Hindi News
›
Video
›
Madhya Pradesh
›
Ujjain News: Farmer makes unusual demand, asks government for a helicopter to go to his field.
{"_id":"69465578d1b9b805d60e57de","slug":"farmers-unique-demand-if-the-government-cant-provide-us-with-a-road-provide-us-with-a-helicopter-ujjain-news-c-1-1-noi1228-3754138-2025-12-20","type":"video","status":"publish","title_hn":"Ujjain News: खेत जाने के लिए चाहिए हेलिकॉप्टर, SDM के पास पहुंचा ज्ञापन; जानें किसान ने क्यों की ये अनोखी मांग","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Ujjain News: खेत जाने के लिए चाहिए हेलिकॉप्टर, SDM के पास पहुंचा ज्ञापन; जानें किसान ने क्यों की ये अनोखी मांग
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उज्जैन Published by: उज्जैन ब्यूरो Updated Sat, 20 Dec 2025 02:04 PM IST
Link Copied
उटेसरा गांव के निवासी मान सिंह राजोरिया नामक किसान ने प्रशासन से अपने खेत तक जाने के लिए हेलिकॉप्टर की मांग की है। मान सिंह का कहना है कि साल 2023 में उज्जैन-गरोठ हाईवे के निर्माण ने उनकी पांच बीघा जमीन को दो हिस्सों में बांट दिया, जिससे उनके खेत में जाने वाले तमाम रास्ते पूरी तरह बंद हो गए हैं। हाईवे की ऊंचाई खेत से दो मीटर ज्यादा होने और प्रशासन द्वारा अंडरपास या रास्ता न दिए जाने से अब वह अपने ही खेत में कदम नहीं रख पा रहे हैं। स्थिति इतनी गंभीर है कि न तो वहां ट्रैक्टर ले जाया जा सकता है और न ही बैलगाड़ी। दूसरे किसानों ने भी अपनी जमीन से रास्ता देने से मना कर दिया है।
इस समस्या को लेकर मान सिंह तीन वर्षों से दफ्तर-दफ्तर भटक रहे हैं। तहसीलदार से लेकर कलेक्टर तक और सीएम हेल्पलाइन तक गुहार लगाने के बावजूद जब कोई समाधान नहीं निकला। तो उन्होंने तंग आकर एसडीएम को हेलिकॉप्टर के लिए आवेदन सौंप दिया। उन्होंने अपने आवेदन में भावुक होते हुए लिखा है कि अधिकारियों के चक्कर काटते-काटते उनकी चप्पलें घिस चुकी हैं। यदि सरकार उन्हें रास्ता नहीं दे सकती, तो उन्हें हेलिकॉप्टर मुहैया कराए, ताकि वे अपने परिवार का पेट पाल सकें, अन्यथा उनके पास पूरे परिवार के साथ जहर खाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।
समस्या का उचित निराकरण निकालने का प्रयास जारी : एसडीएम
इस चेतावनी भरी मांग के बाद प्रशासनिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई है। घट्टिया एसडीएम राजाराम करजरे ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कहा है कि उन्हें किसान का आवेदन प्राप्त हुआ है और वे जल्द ही इस समस्या का उचित निराकरण निकालने का प्रयास करेंगे। फिलहाल, यह मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है कि कैसे एक बड़े हाईवे प्रोजेक्ट ने एक छोटे किसान की आजीविका को अधर में लटका दिया है।
किसान के मां-बाप ने क्या कहा
किसान की मां गीता बाई और पिता रामलाल ने कहा 2022-2023 से निर्माण का काम चल रहा था। जब से काम शुरू हुआ तब से शिकायत कर रहे हैं। लहसुन-प्याज की फसल भी जैसे-तैसे निकाली। बाद में सोयाबीन लगाई तो सिर्फ मजदूरी का पैसा निकल पाया। अब गेहूं की फसल लगा ही नहीं पा रहे। अधिकारी आश्वासन ही देते रहते हैं रास्ता दिया था, लेकिन उसका कोई मतलब नहीं निकला। वो बंद हो गया, जिससे 2 लाख का नुकसान हो गया।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।