वर्ष 2024 में ही लगभग 6 करोड़ श्रद्धालु उज्जैन आए थे। किसी संख्या को ध्यान में रखते हुए महाशिवरात्रि श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति अभी से तैयारी में जुट चुकी है। मंदिर के किस भाग में प्रसादी के काउंटर लगाए जाएंगे, कहां से सामान्य प्रोटोकॉल और दिव्यांग श्रद्धालुओं का प्रवेश होगा, किस गेट से यह श्रद्धालु मंदिर से बाहर निकाल पाएंगे, ज्यादा भीड़ होने पर क्या प्लान रहेगा और श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने के पहले अपने वाहन कहां पर पार्क करना होंगे, इसको लेकर तैयारियों का दौर मंदिर में जारी है।
Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि पर बदली रहेगी महाकाल की दर्शन व्यवस्था, जानें से पहले समझें प्रशासन का प्लान
Ujjain Mahashivratri: अगर आप महाशिवरात्रि पर धार्मिक नगरी उज्जैन में विराजित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन करने आ रहे है तो यह खबर आपके लिए काफी उपयोगी है, क्योंकि महाकाल लोक के निर्माण के बाद धार्मिक नगरी उज्जैन में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है।
भगवान महाकाल के दर्शन के लिए आने वाले सामान्य श्रद्धालु चारधाम मंदिर के सामने से कतार में लगने के बाद शक्ति पथ के रास्ते श्री महाकाल लोक, मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर, महाकाल टनल-1 से गणेश मंडपम में पहुंचकर दर्शन करेंगे। इसके बाद आपातकालीन निर्गम द्वार से बाहर की ओर बड़ा गणेश मंदिर के समीप हरसिद्धि मंदिर तिराहा से पुन: चारधाम मंदिर पर पहुंचकर गंतव्य को रवाना होंगे।
श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने पर फैसेलिटी सेंटर 1 से मंदिर परिसर निर्गम रैम्प, गणेश मंडपम एवं नवीन टनल दोनों ओर से दर्शन व्यवस्था की जाएगी। इसके बाद भी यदि श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ती तो श्रद्धालुओं को फैसेलिटी सेंटर 1 से सीधे कार्तिकेय मंडपम में प्रवेश करवाया जाएगा और दर्शन के बाद गेट नंबर 10 या निर्माल्य द्वार के रास्ते बाहर निकाला जाएगा।
दर्शनार्थियों के लिए यह रहेगी दर्शन व्यवस्था
प्रोटोकॉल के लिए- प्रोटोकॉल के तहत आने वाले दर्शनार्थी हरिफाटक ओवरब्रिज से होकर बेगमबाग के रास्ते नीलकंठ द्वार से मंदिर में प्रवेश करेंगे। वृद्ध एवं दिव्यांग श्रद्धालुओं को अवंतिका द्वार से प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए व्हील चेयर की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।
वीआईपी दर्शनार्थियों के लिए- प्रोटोकाल के तहत आने वाले वीआईपी तथा वीवीआईपी दर्शनार्थियों को बेगमबाग के रास्ते नीलकंठ द्वार से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। महाशिवरात्रि पर प्रोटोकाल दर्शन के लिए 250 रुपये का निर्धारित शुल्क चुकाना होगा।
वृद्ध व दिव्यांगों के लिए- महाशिवरात्रि पर वृद्ध व दिव्यांग दर्शनार्थियों को मंदिर के प्रशासनिक भवन के सामने अवंतिका द्वार से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।
सामान्य दर्शनार्थियों के लिए- महाशिवरात्रि पर 26 फरवरी को सामान्य दर्शनार्थियों को कर्कराज पार्किंग से भील धर्मशाला गंगा गार्डन, चारधाम मंदिर, शक्तिपथ के रास्ते महाकाल महालोक के मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर से टनल के रास्ते गणेश व कार्तिकेय मंडपम से भगवान महाकाल के दर्शन कराए जाएंगे।
