजासन माता का मंदिर न केवल मध्य प्रदेश बल्कि महाराष्ट्र और गुजरात के भक्तों के लिए भी आस्था का प्रमुख स्थान है। श्रद्धालु सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर यहां पहुंचते हैं। परंपरा के अनुसार, मन्नत पूरी होने पर भक्त माता को चुनरी और श्रृंगार का सामान अर्पित करते हैं।
बड़ी बिजासन माता का मंदिर न केवल मध्य प्रदेश बल्कि महाराष्ट्र और गुजरात के भक्तों के लिए भी आस्था का प्रमुख स्थान है। श्रद्धालु सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर यहां पहुंचते हैं। परंपरा के अनुसार, मन्नत पूरी होने पर भक्त माता को चुनरी और श्रृंगार का सामान अर्पित करते हैं।
मां के दरबार में लगी भक्तों की कतारें।
- फोटो : अमर उजाला
पिंडी स्वरूप में विराजमान माता
सतपुड़ा की तलहटी में स्थित बड़ी बिजासन माता मंदिर में देवी पिंडी स्वरूप में विराजमान हैं। श्रद्धालुओं का मानना है कि माता का यह स्वरूप स्वयंभू है। निःसंतान दंपती और रोजगार की कामना करने वाले युवा यहां बड़ी संख्या में पहुंचते हैं और मन्नत पूरी होने पर दर्शन के लिए दोबारा आते हैं।
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सतपुड़ा की तलहटी में स्थित बड़ी बिजासन माता मंदिर में देवी पिंडी स्वरूप में विराजमान हैं। श्रद्धालुओं का मानना है कि माता का यह स्वरूप स्वयंभू है। निःसंतान दंपती और रोजगार की कामना करने वाले युवा यहां बड़ी संख्या में पहुंचते हैं और मन्नत पूरी होने पर दर्शन के लिए दोबारा आते हैं।
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यह मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ है।
- फोटो : अमर उजाला
प्राकृतिक सौंदर्य के बीच आस्था का केंद्र
मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ है। यहां श्रद्धालु आत्मिक शांति का अनुभव करते हैं। नवरात्रि के दिनों में यह मंदिर भक्तों के उत्साह और भक्ति से सराबोर हो जाता है। चुनरी यात्रा और ज्योति ले जाने की परंपरा इस मंदिर की विशेषता है।
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मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ है। यहां श्रद्धालु आत्मिक शांति का अनुभव करते हैं। नवरात्रि के दिनों में यह मंदिर भक्तों के उत्साह और भक्ति से सराबोर हो जाता है। चुनरी यात्रा और ज्योति ले जाने की परंपरा इस मंदिर की विशेषता है।
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