सभी द्वार पर लगाए जाएंगे संकेतक
महाकालेश्वर मंदिर प्रशासन ने इस बार दो प्रमुख बदलाव किए हैं। सभी प्रवेश द्वारों जैसे त्रिवेणी संग्रहालय, नीलकंठ द्वार और अवंतिका द्वार पर संकेतक लगाए जाएंगे, जिससे श्रद्धालुओं को सटीक मार्गदर्शन मिल सके। इसके अलावा टनल (सुरंग मार्ग) का पूर्ण क्षमता से उपयोग किया जाएगा, जिससे दर्शन प्रक्रिया में गति आएगी।
चौपहिया वाहनों के लिए रहेगी यह व्यवस्था
जो वाहन कर्कराज, कलोता समाज पार्किंग में वाहन पार्क करेंगे। वहीं लालपुल टी से बाय-पास होकर इंदौर, भोपाल, देवास की ओर जाएंगे। इसी प्रकार जो वाहन हरिफाटक चौराहा के पास इम्पीरियल होटल के पीछे एवं मन्नत गार्डन की पार्किंग में पार्क होंगे, वह वाकणकर ब्रिज होते हुए दाउदखेड़ी की तरफ से बाय-पास होते हुए बाहर जाएंगे। हरिफाटक ब्रिज के नीचे पार्किंग में पार्क होने वाले वाहन नीलगंगा चौराहा से शास्त्री नगर, सिंधी कॉलोनी होते हुए नानाखेड़ा चौराहा से इंदौर, भोपाल, देवास की तरफ जा सकेंगे।
दोपहिया वाहन चालकों के लिए प्लान
1- इंदौर, देवास, मक्सी रोड से आने वाले समस्त दो-पहिया वाहन कलोता समाज पार्किंग में खड़े कराए जाएंगे।
2- बडनगर, आगर एवं नागदा की ओर से आने वाले समस्त दो-पहिया वाहनों को शंकराचार्य चौराहा पर गुरुद्वारा (प्रस्तावित अस्पताल) की भूमि में पार्क कराया जाएगा।
यह रहेगा भारी वाहनों का डायवर्जन प्लान
1- इंदौर से नागदा, आगर एवं मक्सी की ओर जाने वाले भारी वाहनों को तपोभूमि से देवास बाय-पास होकर मारुति शोरूम, सैफी पेट्रोल पंप से श्री सिंथेटेक्सि होते हुए नागदा, आगर एवं मक्सी की ओर डायवर्ट किया जाएगा।
2- मक्सी से देवास एवं इंदौर की ओर जाने वाले भारी वाहनों को श्री सिंथेटेक्सि से सैफी, मारुति शोरूम से देवास रोड एवं नरवर बाईपास से तपोभूमि होकर इंदौर के लिए भेजा जाएगा।
3- बडनगर, नागदा एवं आगर की ओर से आने वाले भारी वाहन मोहनपुरा ब्रिज, माता साडू की बावड़ी, चौपाल सागर होते हुए देवास रोड एवं इंदौर रोड तरफ जा सकेंगे।
सीसीटीवी कैमरों से रखी जाएगी नजर
सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए मंदिर परिक्षेत्र एवं दर्शन मार्ग सीसीटीवी कैमरों से लैस होगा। कंट्रोल रूम में सीसीटीवी सर्विलेंस एवं एलईडी के माध्यम से सतत निरीक्षण किया जाएगा ताकि सुरक्षा में किसी तरह की कोई चूक ना हो।
महाकाल लोक और हरसिद्धि मंदिर तिराहे पर होगा प्रसाद वितरण केंद्र
महाकाल लोक और हरसिद्धि मंदिर तिराहे पर प्रसाद वितरण केंद्र स्थापित किए जाएंगे। नीलकंठ द्वार पर आपातकालीन एंबुलेंस तैनात रहेंगी। इसके साथ ही भील समाज धर्मशाला, कलोता समाज धर्मशाला, हरिफाटक ब्रिज के नीचे हाट बाजार और मेघदूत पार्किंग स्थल पर वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं को बस के माध्यम से मंदिर तक पहुंचाया जाएगा। दर्शन मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर अस्थायी पूछताछ केंद्र स्थापित किए जाएंगे। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कंट्रोल रूम से सीसीटीवी के माध्यम से निरीक्षण किया जाएगा।

कमेंट
कमेंट X